मास का टुकड़ा न मिलने पर छीन लिया कलेजे का टुकड़ा
ईद के दिन खोड़ा मकनपुर के मोहल्ला भारत से एक सात वर्षीय बच्ची लाइबा पुत्री मसकूर लापता हो गयी थी। जिसके अपहरण की रिपोर्ट 13 अगस्त को थाना खोड़ा में बच्ची के मामा महताब के द्वारा लिखवाई गई थी। पुलिस और परिजनों ने बच्ची को काफी देर तक तलाशा लेकिन कोई कामयाबी नहीं मिली। घटना के पांच दिन बाद एक बच्ची का शव गाजियाबाद जिले के थाना इंदिरापुरम के नाले से बरामद हुआ। जिसकी शिनाख़्त परिजनों ने लाइबा के रूप में की। बच्ची के मौत से परिजनों में हाहाकार मच गया। वारदात का जल्द खुलासा करने की जिम्मेदारी क्षेत्राधिकारी इंदिरापुरम और खोड़ा थाना प्रभारी को दी गयी। जिन्होंने केवल 12 घन्टे में ही वारदात का खुलासा करते हुये बच्ची के सगे चाचा को गिरफ़्तार कर लिया।
घटना का खुलासा करते हुए एसपी सिटी श्लोक कुमार ने बताया कि घटना की जांच करने पर पाया गया कि ईद के दिन करीब दस बजे बच्ची को उसके चाचा सलीम ने क़ुर्बानी के बाद कलेजी अपने घर ले जाने के लिए दी थी। जिसे बच्ची अन्जाने में अपने घर दे आई। करीब बारह बजे सलीम के घर से कलेजी के लिए फोन आया तो उसने बताया कि उसने लाइबा के हाथों कलेजी भिजवा दी है। इसके बाद आरोपी ने मृतका की माँ से बात की तो उसने बताया कि कलेजी तो हमने पका कर खा ली। यह बात जब आरोपी ने अपने पिता को बताई तो उन्होंने उसे खूब डाँटा। जिससे गुस्से में आरोपी लाइबा को तलाश करने लगा। लाइबा आरोपी को घर को चौथी मंजिल पर बच्चों के साथ खेलती हुई मिल गयी। आरोपी ने बच्चों को डाँट कर भगा दिया और मासूम लाइबा के एक ज़ोरदार थप्पड़ मारा।जिससे उसका सर दीवार पर लगा और सर पर चोट लगने से उसने दम तोड़ दिया।