उत्तरप्रदेश

नशे की लत ने लेली युवक की जान

खबर वाणी संवादाता :- सदर सैफी

पीलीभीत :- बीसलपुर आर्थिक तंगी और नशे का आदि होने के कारण युवक ने की आत्महत्या घटना बीसलपुर कोतवाली शहर के मोहल्ला बख्तावर लाल की है मोहल्ले के ही रहने वाले राजकुमार उर्फ राजा पुत्र नानक चंद जो कि अनुसूचित जाति के अंतर्गत आने वाली धोबी जाति के हैं राजकुमार उर्फ राजा अपने पेशे का काम करता था कुछ वर्ष पूर्व राजकुमार उर्फ राजा को सट्टे की आदत लग गई जिसमें राजा को काफी नुकसान हुआ जिससे वह शराब के नशे का आदि हो गया राजकुमार उर्फ राजा ने अपना पैत्रक काम बंद कर दिया और वह आइसक्रीम का ठेला लगाकर बीसलपुर शहर में घूमने लगा। लेकिन उसकी सट्टे और शराब की आदत नहीं छूटी राजकुमार उर्फ राजा की पत्नी ने बताया कि हर रोज की भांति वह कल सुबह आइसक्रीम का ठेला लगाने के लिए घर से निकले और देर रात तक जब वह घर नहीं पहुंचे तब उसने राजकुमार उर्फ राजा का मोबाइल नंबर लगाया जो कि स्विच ऑफ जा रहा था। आज सुबह घर से टहलने के लिए निकले लोगों ने लक्ष्मी राम नगाइच स्कूल के ग्राउंड में लोगों ने एक युवक का शव देखा जिसकी सूचना आग की तरह पूरे कस्बे में फैल गई।पड़ोस में ही रह रहे राजा की पत्नी ने जाकर देखा कि वह तो उसके पति की लाश है मोहल्ले के लोगों ने तत्काल बीसलपुर कोतवाली पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंचे कस्बा चौकी इंचार्ज मोहित कुमार सिंह तत्काल घटनास्थल पर पहुंचे और उन्होंने शव को कब्जे में लेकर  शव का पंचनामा भर उसे पोस्टमार्टम के लिए पीलीभीत भेज दिया है मृतक तीन भाइयों में सबसे छोटा था मृतक के एक 14 वर्षीय पुत्र 12 वर्षीय पुत्री भी है मृतक की पत्नी का रो रो कर बुरा हाल है वही राजकुमार उर्फ राजा की आत्महत्या ने पूरे मोहल्ले को चौका दिया है। क्योंकि जिस जगह पर राजकुमार उर्फ राजा ने आत्महत्या की थी वहां पर शराब के पव्वा के साथ पानी की 3 बोतलें और जहर के दो पैकेट भी पड़े थे एक पैकेट खुला था जिसको शायद शराब में मिलाकर राजकुमार उर्फ राजा ने पी लिया था।जिसके कारण उसकी मौत हुई हो राजकुमार उर्फ राजा की आत्महत्या ने परिवार को तोड़ दिया है क्योंकि परिवार के पास आएगा कोई स्रोत नहीं है वही राजकुमार उर्फ राजा द्वारा की गई आत्महत्या ने बता दिया है किस शहर में सट्टे का काम जोर शोर से चल रहा है जिसमें हताश लोग या तो आत्महत्या कर लेते हैं या और कोई आपराधिक कार्यों को अंजाम देते हैं शायद राजकुमार उर्फ राजा को सट्टे की आदत ना लगी होती तो उसके परिवार का आज आलम ना होता और उसे आत्महत्या ना करनी पड़ती क्योंकि राजकुमार उर्फ राजा के पिता शहर के सबसे चर्चित वासर मैन रह चुके हैं जिनका धंधा शहर में सबसे अच्छा चलता था लेकिन राजा को सट्टे और शराब की आदत ने अपना पैत्रक धंधा छोड़कर आइसक्रीम को ठेला लगाने के लिए मजबूर कर दिया यदि जल्दी ही शहर में चल रहे सट्टा के धंधे को बंद ना करा गया तो एक दो और घटनाएं सामने आ सकते हैं क्योंकि दिन भर मेहनत मजदूरी करने वाले लोग शाम को इन सट्टेबाजों की चिकनी चुपड़ी बातों में आकर दिन भर कड़ी मेहनत द्वारा कमाए गए पैसे को सट्टेबाजों के इशारों पर लगा देते हैं और बा पास खाली हाथ अपने घर लौट जाते हैं क्योंकि सट्टे बाजी करने वाले लोग कभी नहीं जीत पाते जीतते तो सट्टे की खाई बॉडी करने वाले लोग और सट्टा खिलवाने वाले लोग बड़ी मात्रा में फल फूल रहे हैं

Related Articles

Back to top button