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साथ मिलकर लड़ेंगे नोएडा,गाजियाबाद, दिल्ली मच्छरों से जंग

11 को बुलाई संयुक्त ने मीटिंग,पूर्वी दिल्ली नगर पालिका की एडिशनल कमिश्नर बनाएंगे रणनीति

गाजियाबाद :- यूपी-दिल्ली बॉर्डर क्षेत्र में मच्छरों का प्रकोप ज्यादा होने के चलते इस क्षेत्र को वेक्टर जनित रोगों के लिहाज से काफी संवेदनशील माना गया है।

पूर्वी दिल्ली नगर पालिका ने इस संबंध में गाजियाबाद और गौतमबुद्धनगर के जिला अधिकारी और मुख्य चिकित्सा अधिकारी को पत्र लिखा है और इसकी बड़ी वजह समन्वय का अभाव बताते हुए 11 सितम्बर को बैठक बुलाई है। इस बैठक में मच्छरों पर मिलकर वार करने की रणनीति पर विचार विमर्श किया जाएगा।

ऐसे में दिल्ली, लोनी, गाजियाबाद और गौतमबुद्धनगर के जनस्वास्थ्य विभागों को यूपी बॉर्डर वाले क्षेत्रों में वेक्टर जनित रोगों की रोकथाम के लिए मिलकर काम करने की जरूरत है। पूर्वी दिल्ली नगर पालिका ने वेक्टर जनित रोगों पर मिलकर काबू पाने के लिए 11 सितम्बर को पटपड़गंज इंडस्ट्रियल एरिया स्थित पूर्वी दिल्ली नगर पालिका के कमिश्नर कार्यालय के सभागार में बैठक बुलाई है। एडीशनल कमिश्नर अल्का आर शर्मा इस बैठक में खुद मौजूद रहेंगी। उन्होंने उम्मीद जताई है कि संयुक्त अभियान के जरिए हम वेक्टर जनित रोगों पर काबू पाने में ज्यादा अच्छी तरह से सफल हो पाएंगे। उन्होंने कहा है कि फॉगिंग जैसे अभियान संयुक्त रूप से चलाने पर ज्यादा प्रभावी होंगे।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. एनके गुप्ता ने बताया कि इस बैठक में जिला मलेरिया अधिकारी डा. ज्ञानेंद्र मिश्रा गाजियाबाद का प्रतिनिधित्व करेंगे। पूर्वी दिल्ली नगर पालिका की एडिशनल कमिश्नर (हेल्थ) अल्का आर शर्मा की ओर से भेजे गए पत्र में कहा गया है कि दिल्ली और यूपी की सीमा कई इलाकों में इतनी धुंधली है कि यूपी के लोग मच्छरों का प्रकोप बढ़ने की शिकायत पूर्वी दिल्ली नगर पालिका के कंट्रोल रूम में करते हैं और कई बार फॉगिंग और फोकल स्प्रे के दौरान दिल्ली के कर्मचारियों से उलझ भी जाते हैं।

छह दिन में तीस से ज्यादा स्थानों पर मिला डेंगू का लार्वा

स्वास्थ्य विभाग की टीमें संचारी रोग नियंत्रण अभियान के तहत पूरे जिले में डेंगू लार्वा की खोज में जुटी हैं। पिछले छह दिनों में तीस से ज्यादा स्थानों पर डेंगू का लार्वा मिल चुका है। शनिवार को शहरी क्षेत्र मालीवाड़ा में लार्वा की जांच की गई। इस दौरान पांच से ज्यादा घरों में डेंगू का लार्वा मिला। विभाग ने सभी को नोटिस जारी किया है। जिला मलेरिया अधिकारी ज्ञानेंद्र मिश्रा ने बताया कि अभियान में मालीवाड़ा क्षेत्र में सौ से अधिक मकानों में लार्वा की जांच की गई। जिला मलेरिया अधिकारी ने बताया कि संचारी रोग नियंत्रण पखवाड़े के दौरान सरकारी कार्यालयों और इमारतों में डेंगू के लार्वा की जांच शुरू की जाएगी। अधिकारियों का कहना है कि सरकारी कार्यालयों में लोगों का आना-जाना लगा रहता है, ऐसे में गंदगी होने पर रोगों के संचार की संभावना प्रबल रहती है। इसे देखते हुए अभियान के तहत भवनों की जांच की जाएगी। जलजमाव में डेंगू का लार्वा मिला तो जिला मलेरिया विभाग नोटिस जारी करेगा। उनका कहना है कि सरकारी स्कूलों में भी जागरुकता कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं।

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