सोशल डिस्टेंसिंग का हो रहा खुला उलंघन, दिन निकलते ही मोके पर लग जाती है लोगों की भारी भीड़

खबर वाणी संवाददाता
मुज़फ्फरनगर। जनपद में कोरोना महामारी के चलते किये गए लोक डाउन के तीसरे चरण में भी लोग सुधरने का नाम नही ले पा रहें है ,दिन निकलते ही एक अस्पताल के बाहर लोगों की भारी भीड़ चढ़ जाती है एक दूसरे के ऊपर बावजूद इसके पुलिस प्रशासन और अस्पताल के कर्मचारी हैं बेखबर यदि यहां कोरोना का बम फूटा तो आखिर जिमेदार कौन होगा।
जी हाँ ये बात बिलकुल सही है की शहर में एक अस्पताल के बाहर मरीजों की इस कदर भारी भीड़ एकत्रित होती है जैसे मानो अस्पताल में कोई चीज फ्री मिल रही हो लोग यहां पुलिस की सख्ती के बाद भी एक दूसरे के ऊपर चढ़े फिरते है इस अस्पताल के आस पास रहने वाले लोगों का कहना है की यहां दूर दराज ग्रामीण अंचलों से लोग आते जाते रहते है यदि यहां कोरोना का बम फूट गया तो आखिर जिम्मेदार कौन होगा। ऐसा नही की यहां पुलिस गस्त नही करती गस्त जरूर करती है लेकिन सिर्फ अपनी जीप आदि में बैठकर लाऊडस्पीकर के माद्यम से फुँ फां करके चली जाती है।
आस पास के लोगों का आरोप है की जब सरकार के आदेशों निर्देशों के बाद जिला अस्पताल में सभी तरह सुविधाएँ है तो यहां छोटे से अस्पताल में लोग क्यों आ रहे है। एक तो इस अस्पताल में जगह कम है वहीं दूसरी तरफ यहां अत्याधिक भीड़ लगी रहती है जिससे हर वक्त खतरा बना रहता है। अस्पताल मालिकों ने न तो कोई हाथ आदि धुलवाने, सेनेट्राइजेशन आदि की व्यवस्था ही कर रखी है और न ही कोई गार्ड आदि ही नही रखा हुआ है यदि अस्पताल में कोई गार्ड भी हो तो वह भी व्यवस्था कर थोडा डिस्टेंस बनवा दे लेकिन यहां ऐसी कोई सुविधा नही दिखाई दे रही है। आस पास के रहने वाले मोहल्लावासियों का कहना है की जिला प्रशासन को इस तरफ भी कोई ध्यान देना चाहिए।