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सीएम योगी आदित्यनाथ के आदेशों को नहीं मानती यूपी पुलिस, जमकर पलायन कर रहे प्रवासी मजदूर

प्रवासी मजदूरों को बॉर्डर पार करने से रोकें अधिकारी, नही रोकने पर जिला प्रशासन होगा जिम्मेदार : सीएम योगी

खबर वाणी संवाददाता

गाजियाबाद। उत्तर प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ प्रवासी मजदूरों को लेकर बेहद चिंतित है जिसको लेकर यूपी के सीएम ने सूबे के सभी एसएसपी और जिलाधिकारियों को कड़े निर्देश दिए है कि अगर किसी भी अधिकारी के जिले से पलायन हुआ या कोई भी प्रवासी मजदूर जिले से पैदल बॉर्डर पार करता हुआ नजर आया तो उसके जिम्मेदार स्थानीय थाना अध्यक्ष और जिले का अमला होगा। वहीं दूसरी तरफ गाज़ियाबाद जिले के खोड़ा थाना क्षेत्र में खुले आम सीएम योगी के आदेशों की धज्जियां उड़ाई जा रही है। जहां पुलिस प्रशासन की नाक के नीचे से प्रवासी मजदूर जमकर पलायन कर रहे हैं।

आपको बता दें गाजियाबाद का खोड़ा थाना क्षेत्र बेहद संवेदनशील इलाका है। ये इलाका दिल्ली- नोएडा बॉर्डर से सटा हुआ है। फिलहाल खोड़ा कालोनी को रेडजोन में होने के चलते पूरी तरह सील कर दिया गया है. किसी भी व्यक्ति को खोड़ा से बाहर आवागमन की इजाजत नही है वावजूद इसके खोड़ा थाना क्षेत्र स्थित, 4 नम्बर प्रकाश नगर, हनुमान मंदिर के सामने वाली गली से लगातार पुलिस और प्रशासन की नाक के नीचे से भारी मात्रा में प्रवासी मजदूर बॉर्डर पार करते हुए दिल्ली के लिए पैदल जा रहे हैं।

हादसों का जिम्मेदार होगा कौन?

बड़ा सवाल अब यह खड़ा होता है कि आखिरकार प्रवासी मजदूर के पैदल सफर के दौरान अगर रास्ते में कोई बड़ा हादसा हो जाता है तो इसका जिम्मेदार कौन होगा?

वहीं दुसरी तरफ एक बेहद ही हैरान करने वाली तस्वीर भी सामने आई है जहां सरेआम दिल्ली से होते हुये इंद्रापुरम NH-24 हाईवे के रास्ते जाते हुये भारी संख्या में प्रवासी मजदूर चार पहिया, साईकिल और पैदल ही अपने घर के लिये निकल रहे है। इन्हें रोकने वाला कोई भी नही है।

वहीं दुसरी तरफ दिल्ली से बॉर्डर पार करके इंद्रापुरम NH-24 के रास्ते हुते हुये अपने घर जाते हुये प्रवासी मजदूरो से खबरवाणी की टीम ने बात की तो प्रवासी मजदूर नीरज ने बताया कि वे दिल्ली के मंडावली से आया है और यूपी के बंदायू जा रहा है साथ ही नीरज ने कहा कि वे सुबह से दिल्ली के मंडावली से अपने 3 साल के बच्चे को लेकर निकला था। नीरज ने सरकार के खिलाफ भी आवज उठाते हुये कहा कि सरकार मजदूरे के बारें में नही सोच रही है।

आपको बता दें अभी हाल ही में यूपी के औरैया में सड़क पर पैदल जा रहे 24 प्रवासी मजदूरों की सड़क हादसे में मौत हो गई थी जिसके बाद उत्तर प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ ने सूबे के सभी एसएसपी और जिलाधिकारियों को आदेश दिया था कि अगर किसी भी अधिकारी के जिले से पलायन होता है तो उसका जिम्मेदार स्थानीय थानाध्यक्ष सहित जिले का अमला होगा। बावजूद इसके गाजियाबाद के खोड़ा कॉलोनी और इंद्रापुरम NH-24 हाइवे से लगातार सैकड़ों की मात्रा में प्रवासी मजदूर पलायन कर रहे हैं और पुलिस इन को रोकने में नाकामयाब हो रही है। आपकों ये भी बता दें कि औरैया में सड़क हादसे के बाद सीएम योगी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना को लेकर आगरा और मथुरा बॉर्डर और गाजियाबाद के इंद्रापुरम थानाध्यक्षों को निलंबित कर अधिकारियों से स्पष्टीकरण देने के लिये कहा था।

औरैया हादसे मामले में रविवार को अधिकारियों का एक्शन

औरैया में प्रवासी मजदूर सड़क हादसे में 28 श्रमिकों की मौत के बाद सीएम योगी ने ADG, IG और SSP से स्पष्टीकरण देने के लिये कहा था। जिसमें रविवार शाम को औरैया हादसे मामले में पुलिस अधीक्षक ने जांच के दौरान 1 उपनिरीक्षक समेत 8 पुलिस कर्मियों को सस्पेंड कर दिया। ये सभी पुलिसकर्मी घटना के वक्त टोल प्लाजा पर ड्यूटी दे रहे थे जिनकी लापरवाही के चलते ये प्रवासी मजदूर आगे निकल गये थे। तब इन सभी पुलिसकर्मियों ने टोल प्लाजा पर प्रभावी चेकिंग नही की थी लेकिन इन हालातों को देखने बाद फिर से सवाल खड़ा हो उठा है कि क्या सूबे के जिले का अमला सीएम योगी के आदेशों को नही मानता है ।

खबर वाणी के सुलगते सवाल ?

● क्या खोड़ा और इंद्रापुरम थाना पुलिस सीएम योगी आदित्यनाथ के आदेशों को ठेंगा दिखाते हुए प्रवासी मजदूरों की जान के साथ खिलवाड़ कर रहा है?

● क्या खोड़ा और इंद्रापुरम थाना पुलिस, प्रवासी मजदूरों को रोकने में नाकाम हो रही है?

● प्रवासी मजदूरों को लेकर गंभीर नही है खोड़ा और इंद्रापुरम थाना?

● प्रवासी मजदूरों की जान के साथ खिलवाड़ कर रही है दोनों थानों की पुलिस ?

● अब देखना यह भी होगा कि इन तस्वीरों को देखने के बाद यूपी के मुखिया योगी आदित्यनाथ गाजियाबाद के आला अधिकारियों समेत थानाध्यक्ष पर क्या कार्रवाई करते हैं।

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