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UP : गाजियाबाद में लापरवाही का लॉकडॉउन कब तक ?

इन पुलिसकर्मियों के चलते DM और SSP की साख दांव पर

खबर वाणी संवाददाता

गाजियाबाद : जिले में लगातार बढ़ रहें कोरोना संक्रमण के आकड़ो को देखते हुये डीएम अजय शंकर पांडेय कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिये पुरजोर कोशिश कर रहें है, बावजूद इसके जिलें में कोरोना की संख्या रुकने का नाम नही ले रहीं है और रुके भी कैसे? जब जिले के कई पुलिसकर्मी अपने आप को डीएम और एसएसपी से ऊपर समझ बैठे है। उन्हें डीएम और एसएसपी के आदेशों से कोई मतलब नही है, वो तो हमेशा की तरह अपने पुराने ढर्रे पर चल रहें है। एक तरफ डीएम आदेश पारित करते है। दुसरी तरफ ये पुलिसकर्मी आदेशों को ठेंगा दिखा देते हैं।
फिलहाल गाजियाबाद के सभी बॉर्डर सील है। जिले के बाहर से किसी भी जरूरी वस्तुओं के अलावा अन्य व्यक्ति का प्रवेश वर्जित है।

इसके लिये गाजियाबाद- दिल्ली बॉर्डर पर कई पुलिसकर्मियों अपनी जान जोखिम में डालकर रात-दिन और दोपहर एक करते हुये बाहरी जिले से गैरजरूरी वालें लोगों को जिले में प्रवेश करने से रोक रहें है ताकि जिले में कोरोना मरीजों की संख्या में इजाफा ना हो सकें।

लापरवाह पुलिसकर्मियों की नही टुट रही नींद

अब खबरवाणी की टीम कुछ तस्वीरे दिखा रही है। शायद इन तस्वीरों को देखकर डीएम और एसएसपी की भी नींद टूट जाये और ऐसे लापरवाह पुलिसकर्मियों पर कर्येवाही कर जिले के बाहर से लोगों की आवाजाही पर रोकथाम लग सकें। ऐसा भी नही है कि हम इन तस्वीरों को पहली बार दिखा रहें है, खबरवाणी टीम ने लॉकडाउन 2 में खबर के दौरान दिखाया था कि किस तरह लोग खोड़ा कालोनी के जरिये जिले के बाहर गाजियाबाद-दिल्ली-नोएडा आसानी से आवाजाही कर रहे हैं। एक बार फिर तस्वीरें देख लिजिये क्योंकि अगर अभी भी लोगों की आवाजाही को नही रोका गया तो हालात बेकाबू हो जायेंगे और वो दिन दुर नही होगा जब गाजियाबाद में चारों तरफ सिर्फ औऱ सिर्फ कोरोना संक्रमित मरीज होंगे।

यें तस्वीरें गाजियाबाद के खोड़ा थाना क्षेत्र स्थित, बीरबल चौकी क्षेत्र के शर्मा चौक के पास महाराणा प्रताप गेट की है, जहां खबरवाणी की टीम ने देखा की यहां से प्रतिदिन हजारों की संख्या में लोग दिल्ली और गाजियाबाद के लिये आवाजाही कर रहें है। इन्हें रोकने वाला कोई नहीं है।

यहां लॉकडाउन की धज्जिया ऐसे उड़ाई जा रही है मानो प्रशासन की तरफ से कोई आदेश पारित ही ना हुआ हों। डीएम अजय शंकर के अनुसार फिलहाल गाजियाबाद जिले को सबसे ज्यादा खतरा जिले के बाहरी आवाजाही से है। लेकिन अफसोस खोड़ा थाना पुलिस को डीएम के आदेशों से कोई मतलब नही है।

इन तस्वीरों में पुलिस और आमजन दोनों की लापरवाही का आलम साफ देखा जा सकता है। मानों ऐसा लग रहा है जैसे सब कुछ पहले की तरह समान्य जीवन है और कहीं भी लॉकडाउन की स्थिती ही ना हों।

खोड़ा के प्रकाश नगर में भी एसएसपी के आदेशों का उड़ रहा मजाक

ये तस्वीर खोड़ा थाना क्षेत्र के मैन रोड, हनुमान मंदिर , प्रकाश नगर की है। जहां शाम सात बजे के बाद लोगों की चहलकदमी और भी ज्यादा हो जाती है। हर तरफ सिर्फ औऱ सिर्फ लोगों का जमावड़ा रहता है। इन सड़को से बाइक पर 2 सवारी ऐसे गुजरते है जैसे कि मानों कोरोना गया हो क्वारंटाइन लेने।

ये तस्वीरें रविवार शाम साढ़े सात बजे की है। यहां लोगों की चहलकर्मी दिन से ज्यादा शाम को होती है।

अभी दो दिन पूर्व ही एसएसपी ने आदेश पारित किया था कि सात बजे के बाद जिलें में लोगों की भीड़ नजर नही आनी चाहियें बावजूद इसके खोड़ा कॉलोनी का आलम सबके सामने है।

● खोड़ा, नेहरू गार्डन से सटे नोएडा में भी सैकड़ो लोगों की आवाजाही

गाजियाबाद के नोएडा से सटे होने वाले इलाकों की बात करें तो यहां भी पुलिसकर्मी और आमजन की लापरवाही का आलम कम नही है। खुलेआम लॉकडाउन के नियमों को ताक पर रख कर डीएम और एसएसपी के आदेशों का मजाक उड़ाया जा रहा है। प्रतिदिन सैकड़ों लोग खोड़ा से नोएडा के लिये आवागमन कर रहे है। नेहरु गार्डन स्थित दिपक विहार जोकि ठीक नोएडा से सटा है, वहां भी लोगों की चहलकदमी कम नही देखी गई । खोड़ा के लोग दिपक विहार की गलियों से बड़ी सरलता से खोड़ा-नोएडा आवागमन कर रहें है। नोएडा सेक्टर– 57 स्थित हीरों होंडा शोरूम के ठीक खोडा से सटी, हीरों होंडा शोरूम के सामने वाली गली जोकि नेहरू गार्डन चौकी क्षेत्र स्थित है। वहां भी लोगों कि आवाजाही की भरमार है, प्रतिदिन सैकड़ों लोगों का आवागमन हो रहा है।

● खोड़ा में प्रतिदिन लगता है साप्ताहिक बाजार

खोड़ा में अगर सब्जी वालों की बात करें तो मानों ऐसा प्रतित होता है, जैसे अब किसी साप्ताहिक बाजारों की जरूरत ही नही हैं। खोड़ा की लगभग सभी मैन रोड पर सैकड़ो सब्जीवालों का जमघट लगता है। इन्हें भी रोकने वाला कोई नही होता। कुछ दिन पहले ही खोड़ा कालोनी में एक सब्जी बेचने वाला कोरोना संक्रमित पाया गया था जिसके बाद जिले की चिकित्सा विभाग टीम को उसके संम्पर्क में आने वाले लोगों को ढुढ़ने के लिये हाथ पैर फूल गए थे।

तो क्या अब ये मान लिया जाये कि खोड़ा कॉलोनी कंटेनमेंट जोन होने के बाद भी यहां के लोगों का जीवन पहले कि तरह समान्य है । प्रतिदिन खोड़ा कालोनी से हजारों की संख्या में लोगों की आवजाही जिले के बाहर हो रही है उससे खोड़ा में कोरोना के संक्रमितों में इजाफा नहीं होगा?

खोड़ा की हर गली, मोहल्ले से होता है दिल्ली-नोएडा आवागमन

आपकों बता दें कि खोड़ा कॉलोनी में लोगों की आवाजाही के लिये मुख्य रूप से दो ही गेट खोले गये है। बावजूद इसके खोड़ा पुलिस की नाकामी के चलते खोड़ा के लोग खोड़ा की हर गली, हर मोहल्ले से दिल्ली-नोएडा के लिये बड़ी आसानी से आवाजाही कर रहें है।

● खोड़ा में अबतक कोरोना के आकड़े

खोड़ा नगरपालिका परिषद के ईओ केके भड़ाना के अनुसार में खोड़ा में अब तक 30 केस सामने आ चुके है। जिसमें से 26 मरीजों को ठीक कर घर भेजा जा चुका है । 2 कोरोना संक्रमितों का इलाज चल रहा है। वही दो लोगों की कोरोना उपचार के दौरान मौत हो चुकी है, हालांकि दोनों की मौत कैंसर की बिमारी के चलते हुई थी।

गाजियाबद में अबतक कुल कोरोना के आकड़े

रविवार रात तक गाजियाबाद में कोरोना के आकड़े 300 पार कर चुके है। रविवार रात को कोरोना के 32 नये मामले भी सामने आये है। 68 कोरोना संक्रमित केस एक्टिव बताये जा रहें है।

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