PM मोदी ने की “मन की बात” , अनलॉक और आत्मनिर्भर भारत समेत कई मुद्दों पर की चर्चा
खबरवाणी डेस्क
दिल्ली : देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार (आज) “मन की बात” कार्यक्रम में देश की जनता को संबोधित किया। कार्यक्रम के दौरान कुछ मुख्य बातों पर चर्चा करते हुए प्रधानमंत्री ने अनलॉक भारत, आत्मनिर्भर भारत, शहीद जवानों, स्पेस सेक्टर में हो रहे सुधार, कृषि क्षेत्र, कोरोना महामारी, टिड्डी दल, भूकंप और भूतपूर्व प्रधानमंत्री पीवी नरसिम्हा राव के बारे में बात की। इसके साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि मुझे पता है देश का नागरिक साल 2020 से बेहद परेशान हैं। हर कोई इस साल 2020 के खत्म होने का इंतजार कर रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि हमने आधी जंग जीत ली है आधा साल अभी और बाकी है। देशवासियों ने इस संकट को सफलता की सीढ़ी बनाया है, इसी संकल्प से बढ़ेंगे तो यही साल कीर्तिमान स्थापित करेगा।
● “मन की बात” कार्यक्रम के दौरान PM मोदी की मुख्य बातें
● अब लॉकडाउन से देश बाहर आ चुका है और अनलॉक की प्रक्रिया शुरू हो गई है। इस अनलॉक के दौरान देशवासियों को लॉकडाउन से ज्यादा सतर्कता बरतनी है। मास्क पहनना और दो गज की दूरी बनाना बहुत जरूरी है। आप लापरवाही न बरतें। अपना और दूसरों का भी ख्याल रखें। इस अनलॉक के दौरान ऐसी चीजें अनलॉक हो रही हैं, जिनमें देश दशकों से बंधा था। वर्षों से हमारा माइनिंग सेक्टर लॉकडाउन में था। कमर्शल ऑक्शन को मंजूरी देने के लिए निर्णयने स्थिति को पूरी तरह से बदल दिया है। कुछ ही दिनों में स्पेस सेक्टर में भी ऐतिहासिक सुधार देखने को मिले हैं।
● देश के बड़े हिस्से में मॉनसून पहुंच चुका है। बारिश को लेकर वैज्ञानिक भी उत्साहित हैं। बारिश अच्छी होगी तो किसान समृद्ध होगा। बारिश दोहन की भरपाई करती है। इसमें हमें अपना दायित्व निभाना है। कोई भी मिशन जन भागेदारी के बिना पूरा नहीं हो सकता। इसलिए आत्मनिर्भर भारत की दिशा में एक नागरिक होने के तौर पर हम सबका संकल्प, समर्पण और सहयोग बहुत जरूरी है। आप लोकल खरीदेंगे, लोकल के लिए वोकल होंगे तो समझिए आप देश को मजबूत करने की दिशा में अपनी भूमिका निभा रहे हैं।
● लद्दाख में हमारे जो वीर जवान शहीद हए हैं, उनके शौर्य को पूरा देश नमन कर रहा है, श्रद्धांजलि दे रहा है। पूरा देश उनका कृतज्ञ है, उनके सामने नत-मस्तक है। इन साथियों के परिवार की तरह हर भारतीय उन्हें खोना का दर्द अनुभव कर रहा है।
● लद्दाख में भारत की तरफ आंख उठाने वालों को करारा जवाब मिला है। भारत मित्रता निभाना जानता है तो आंख में आंख डालकर चुनौती देना भी जानता है।
● आज 28 जून को भारत अपने भूतपूर्व प्रधानमंत्री पीवी नरसिम्हा राव जी को श्रद्धांजलि दे रहा है। आज से उनकी जन्म शताब्दी शुरू हो रही है। वह स्वाभाविक राजनेता थे। कई भाषाओं को जानते थे। वह अपनी आवाज बुलंद करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ते थे।
● हमारे देश में कहा जाता है, सृजन शास्वत है, सृजन निरंतर है यह कल-कल छल-छल बहती क्या कहती गंगा की धारा? युग-युग से बहता आता यह पुण्य प्रवाह हमारा। क्या उसको रोक सकेंगे, मिटनेवाले मिट जाएँगे। कंकड़-पत्थर की हस्ती, क्या बाधा बनकर आए।
● हम कहां जानते थे कि देश में कोरोना जैसा संकट आएगा। देश में नित नई चुनौतियां सामने आ रही हैं। देश के पूर्वी छोर पर तूफान आया। किसान भाई बहन टिड्डी दल के हमले से परेशान हैं। देश में छोटे-छोटे भूकंप आ रहे हैं। इन सब के बीच पड़ोसी जो कर रहे हैं देश उससे भी निपट रहा है।