रात के अंधेरे में चौकी इंचार्ज ने रातों रात कटवा दिए हरे भरे पेड़,
पेड़ काटकर ट्रैक्टर ट्राली में लदवाकर किया जा रहा था पार मिडिया कर्मियों के मोके पर पहुँचने पर मच गया हड़कंप
खबर वाणी भगत सिंह
मुज़फ्फरनगर। जनपद के मंसूरपुर शाहपुर मार्ग पर स्थित एक चौकी क्षेत्र में दिन छिपते ही आधा दर्जन लोग मुख्य सड़क पर कई हरे पेड़ों को काटकर ट्रैक्टर ट्राली में लोड कर कहीं जाने की फ़िराक में थे की अचानक मिडिया कर्मियो के मोके पर पहुँचने पर उनमे हड़कंप मच गया और कैमरा चलते ही बिना मास्क लगाये आधा दर्जन से अधिक लोग मोके पर ही अपना ट्रैक्टर ट्राली छोड़ फरार हो गए उधर जब मुख्य सड़क से हरे पेड़ कटवाने का कारण स्थानीय पुलिस से पूछा गया तो उन्होंने ऊपर जा रही विधुत लाइनों से पेड़ों के टच होने का बहाना बनाते हुए हरे पेड़ कटवाने की बात कही जब हरे पेड़ों के कटने सम्बंधित मामले में जिला वन विभाग अधिकारीयों से बात की गई तो उन्होंने मामला संज्ञान में न होना बताकर साथ ही इसकी जाँच कराये जाने की बात कही गयी है।
दरअसल पूरा मामल जनपद मु0 नगर के थाना मंसूरपुर अंतर्गत मंसूरपुर- शाहपुर मार्ग स्थित सोहंजनी तगांन चौकी क्षेत्र के मुख्य मार्ग का है जहां बीती देर शाम दिन छिपते ही लगभग आधा दर्जन से अधिक लोग मुख्य सड़क पर खड़े हरे पेड़ों को काटकर ट्रैक्टर ट्राली में लोड कर रहे थे।
की अचानक वहां कुछ मिडिया कर्मी भी जा पहुंचे और कवरेज करने लगे जिन्हें देख पेड़ काट रहे मजदूरों में हड़कंप मच गया जब उनसे मुख्य सड़क पर खड़े हरे पेड़ों को काटने का कारण पूछा गया तो उन्होंने सिर्फ इतना ही कहा की चौकी पुलिस के कहने पर हम लोग पेड़ काट रहे है जब उनसे पूछा गया की ये हरे पेड़ काटकर ट्रैक्टर ट्राली में लोड करके कहाँ लेकर जा रहे हो तो ठेकेदार सहित सभी लोग मोके पर अपना ट्रैक्टर ट्राली छोड़ फरार हो गये।
उधर मामले की भनक लगते ही स्थानीय चोकी इंचार्ज भी जा पहुंचे जब उनसे हरे पेड़ों को कटवाने सम्बंधित बात पूछी गई तो उन्होंने विधुत लाइनों से पेड़ों के टच होने की बात कही जब उनसे सवाल किया गया की ये जो पेड़ विधुत लाइनों से टच हो रहे है ये छट्वाय भी जा सकते थे और आप ने तो इन्हें जड़ से ही कटवा दिया।
जबकि नियम ये है की अगर किसी भी मुख्य मार्ग पर विधुत लाइनों से कोई हरा पेड़ टच हो रहा होता है तो उसे छटवाया जाता है न की जड़ से कटवाया जाता है। वहीं दूसरी तरफ विधुत विभाग को सूचना के साथ ही वन विभाग को भी अवगत कराया जाता है और उनकी ही परमिशन से पेड़ कटवाए जाते हैं लेकिन यहां सम्भवत ऐसा कुछ भी होता दिखाई नही दिया। जब इस सम्बन्ध में जिला वन अधिकारी सूरज कुमार से बात की गई तो उन्होंने इसकी जानकारी होने से इंकार के साथ ही इसकी जाँच पड़ताल कराए जाने की बात कही है।
बता दें यहां हड़बड़ाहट में चौकी इंचार्ज ने मोके पर खबर को कवर कर रहे पत्रकारों से एक स्थानीय पत्रकार की भी फोन बात व सिफारिश कराई लेकिन मोके की खबर को कवर कर रहे पत्रकारों ने स्थानीय पत्रकारों की शिफारिश को दरकिनार करते हुए उन्हें आड़े हाथो लेते हुए कहा की अगर यहां पेड़ों से और विधुत लाइनों से कोई समस्या थी तो आप यह खबर अपने अख़बार में भी लगा सकते थे आप क्यों शिफारिश कर रहे हो।
बड़ा सवाल
अगर सिस्टम की बात करें तो किसी भी विधुत लाइनों पर यदि कोई पेड़ तार को छू लेता है तो वे पेड़ छाँट दिए जाते है न की जड़ तक काटे जाते, वहीं वन विभाग से इन सब मामलों में ली जाती है परमिशन लेकिन यहां तो सब गोल मॉल चल रहा था।