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वोटरों को लुभाने के लिए प्रधान पद के उम्मीदवार द्वारा खुलेआम बांटी जा रही शराब, पुलिस ने छापेमारी कर मौके से 2 पकड़े, अवैध शराब भी की बरामद

खबर वाणी भगत सिंह

मुज़फ्फरनगर। एक तरफ जहां पंचायत चुनाव को लेकर सुबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सख्त दिखाई दे रहे हैं, और सुबे भर में तमाम जिलों के जिलाधिकारियों एवं वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को दिशा निर्देश दिए जा चुके हैं कि कहीं भी कोई भी प्रत्याशी वोटरों को अवैध रूप से शराब बांटना, पिलाना आदि का कार्य नहीं करेगा ,लेकिन बावजूद इसके जनपद मुजफ्फरनगर में खुलेआम अवैध रूप से वोटरों को लुभाने के लिए बीती देर रात्रि में शराब की बोतलें बांटी जा रही थी, जिसकी सूचना जिले के एक बड़े अधिकारी को मिलते ही पुलिस अधिकारियों सहित एसडीएम स्तर के अधिकारी ने मोके पर पहुंचकर छापेमारी करते हुए 2 लोगों को मौके से तीन – चार पेटी शराब के साथ हिरासत में लेकर थाने पहुंचा दिया ,जहां योगी सरकार के स्थानीय नेताओं एवं अन्य पार्टी नेताओं की मिली जुली जुगलबंदी के बाद पकड़े गए आरोपी को बाइज्जत बरी कर दिया गया, और पुलिस अधिकारी सिर्फ यह कहते रह गए कि पकड़े गए आरोपियों के खिलाफ संबंधित मामले में कार्रवाई करते हुए उन्हें जेल भेजा जा रहा है बड़ा सवाल यह निकलकर सामने आ रहा है की आखिर जब योगी सरकार के सख्त दिशा निर्देशनो के अनुपालन में जब उक्त आरोपियों को गिरफ्तार किया गया तो आखिर किसके कहने पर उन्हें रात्रि में ही छोड़ दिया गया।

दरअसल पूरा मामला जनपद मु0 नगर के थाना भोपा अंतर्गत ग्राम अथाई का बताया जा रहा है जहां के पूर्व प्रधान एंव वर्तमान प्रधान पद के भाई पर अवैध रूप से शराब की बोतले बांटने का मामला सामने आया है। बताया जा रहा है की भोपा थाना क्षेत्र के गांव अथाई के पूर्व प्रधान एंव वर्तमान में प्रधान पद के प्रतियाशी रविंदर उर्फ छोटा के भाई को पुलिस ने 3 पेटी अवैध शराब के साथ गिरफ्तार किया गया है। बताया जा रहा है कि शराब बांटने की शिकायत जिले के एक बड़े अधिकारी को दी गई थी जिसमें उक्त अधिकारी द्वारा सीओ भोपा गिरजा शंकर त्रिपाठी एवं एसडीएम जानसठ को मामले की जांच के आदेश दिए गए थे और मोके पर पहुंचकर कार्यवाही के भी दिशा निर्देश दिए गए थे।

जिसमें क्षेत्र के दोनों आला अधिकारियों ने छापेमारी के दौरान पूर्व प्रधान के भाई पुष्पेन्द्र पुत्र रणधीर एंव सुरेश पुत्र राजकुमार को को 3 पेटी अवैध शराब के साथ गिरफ्तार किया गया और पुलिस दोनों को हिरासत में लेकर थाने पहुंच गई। उधर प्रधान पद के प्रतियाशी के भाई की गिरफ़्तारी की सूचना मिलते ही स्थानीय ग्रामीण , एंव भाजपा के स्थानीय नेता सहित शहर के एक जिला पंचायत सदस्य सहित विभिन्न पार्टियों के सैंकड़ो लोग रात्रि में ही थाना भोपा जा पहुंचे और पुलिस पर आरोपियों को छोड़ने का दबाव बनाया गया।

आपको बता दें यहां सैकड़ों की भीड़ ने थाना भोपा को चारों तरफ से घेर लिया और आरोपियों के पक्ष में जमकर नारेबाजी भी की गई यह देर रात्रि तक भी पुलिस ने पकड़े आए आरोपियों को छोड़ने से मना कर दिया। बात अगर सीओ भोपा गिरजा शंकर त्रिपाठी की मानें तो उनका साफ तौर पर कहना था कि भोपा थाना क्षेत्र के ग्राम अथाई के पूर्व प्रधान एवं वर्तमान प्रधान पद के प्रत्याशी के भाई व् एक अन्य युवक को अवैध रूप से वोटरों को लुभाने के लिए शराब बांटने के मामले में गिरफ्तार किया गया है जिनके खिलाफ संबंधित मामले में कार्रवाई करते हुए उन्हें जेल भेजा राज भेजा जा रहा है।

लेकिन मद्य्य रात्रि को ही स्थानीय ग्रामीणों एंव भाजपा नेताओं के दबाव में पकड़े आरोपियों को पुलिस ने छोड़ दिया जिसके चलते आरोपियों के छुट जाने पर थाने के बाहर सेंकडो की भीड़ ने जमकर नारेबाजी भी की गयी। अब एक बड़ा सवाल यह उभरकर सामने आ रहा है की आखिर योगी सरकार के सख्त आदेश के बाद जब जनपद के दोनों आलाधिकारी डोर टू डोर निरीक्षण एंव ग्रामीणों को समझा बुझाने सहित अवैध रूप से शराब बांटने, बेचने आदि के काम में जो लोग लगे हैं उनकी सूचना दिए जाने की बात कह रहे हैं, तो आखिर जनपद की थाना भोपा पुलिस पकड़े गए आरोपियों को किसकी शह पर छोड़ रही है यह एक बड़ा सवाल खड़ा है।

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