Breaking Newsउत्तरप्रदेश

भूमि सुपोषण एवं सरंक्षण हेतु राष्ट्र स्तरीय जन अभियान 13 अप्रैल से प्रारम्भ -: ठाकुर धर्मपाल सिंह

खबर वाणी सवांददाता

मुज़फ्फरनगर। आगामी 13अप्रैल से भूमि सुपोषण एवं संरक्षण हेतु एक राष्ट्रव्यापी जन अभियान का प्रारम्भ चैत्र शुक्ल प्रतिपदा के पावन अवसर पर 13 अप्रैल 2021 को होगा इस अभियान को कृषि एवं पर्यावरण क्षेत्र में कार्यरत संस्थाओं ने संकल्पित किया है अभियान का मुख्य उद्देश्य भारतीय कृषि चिंतन ,भूमि सुपोषण एवं सरंक्षण इन संकल्पनाओं को कृषि क्षेत्र में पुनः स्थापित करना है ,जन अभियान में प्राधान्यतःभूमि सुपोषण, जन जागरण एवं भारतीय कृषि चिंतन एवं भूमि सुपोषण को बढावा देने सम्बन्धित कार्यक्रम किये जायेंगे।

शहर के एक फार्म हॉउस में हुई प्रेस वार्ता के दौरान ठाकुर धर्मपाल सिंह ने बताया की आगामी 13 अप्रैल को एक कृषि जन जागरूकता अभियान चलाया जायेगा। प्रेस वार्ता में कालूराम ( तुगलकपुर कम्हेडा शुद्ध जैविक कृषि कृषक कार्यक्रम के मुख्य वक्ता धर्मपाल सिंह सदस्य, राष्ट्रीय कार्यकारिणी भूमि सुपोषण एवं संरक्षण हेतु राष्ट्र स्तरीय जन अभियान समिति।

यहां मुख्य वक्ता ने सम्बोधित करते हुए बताया कि आधुनिक कृषि में भूमि का स्थान मात्र एक आर्थिक स्त्रोत है। परिणामतः इस आधुनिक कालखण्ड में हमने भूमि का सतत् शोषण किया है बहुत कम मात्रा में हमने भूमि से निकाले गये पोषण तत्वों का पूनः भरण किया है।

वर्तमान में हमारे देश में 96.40 दशलक्ष हेक्टेयर अवनत है यह हमारे कुल भूगौलिक क्षेत्र का 30 प्रतिशत है भारत के अनेकों किसानो के अनुभव कहते है कि कृषि लागत मूल्य निरन्तर बढ़ रहा है ,भूमि की उपजाऊ क्षमता घट रही है। ऑग्रेनिक कार्बन की मात्रा भी निरन्तर घट रही है जिसके कारण उत्पादन भी घट रहा है भूमि की जल धारण क्षमता और जलस्तर अधिकांश स्थानों पर घट रहा है।

कुपोषित भूमि के कारण मानव भी विभिन्न रोगो का शिकार हो रहा है आधुनिक कृषि के गत वर्षों में भूमि सुपोषण संकल्पना की हमने अनदेखी की है। अभी उचित समय है कि हम भारतीय कृषि चिंतन एवं इसमें स्थित भूमि सुपोषण संकल्पना को पुनः स्थापित करें।

भूमि सुपोषण एवं सरंक्षण हेतु राष्ट्र स्तरीय जन अभियान इस दिशा में उठाया गया प्रथम चरण है भारतीय कृषि चिंतन में भूमि को धरती माता ऐसे सम्बोधित किया है हमारे प्राचीन ग्रन्थों में इसके उदाहरण सहजता से पाये जाते है। अर्थवेद के भूमि सूक्त में कहा गया है ‘माता भूमिः पुत्रों अहं पृथिव्याः ‘इसका भावार्थ है कि भूमि हमारी माता है, हम उसके पुत्र है तात्पर्य भूमि के पोषण की व्यवस्था करना हमारा कर्तव्य है।

जन जागरण हेतु अन्य कई बाते यहाँ सम्बोधित की गई कार्यक्रम के निवेदक प्रमोद कुमार विभाग कार्यवाह , लोकेन्द्र कुमार प्रान्त सदस्य ( भू ० सु ० एवं सरंक्षण ) अशोक कुमार विभाग ग्राम विकास प्रमुख रहे। कार्यक्रम में संजय, ब्रिजेश, अरविन्द, सजीव, अमित, रविन्द्र, अश्वनी अन्य कार्यकर्ता उपस्थित रहे।

Related Articles

Back to top button