किसान यूनियन का जाम और लोगों से अभद्रर्ता, स्थानीय पुलिस बनी रही तमाशबीन
किसान विरोधी बिलो के खिलाफ थाने के सामने किसान यूनियन तोमर का धरना प्रदर्शन
खबर वाणी भगत सिंह
मुज़फ्फरनगर। धरना प्रदर्शन के दौरान किसान यूनियन तोमर के कार्यकर्ताओं व पदाधिकारियों ने की आम जनमानस से अभद्रता, स्थानीय ग्रामीण से अभद्रता के साथ ही की गाली गलोच किसान का कसूर सिर्फ इतना था की वो अपना वाहन निकालने की कर रहा था गुजारिश, स्थानीय पुलिस भी किसान यूनियन के सामने नमस्तक दी दिखाई यूनियन के नेता अभद्रता करते रहे और पुलिस चुप चाप तमाशबीन बनकर सब कुछ देखती रही।
क्या सड़क पर सिर्फ और सिर्फ किसान यूनियनों का ही रह गया अधिकार क्या देश में बना कानून जब सब के लिए बराबर है तो यह कानून किसानो पर क्यों लागु नही होता। आखिर कब तक पिस्ता रहेगा आमजनमानस इस जाम में यदि किसी राहगीर (बसों और अन्य वाहनों में सवार जो जाम में फंस गए थे) की अगर मौत या अन्य मामला हो जाये तो आखिर कौन होगा जिम्मेदार
जब जनपद में धारा 144 लागु है और वह हर व्यक्ति खास आम के लिए लागु है तो फिर जाम लगाने वालों पर क्यों नही ???
क्या इसी तरह पुलिस प्रशासन इन किसान यूनियनों के आगे नमस्तक होता रहेगा।