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प्रदूषण फैलाने और आबो हवा को खराब करने वाली एल्कोहल फैक्ट्री पर छापा, कई अधिकारीयों की टीमो ने किया औचक निरीक्षण

शिकायत करता का कहना है की फैक्ट्री अधिकारी और जिला प्रशासन के अधिकारी धमका कर चुप रहने की देते है हिदायत फैक्ट्री से करते है गोलमाल

खबर वाणी भगत सिंह

मुज़फ्फरनगर। जनपद के थाना सिखेड़ा अंतर्गत ग्राम निराना और जोली रोड के बीच सन्चालित एक एल्कोहल फैक्ट्री से निकलने वाले दूषित पानी और आबो हवा को प्रदूषित करने वाली गैस से जहां एक तरफ ग्रामीणों में विभिन्न तरह की बीमारियां फैलने का खतरा बना हुआ है तो वहीं आस पास के ग्रामीण क्षेत्रों में पीने योग्य पानी भी दूषित हो चला है साथ ही साथ किसानो की फसलों को भी यहां भारी नुकसान हो रहा है हालाँकि इस फैक्ट्री की शिकायत स्थानीय ग्रामीणों ने जिला प्रदूषण विभाग,जिले के आलाधिकारियों सहित ऍन जी टी तक को कर रखी है लेकिन बावजूद इसके इस प्रदूषण फैलाने वाली फैक्ट्री पर कोई भी कार्यवाही नही जा रही है गत दिनों शिकायत मिलने पर यूँ तो जिले से जिला प्रदूषण विभाग सहित एस डी एम स्तर के अधिकारीयों तक की टीमे मोके पर जाकर छापेमारी सहित पीड़ित किसान से भी मिले है लेकिन कार्यवाही यहाँ भी नही की गई अगर पीड़ित किसानो की माने तो यहाँ कार्यवाही के नाम पर सिर्फ खाना- पूर्ति ही की जाती रही है साथ ही साथ पीड़ित किसानो को भी धमका कर चुप कर दिया जाता है।

दरअसल पूरा मामला जनपद मुज़फ्फरनगर के थाना सिखेड़ा अंतर्गत जानसठ रोड से लेकर जौली रोड तक बनी कई पेपर मिलो, खाद फैक्ट्रियो,आयल फैक्ट्रियों, एल्कोहल फैक्ट्री, चमड़ा एंव अन्य फैक्ट्रियों से निकलने वाले हानिकारक प्रदूषित पानी, गैस को लेकर है।
यहां के ग्रामीणों की काफी लंबे समय से शिकायत है कि इन फैक्ट्रियों से निकलने वाला प्रदूषण युक्त पानी ग्रामीण क्षेत्र की आबोहवा को तो प्रदूषित कर ही रहा है साथ ही साथ क्षेत्र के ग्रामीणों में विभिन्न तरह की बीमारियां भी फैलाने का काम कर रहा है।

इतना ही नहीं कई गांव का तो पानी भी पीने योग्य नहीं रहा है बात अगर इतनी ही थी तो कोई बात न थी बात इससे भी आगे की है यहां के किसानो का खुला आरोप है की उनकी खेती खलिहानों की जमीन भी अब कृषि योग्य नही रह गई है।

यहां कई ऐसे किसान हैं जिनकी खेती की फसलें भी लगातार इस प्रदूषित पानी और प्रदूषण युक्त आबोहवा के चलते नष्ठ होती जा रही है जिसकी शिकायत वे लोग स्थानीय प्रदूषण अधिकारीयों सहित जिला प्रशासनिक अधिकारीयों और उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड तक को भी कर चुके है लेकिन यहाँ आने वाले अधिकारी इन फैक्ट्रियों के मालिकों की ही जुबां बोलते है यहीं नही फैक्ट्री कर्मचारी/अधिकारीयों के साथ जिला प्रशासनिक अधिकारी भी यहाँ आकर किसानो को धमकाकर चले जाते है और इस मामले में चुप रहने की धमकी देकर फैक्ट्री मालिको से मिलकर गोल मॉल कर लेते है।

गत दिन भी जिला प्रशासनिक अधिकारीयों की टीम के साथ प्रदूषण विभाग के अधिकारी भी यहां शिकायत मिलने पर त्रिवेणी एल्कोहल फैक्ट्री में पहुंचे थे और इसका औचक निरीक्षण भी किया था साथ ही साथ पीड़ित किसान से भी मिले थे जहां जिला प्रशासनिक जिला प्रशासनिक अधिकारियो का सौतेला व्यवहार देखा गया तो वहीं जिला प्रदूषण विभाग से जुड़े अधिकारीयों ने जाँच उपरांत कार्यवाही का आश्वासन दिया है।

इस पूरे मामले में पीड़ित किसानो, शिकायत कर्ताओं और समाजसेवियों का कहना है की यहां स्थित कई इकायों के साथ ही एल्कोहल फैक्ट्री से हानिकारक कैमिकल युक्त पानी रात्रि के समय नालों में निकाला जाता है जिससे फसलों सहित क्षेत्रीय ग्रामीण इलाकों में पानी प्रदूषित के साथ ही फैसले भी नष्ठ हो रही हैं।

मिडिया ने जब इस सम्बन्ध में त्रिवेणी एल्कोहल फैक्ट्री के अधिकारीयों से उनका पक्ष जानना चाहा तो उन्होंने इसे सिरे से ख़ारिज कर दिया जबकि उनकी फैक्ट्री में एल्कोहल युक्त पानी खुले आम नालो में बहता दिखाई दे रहा है साथ ही साथ फैक्ट्री में भी एकत्रित हुआ प्रदूषित पानी तस्वीरों में साफ दिखाई दे रहा है।

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