लाखों खर्च के बाद भी नगर की सड़कों पर छाया अंधकार, मुख्य सड़कों पर लगे विधुत पोल पर लगी स्ट्रीट लाइटें बनी शो पीस
खबर वाणी भगत सिंह
मुज़फ्फरनगर। जनपद में लाखों-करोड़ों खर्च के बाद भी विकास कार्यों में कहीं ना कहीं अनियमितता और लापरवाही साफ दिखाई दे रही है एक तरफ योगी सरकार सूबे भर में साढे चार सालोँ में हुए विकास कार्यों का अपने जनप्रतिनिधियों से बखान करा रही है, तो वहीं दूसरी तरफ नगर पालिका परिषद सहित विकास प्राधिकरण के द्वारा किये गए विकास कार्यों की यहां पोल खुलती जा रही है शहर की अधिकांश सड़कों पर लाखों करोड़ो खर्च के बाद भी विधुत पोलों पर लगी स्ट्रीट लाइटें यहां शो पीस बनी दिखाई दे रहीं है और सड़कों पर सिर्फ और सिर्फ अंधकार ही छाया हुआ है, फिर चाहे यहां कोई सड़क हादसा हो जाये या कोई अपराधिक घटना ही क्यों न हो जाये।
जी हाँ जनपद मुज़फ्फरनगर में साढे चार सालोँ में हुए विकास कार्यों की पोल यहाँ खुद ब खुद खुलती जा रही है एक तरफ जहां योगी सरकार सूबे भर में विकास कार्यों का दम भरते हुए इसका अपने जनप्रतिनिधियों से प्रचार प्रसार करा रही है जिसमे बिजली पानी, सड़कें, सुरक्षा व्यवस्था, महिला शशक्तिकरण सहित विभिन्न योजनाएं जिनमे कोरोना वैक्सिनेशन सहित खाद्यान, राशन आदि है।
तो वहीं दूसरी तरफ जिले में आलाधिकारियों से लेकर अधिनिस्थ् अधिकारीयों तक की नाक के नीचे मुख्य सड़कों पर लगे विधुत पोल पर लाखो करोड़ों खर्च के बाद भी स्ट्रीट लाइटें या तो टूट फुट चुकी है या सीधा गायब ही हो चुकी है जिस कारण शहर की मुख्य सड़कें भोपा रोड,सर्कुलर रोड, आर्यसमाज रोड, रेलवे स्टेशन रोड पर सिर्फ और सिर्फ अंधकार ही छाया रहता है।
अगर शहर की आर्यसमाज रोड की बात करें तो तस्वीरें इस बात की गवाह हैं की यहां सम्बंधित विभाग द्वारा लाखों करोड़ों खर्च करने के बाद भी सिर्फ और सिर्फ अंधकार ही छाया रहता है जिससे आम जनमानस सहित स्थानीय निवासियों और दुकानदारों में हर समय सड़क हादसे और लूट आदि होने का भय बना हुआ रहता है।
स्थानीय निवासियों का दबी जुबान से कहना है की यहां नगर पालिका परिषद सहित विकास प्राधिकरण द्वारा सड़कों के विकास कार्यों के नाम पर सिर्फ और सिर्फ खाना पूर्ति ही की जा रही है।