भारतीय वायु सेना के जांबाजो ने फुल ड्रेस रिहर्सल में आसमान में दिखाई अपनी ताकत, दुश्मनों की अब खैर नही
राफेल सहित कई लड़ाकू विमानों के साथ सारंग ने भी नीले आसमान में दिखाए करतब

ख़बर वाणी संवाददाता
गाजियाबाद। हिंडन एयर फोर्स स्टेशन में आज 6 अक्टूबर बुधवार को भारतीय वायुसेना के 89वा स्थापना दिवस समारोह फुल ड्रेस रिहर्सल बनाया गया है। जिसमें देश ने अपनी हवाई ताकत और वायु सैनिकों के जबरदस्त साहस पराक्रम और अद्भुत करतब देखने को मिले हैं। आपको बता दें मुख्य कार्यक्रम 8 अक्टूबर को होगा।
देश में एनिमा हमारी जैसी बीमारी कोरोना संक्रमण को देखते हुए इस बार भी सोशल डिस्टेंसिंग का विशेष प्रबंध किया गया वायु सेना की इस बार थीम कुछ अलग ही देखने को मिली जो आत्मनिर्भर एवं सक्षम के नाम से थी।
आपको बता दे कि भारतीय वायुसेना ने जांबाजों ने दुश्मन को कुछ इस अंदाज में संदेश दिया है कि मानो दुश्मन थर-थर काँप उठे, बुधवार को हिंडन एयरफोर्स स्टेशन में वायुसेना के 89वा स्थापना दिवस के फुल ड्रेस रिहर्सल में जमीन से लेकर आसमान तक अपने शौर्य और क्षमता का प्रदर्शन किया है। इस भारतीय वायुसेना के जवानों ने कहा कि कंधों से मिलते हैं कंधे कदमों से कदम मिलते हैं जब हम चलते हैं ऐसे तो दिल दुश्मन के हिलते हैं।
जानकारी के अनुसार बुधवार सुबह हिंडन एयर फोर्स स्टेशन पर कार्यक्रम का आगाज पावर हैंड ग्लाइडिंग दल की उड़ान से हुआ है। इसके बाद पैरा ग्लाइडर दल के अंकुर यादव और विशाल कुमार नीले आसमान पर गुजरे।
इसके बाद आकाश गंगा दल के वायु सैनिकों ने एएन 32 से 8000 फीट की ऊंचाई से पैराशूट के जरिए छलांग लगाई। इसके बाद सारे जहां से अच्छा हिंदू सीता हमारा की धुन पर वायु सैनिकों ने परेड ग्राउंड का रुख किया अंत में लड़ाकू विमानों ने फ्लाई पास्ट किया है।
हिंडन एयर फोर्स स्टेशन पर 8 अक्टूबर को होने वाले वायु सेना दिवस समारोह की टीम आत्मनिर्भर एवं सक्षम रहेगी आपको बता दें कि बुधवार सुबह हिंडन एयर फोर्स स्टेशन पर रिहर्सल कार्यक्रम का आगाज पावर हैंड ग्लाइडर टीम और पैरा मोटर दल ने विमान उड़ा कर किया है स्वदेशी हल्का लड़ाकू विमान तेजस ने जैसे ही बादलों के बीच गर्जना शुरू किया तो लोग आश्चर्य चकित रह गए।
एयर शो में दूसरी बार शामिल लड़ाकू विमान राफेल आसमान को चीर कर परेड ग्राउंड के ऊपर से निकला तो लगा मानो कि अब दुश्मनों की खैर नहीं है। हेलीकॉप्टर सलामी मंच से उड़ान भरते हुए सारंग हेलीकॉप्टर की टीम और सूर्य किरण विमानों की लय पर दर्शक ताली बजाते रह गए।
हाल ही में फ्रांस से आया अत्याधुनिक लड़ाकू विमान राफेल भी एयर शो में शामिल हुआ है फुल ड्रेस रिहर्सल देखने पहुंचे लोगों को बड़े ही बेसब्री से इसी पल का इंतजार था वह रफेल को एयरवेज के ऊपर आसमान को चीरता देख रफेल की गड़गड़ाहट के साथ झूम खड़े हुए। हरक्यूलिस, सी-17 ग्लोब मास्टर, मिराज-2000 और जगुआर के जरिये वायु सेना ने अपनी ताकत का प्रदर्शन जबरदस्त तरीके से किया है।
◆रफेल की रफ्तार को देखकर दर्शक आश्चर्यचकित रह गए
एयर शो के दौरान रिफाइल ने हवाई पट्टी के ऊपर से अपनी रफ्तार की तेजी इस कदर दिखाएं इसके बाद जैसे ही फुल ड्रेस रिहर्सल समाप्त हुई तो दर्शकों की भीड़ सीधे रिफिल की तरफ भागी फ्रांस से हाल ही में मिले दुनिया के सबसे अत्याधुनिक युद्धक विमान रफेल पहली बार एयर शो में शामिल किया गया है।
वायु सेना के साजो सामान की प्रदर्शनी में भी इस बार रफेल को सबसे बीच में रखा गया दर्शकों के बीच रफेल के साथ सेल्फी और फोटोग्राफ खिंचवाने की जबरदस्त भीड़ इकट्ठे हो गई मानव के दर्शकों के बीच एक होड़ सी लग गई। यहां तक की सबसे ज्यादा देर तक लोग रफेल के आगे हे खड़े रहे आखिर में वायु सैनिकों ने लोगों को रफेल के आगे से हटाकर उसके कॉकपिट को ढका उसके बाद लोग वहां से एक तरफ हटे।
◆रूट डायवर्जन होने से वाहन चालकों को काफी हुई परेशानी
हिंडन एयर फोर्स स्टेशन में बुधवार को फुल ड्रेस रिहर्सल पर वीवीआईपी मूवमेंट के कारण वाहनों के लिए रूट डायवर्जन लागू किया गया भोपुरा की ओर से आने वाले यातायात को करण गेट पुलिस चौकी के सामने से बैरिकेडिंग लगाकर बीकानेर कट से जीटी रोड मोहन नगर की ओर डायवर्ट किया गया वहीं मोहन नगर और गाजियाबाद की ओर से आने वाले यातायात को हिंडन एयर बेस की ओर से आने दिया गया जबकि जीटी रोड के रास्ते बीकानेर कटते करण गेट पुलिस चौकी के सामने से बनाया गया हैं।
जीटी रोड और लिंक रोड पर सुबह 8:30 बजते ही वाहनों का दबाव बढ़ाना शुरू हो गया मोहन नगर चौराहे पर वाहनों की लंबी-लंबी कतारें लग गई दोपहर करीब 12:30 बजे के बाद कार्यक्रम समाप्त होने पर यातायात सामान्य हो सका। जबकि वाहन जीटी रोड एनएच 9 से होकर हो गए है। लोगों ने कुछ दूरी का सफर घंटों में तय किया इसके चलते लोग अपने ऑफिस और ड्यूटी पर देरी से पहुंचे है।
आपको बता दे कि फुल ड्रेस रिहर्सल इस बार परेड ग्राउंड पर डिस्प्ले के केंद्र में जी नेट विमान को भी लगाया गया है उसके बाद राफेल आकर्षण का केंद्र रहा राफेल पर नजरें गड़ाए दर्शक कार्यक्रम समाप्ति की घोषणा होते ही सीधे रफेल देखने पहुंचे फ्रांस में बना रफेल वायु सेना में शामिल हुआ है राफेल के अलावा सुखोई-30, युद्धक विमान, अपाचे, चिनूक, तेजस, जगुआर, सी-13 जे वायुयान, मिग-29, ध्रुव हेलीकॉप्टर तथा मिराज 2000 को प्रदर्शनी में रखा गया था इनमें से सबसे ज्यादा भीड़ जो देखने को मिली है वह भीड़ रफेल पर रही है।
◆एयर वारियर्स ड्रीम टीम के करतब नही देख पाए दर्शक
एयर वारियर्स ड्रील टीम इस बार परेड के दौरान नहीं दिखाई दी, एयर वारियर ने अपनी भारी-भरकम राइफल को उंगलियों पर नचा कर दर्शकों को दांतों तले उंगलियां दबाने को मजबूर कर देते थे। लेकिन इस बार फुल ड्रेस रिहर्सल में इस रोमांच को ना देख दर्शक थोड़े मायूस से दिखाई दिए, हालांकि लोग उम्मीद कर रहे हैं कि 8 अक्टूबर को वायुसेना दिवस कार्यक्रम में ड्रिल टीम के करतब जरूर देखने को मिलेंगे।
◆ 8 अक्टूबर को दुनिया का सबसे बड़ा तिरंगा फहराया जाएगा
आपको बता दें कि वायुसेना दिवस 8 अक्टूबर को दुनिया का सबसे बड़ा तिरंगा भी फहराया जाएगा परेड ग्राउंड पर तिरंगा लगाने की तैयारी की गई है करीब डेढ़ सौ पुत्रों ने तिरंगे को खादी से बनाया गया है।
◆गरुड कमांडों ने दिखाया दम
कार्यक्रम में उस समय दर्शक अचंभित रह गए जब वायुसेना का घातक कमांडो दस्ता गरुड़ के जवान मंच की तरफ भागे। कमांडों ने मात्र एक मिनट के अंदर दो संदिग्धों को दबोच अपनी गाड़ी में बैठा लिया। हालांकि यह वायुसेना की आतंकी हमले को लेकर मॉक ड्रिल थी। गरुड़ कमांडो भारत के सबसे खतरनाक कमांडो टुकड़ी है। यह वायुसेना का कमांडो दस्ता है।
सूर्य किरण और तेजस की कलाबाजी करीब 40 मिनट तक चले अशोक के अंत में एक और सारंग टीम ने हवा में अठखेलियां कर लोगों को अचंभित कर दिया। इसके बाद 9 सूर्य किरण विमानों ने जब पेड़ ग्राउंड के ऊपर डायमंड संरचना बनाई तो पूरा परेड ग्राउंड दर्शकों की तालियों से गूंज उठा स्वदेशी विमान तेजस की कलाबाजिया देखकर दर्शकों का सीना गर्व से चौड़ा हो गया। इसके साथ ही 600 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से नीचे आकर एकदम 200 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से जो तेजस परेड ग्राउंड के ऊपर से गुजरा तो दर्शक देखते ही रह गए।
चीनूक और MI-35 ने भी दिखाया दम इस बार एयर शो में तीसरी बार शामिल हुए तीनों से एयर शो का आगाज हुआ दो चिनूक ने मेघना संरचना बनाकर M7 गन लादकर उड़ान भरी इसके बाद पांच MI-35 हेलीकॉप्टर ने एकलव्य संरचना बनाई। परेड ग्राउंड पर मौजूद दर्शक 5 मिनट 21 बाईसन विमानों की बहादुर संरचना देख अंचभित हुए है।
इन पर रहीं निगाहें…
राफेल
3450 किलोमीटर की रेंज है
2 इंजन का है विमान
02 पायलट इसके कॉकपिट में बैठ सकते हैं
50 हजार फुट की ऊंचाई तक उड़ान भर सकता है
600 किलोमीटर दूर के लक्ष्य को भेद सकता है
100 किलोमीटर के दायरे में 40 लक्ष्य एक साथ पकड़ सकता है।
तेजस
2000 किलोमीटर की रेंज है मेड इन इंडिया तेजस की
9 तरह के हथियार इसमें लोड और फायर किए जा सकते हैं
49 हजार फुट की ऊंचाई तक उड़ान भर सकता है
9 टन वजनी तेजस सुपरसोनिक हल्का युद्धक विमान है।
सुखोई 30 एमकेआई
3000 किलोमीटर की रेंज है
12 टन तक युद्धक सामग्री लोड की जा सकती है
59 हजार फुट की ऊंचाई तक उड़ान भर सकता है
2015 में सुखोई 30 एमकेआई को वायुसेना में शामिल किया गया, यह वायुसेना को रूस से 2002 में मिले सुखोई 30 के बाद देश में ही बना है।
अपाचे हेलीकॉप्टर
20 हजार फुट की ऊंचाई तक उड़ान भर सकता है
280 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार
550 किलोमीटर की दूरी तक उड़ान संभव
16 एंटी टैंक मिसाइल छोड़ने की क्षमता