जिले में रुक नही रहा अवैध खनन का खेल, स्थानीय पुलिस और प्रशासन की नाक के नीचे खनन माफिया के हो रहे वारे के न्यारे
चर्चित गांव में दिन निकलने से रात तक रहती है दो दर्जन से अधिक मिटटी से भरे ट्रैक्टर ट्रालियों की आवा जाही, पहले भी गांव में हादसे के दौरान हो चूका है बवाल
खबर वाणी भगत सिंह
मुज़फ्फरनगर। जिले में अवैध मिटटी खनन का खेल रुकने का नाम नही ले पा रहा है ऐसा नही की स्थानीय पुलिस और खनन अधिकारीयों को इस गौरख धंधे के बारे में मालूम न हो ,मालूम सभी को है लेकिन मिठाई के सामने सबकी आँखे बन्द हो रही है फिर चाहे किसी की जान जाये या फिर किसी को इस मिटटी से साँस लेने में हो हानिकारक बीमारी बताया जाता है की पहले भी ट्रैक्टर ट्रालियों से हुए हादसे में जहां गांव में बड़ा बवाल हो गया था जिसमे दो की जान चली गई थी तो वहीं कई लोग यहां गम्भीर रूप से घायल भी हो गए थे।
https://youtube.com/shorts/WUMqu00ogTY?feature=share
दरअसल पूरा मामला जनपद मुज़फ्फरनगर जिले के थाना मंसूरपुर अंतर्गत नेशनल हाईवे 58 पर स्थित ग्राम संधावली का है जहां पिछले काफी समय से गांव के जंगलों सहित बहादरपुर, नरा आदि ग्रामों के जंगलों तक से ठेकेदारों द्वारा अवैध मिटटी खनन करते हुए लगभग दो दर्जन से अधिक ट्रैक्टर ट्रालियों के सहारे गांव सन्धावली के रास्ते मुख्य राजमार्ग से होते हुए आस पास की कालोनियों, ऐ टू जेड, वसुंधरा, सहित जानसठ रोड पर बनने वाली कालोनियो तक में मिटटी भराव के काम में लगे हुए है।
जिन्हें न केवल सफ़ेद पोशों का साथ मिला हुआ है बल्कि स्थानीय पुलिस और खनन विभाग के कुछ कर्मचारियों की भी श मिली हुई है अगर ग्राम सन्धावली के ग्रामीणों की माने तो इस गांव से दिन निकलने से रात्रि होने तक लगातार इसी तरह अवैध मिटटी खनन का खेल होता रहता है जिससे न केवल धूल मिटटी उड़ती है वरण लोगों को साँस लेने में भी तकलीफ हो रही है।
गांव में पहले भी मिटटी से भरे ट्रैक्टर ट्रालियों की चपेट में आने से बच्चियो के घायल होने के विवाद के चलते जबरदस्त संघर्ष हो गया था जिसमे दो लोगों की जान तक चली गई थी और कई लोग घायल भी हुए थे।
◆बड़ा सवाल आखिर कब तक चलता रहेगा, अवैध खनन का खेल
आखिर जिला पुलिस एंव प्रशासनिक अधिकारीयों को क्या यह सब दिखाई नही देता ?
शहर एंव आस पास के इलाकों में जबरदस्त तरीके से अवैध मिटटी का खनन रात दिन हो रहा है कहीं न कहीं स्थानीय पुलिस व खनन विभाग की मिली भगत के बिना क्या ये सब अनैतिक कार्य हो सकते है?
जिले में डम्फरों से लेकर ट्रैक्टर ट्रालियों के द्वारा अवैध खनन का खुला खेल हो रहा है जबकि योगी सरकार के सख्त आदेश हैं की सूबे में कहीं भी अवैध खनन नही होना चाहिए बावजूद इसके जिले में ये सब किसके इशारे पर चल रहा है?
मंसूरपुर अंतर्गत सन्धावली गांव वालो का यहां जीना दुभर हो चूका है जिन्हें साँस लेने की तकलीफ के साथ ही विभिन्न बिमारियों का सामना करना पड़ रहा है सूत्रों की माने तो कहीं ट्रैक्टर ट्रालियों की बडी तादात गांव मे न बन जाए किसी बडी घटना की वजय आखिर जिले के आलाधिकारियों की आखिर कब नींद टूटेगी।