पैसे देने से मना किया तो कलयुगी बेटे ने अपने रिटायर्ड सूबेदार पिता की कर दी निर्मम हत्या
पुलिस ने मामला दर्ज करते हुए आरोपी को किया गिरफ्तार
खबर वाणी भगत सिंह
मुज़फ्फरनगर। जनपद के थाना चरथावल क्षेत्र के ग्राम ज्ञाना माजरा में रूपये न देने पर रिटायर्ड सूबेदार की उसके ही शराबी पुत्र ने खाट के पावें (लकड़ी) से पीट -पीट कर निर्मम हत्या किया जाने का मामला प्रकाश में आया है, यहां सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस ने जहां मृतक सूबेदार के शव को पोस्टमार्टम को भेज दिया तो वहीं कार्यवाही करते हुए आरोपी पुत्र को गिरफ्तार कर लिया है।
दरअसल पूरा मामला जनपद मु०नगर के थाना चरथावल क्षेत्र अंतर्गत ग्राम ज्ञाना माजरा का है जहां देर शाम ग्रामीणों ने स्थानीय पुलिस को सूचना दी की गांव में एक शराबी पुत्र ने अपने पिता की रूपये देने से मना करने पर खाट के पावें(लकड़ी) से पीट पीट कर निर्मम हत्या कर दी है और आरोपी मोके से फरार हो गया है। सूचना मिलते ही थाना प्रभारी भारी फ़ोर्स लेकर मोके पर पहुंचे जहां मृतक के शव के पास परिजन रोते बिलखते मिले तो वहीं ग्रामीण भी मोके पर एकत्रित थे।
पुलिस ने जहां परिजनों से पूरी जानकारी हासिल की तो वहीं मृतक के दूसरे पुत्र से भी बारीकी से पूछ ताछ की यहाँ ग्रामीणों सहित मृतक के परिजनों ने बताया की आरोपी शराब का आदि था तथा पहले भी मृतक से रूपये मांगते हुए कई बार मार पीट कर चूका था आज भी जब मृतक ने रूपये नही दिए तो आरोपी ने मृतक के साथ जबरदस्त मार पीट करते हुए उसकी हत्या कर दी और मोके से फरार हो गया।
थाना प्रभारी चरथावल ज्ञानेश्वर बौद्ध ने बताया कि चरथावल क्षेत्र के गांव ज्ञाना माजरा रोदान निवासी 75 वर्षीय दिव्यांग बुजुर्ग गुलाब सिंह पुत्र मुल्तान सिंह की उसके ही शराबी पुत्र अमरदीप ने डंडे से पीटकर हत्या कर दी है। उन्होंने बताया कि सूचना मिलते ही पुलिस बल के साथ मोके पर पहुंचे है शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम को भेज दिया है आरोपी अमरदीप को भी भागदौड़ करते हुए गिरफ्तार कर लिया गया है।
पुलिस के अनुसार गांव ज्ञाना माजरा निवासी अमरदीप पुत्र गुलाब सिंह काफी समय से शराब का आदि है। अमरदीप शराब के लिए अक्सर अपने बड़े भाई तरसेम के साथ मारपीट करता रहता था। अमरदीप से परेशान होकर तरसेम अपने परिवार को थानाभवन ले जाकर रहने लगा था। इधर आए दिन अरमदीप अपने पिता गुलाब सिंह से मारपीट करता था शराब के लिए पैसे न देने पर घर में अक्सर झगड़ा रहता था झगड़े के चलते अमरदीप की पत्नी भी घर छोड़कर चली गई थी।