दो नामी गिरामी स्कूलों पर बच्चे की टीसी ना देने का महिला ने लगाया आरोप
पीड़ित महिला ने जिला प्रशासनिक अधिकारियो सहित सीएम पोर्टल तक कि शिकायत
खबर वाणी भगत सिंह
मुजफ्फरनगर। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार जहां शिक्षा पर जोर देते हुए समूचे उत्तर प्रदेश में सर्व शिक्षा अभियान, स्कूल चलो अभियान, आदि विशेष कार्यक्रम चलाकर बालक – बालिकाओं को पढ़ाने- लिखाने सहित आत्मनिर्भर बनाने तक के जोर दे रही है और लाखों करोड़ो खर्च भी कर रही है, तो वहीं दूसरी तरफ मुजफ्फरनगर में इसका उल्टा ही असर देखने को मिल रहा है एक पीड़ित महिला का यहाँ खुला आरोप है कि नगर के दो नामी गिरामी स्कूलों द्वारा उसे परेशान किया जा रहा है उसके पुत्र की टीसी नही दी जा रही है यहीं नही पीड़िता द्वारा इस मामले की शिकायत स्थानीय प्रशासन से लेकर मुख्यमन्त्री पोर्टल तक पर भी कर रखी है, लेकिन योगी सरकार के मंत्रियों के दखल के बाद उसे इंसाफ नहीं मिल रहा है, पीड़ित महिला का कहना है कि उक्त नामी-गिरामी स्कूलों द्वारा उसका मानसिक, सामाजिक एवं आर्थिक उत्पीड़न किया जा रहा है महिला का कहना है कि उसके द्वारा स्कूल में पूरी फीस भी जमा की हुई है लेकिन स्कूल प्रशासन कई साल पूर्व का हवाला देकर फीस न जमा करने की बात कहकर उत्पीड़न पर उत्पीड़न कर रहा है, पीड़ित महिला का कहना है कि अगर उसे मुजफ्फरनगर प्रशासन से इंसाफ ना मिला तो वह योगी सरकार के दरबार में भी दस्तक देकर स्थानीय प्रशासन व मंत्रियों की शिकायत जरूर करेगी।
दरअसल पूरा मामला मुजफ्फरनगर जनपद के शहरी क्षेत्र का है जहां थाना नई मंडी क्षेत्र की रहने वाली रीमा सिंघल पुत्री स्व सुरेन्द्र सिंघल ने आज जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचकर जानकारी देते हुए बताया कि उसका पुत्र शहर के नामी-गिरामी स्कूल एमजी पब्लिक स्कूल सर्कुलर रोड मु0 नगर में सन् 2019 से पढ़ रहा है और उसने वर्ष 2022 में कक्षा सात उत्रीन की है।
पीड़ित महिला का कहना है की दो मंत्रियों के दबाव में है प्रशासनिक अधिकारी महिला का कहना है कि किया जा रहा है मानसिक, सामाजिक, एंव आर्थिक उत्पीड़न अगर इंसाफ नही मिला तो जाउंगी योगी दरबार।
पीड़ित रीमा सिंघल ने बताया कि जब वह 28 मार्च 2022 को अपने पुत्र का कक्षा 7 का रिजल्ट कार्ड व टीसी लेने के लिए एमजी पब्लिक स्कूल में गई तो स्कूल की प्रिंसिपल श्रीमती मोनिका गर्ग ने टीसी देने से मना करते हुए पुरानी फीस लंबित रहने की बात कहते हुए अभद्रता कर डाली और अपशब्द कहते हुए स्कूल प्रबंधक सतीश गोयल से बात करने के लिए कहा। पीड़ित महिला रीमा सिंगल का आरोप है कि प्रिंसिपल ने सतीश सिंगल को फोन कर स्पीकर खोलते हुए उसकी बात कराई पीड़ित महिला ने सतीश गोयल से बात करते हुए अपने पुत्र की पूरी फीस जमा होने की बात कही और उसके पुत्र की स्कूल फीस को लम्बित दर्शाने व नजायज धन राशि मागने का विरोध किया तथा अप टू डेट फीस जमा होने की बात कही।
जिलाधिकारी कार्यालय पर पहुंची पीड़िता का कहना है कि उसका व उसके पुत्र का स्कूल प्रशासन द्वारा उत्पीड़न किया गया पीड़िता का कहना है कि उसके पिता संस्था के संस्थापक सचिव सुरेंद्र सिंगल की मृत्यु के 1 साल बाद तक भी संस्था संचालित शिक्षण संस्थाओं एमजी पब्लिक स्कूल और एमजी वर्ल्ड विजन स्कूल का कोई मुद्दा या विषय पीड़िता व उसके पुत्र के साथ किसी तरह का नहीं था। पीड़िता का आरोप है कि उसकी बहन व् उसके भाई द्वारा जैसे ही उक्त दोनों स्कूलों व् सतीश गोयल की शिकायत सहायक रजिस्ट्रार, फर्म, सोसायटी तथा चिटस सहारनपुर के यहां की तो वहां से संस्था की प्रबंध समिति को कालातीत किया गया पीड़िता का आरोप है कि तभी से मुझे और मेरे पुत्र से खुन्नस रखते हुए हमे परेशान किया जा रहा है।
पीड़िता का कहना है कि उसने अपने पुत्र की वर्ष 2019 से लेकर 2022 तक 81 हजार 600 रुपये लगभग जमा की हुई है जबकि स्कूल प्रशासन उस पर कई साल पूर्व की फीस जमा न करने का आरोप लगा रहे हैं पीड़िता का साफ तौर पर कहना है कि उसने इस पूरे मामले की शिकायत स्थानीय प्रशासन से लेकर मुख्यमंत्री पोर्टल तक पर भी की हुई है लेकिन मुजफ्फरनगर के दो मंत्रियों के दबाव में प्रशासनिक अधिकारी आते दिखाई दे रहे है।
उधर आरोपी बताए गए सतीश गोयल से जब बातचीत की गई तो उन्होंने बताया कि उक्त बच्चे की फीस 2019 से लेकर 2022 तक लगभग जमा है लेकिन उससे पहले कई साल तक की फीस महिला द्वारा नहीं जमा की गई उन्होंने महिला के आरोपों को निराधार बताते हुए कानूनी कार्यवाही करने की बात कही है। उक्त पूरे मामले में पीड़िता ने कहा है कि एक मंत्री ने तो उनसे माफी तक मांगते हुए इस मामले से हट जाने की बात कह दी है लेकिन योगी सरकार के एक कद्दावर मंत्री अभी भी आरोपियों का साथ दे रहे हैं पीड़ित महिला का कहना है कि अगर स्थानीय प्रशासन से उसे इंसाफ न मिला तो वह योगी सरकार के दरबार में भी अपनी शिकायत जरूर करेगी।
पीड़ित महिला का कहना है कि उक्त दोनों स्कूलों के प्रबंधक सतीश गोयल वह उनके पुत्र द्वारा सपा सरकार के दौरान आयकर एवं अन्य विभागों के छापेमारी के पड़ने के दौरान सरकारी अधिकारियों/ कर्मचारियों के ऊपर दबंगता दिखाते हुए कुत्तों से हमला भी करवा दिया था। जिसके चलते सतीश गोयल के पुत्र को जेल की हवा भी खानी पड़ गई थी पीड़िता का कहना है कि क्या योगी सरकार में एक महिला को इंसाफ मिल पाएगा या फिर महिला सशक्तिकरण, नारी सुरक्षा, संबंधित मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की महत्वाकांक्षी योजनाओं पर यहां के अफसर पलीता लगाते रहेंगे।