नोएडा सेक्टर 55 घुस कांड में आखिर कब होगी कार्यवाही, प्रशासन क्यो है मौन?
भ्रष्टाचार उजागर करना खबर वाणी न्यूज को पड़ रहा भारी, लगातार मिल रही खबर हटाने की गीदड़ भभकी

खबर वाणी संवाददाता
नोएडा। उत्तर प्रदेश में भ्रष्टाचार समाप्त होने के दावे अब फेल साबित होते नजर आ रहे हैं। ऐसा लग रहा है जैसे उत्तर प्रदेश में भ्रष्टाचारियों की जमकर जी हजूरी की जा रही हो, दरअसल हम ये बात इसलिए कह रहे हैं क्योंकि शुक्रवार शाम खबर वाणी न्यूज़ द्वारा नोएडा के सेक्टर 55 स्थित सब डिविजनल ऑफिस से एक बड़े घुस कांड का खुलासा किया गया, लेकिन हैरानी तो इस बात की है कि वीडियो के वायरल होने के 12 घंटे बाद भी भ्रष्ट अधिकारियों और कर्मचारियों पर अभी तक प्रशासन की तरफ से कोई भी कार्यवाही नहीं की गई। जिसे देखकर अब ऐसा लग रहा है कि मानो UPPCL और PVVNL महज अपनी पीठ थपथपाने के लिए ट्विटर पर एक्टिव रहता है। हैरानी की बात तो ये भी है कि वीडियो में स्पष्ट दिख रहे भ्रष्टाचारियों के खिलाफ भी UPPCL और PVVNL की तरफ से कोई भी बयान साझा नहीं किया गया।
◆ घूसकांड जांच की आंच में प्रशासन मौन?
यूपी बिजली विभाग और जिले का प्रशासन जांच की आंच में इस तरह से मौन बैठ गया है कि मानो भ्रष्ट अधिकारियों को बचाने की तमाम कोशिशें की जा रही हो। वहीं दूसरी तरफ वीडियो में दिख रहे उपभोक्ता पर लगातार बयान बदलवाने और निजी वेबसाइट न्यूज़ से खबर हटवाने को लेकर लगातार दबाव डाला जा रहा है। भ्रष्ट अधिकारी के चमचे लगातार एक निजी वेबसाइट न्यूज़ के ऑफिस के चक्कर काट रहे हैं। वही देखा गया है कि इसके साथ ही कई लोग फोन पर भी धमकाने की कोशिश कर रहे हैं। इन सबके बीच घूस कांड मामले में उत्तर प्रदेश बिजली विभाग और प्रशासन की तरफ से इस तरह मौन हो जाना कई गंभीर सवाल खड़े कर रहा है।
ऐसा लग रहा है कि मानो इस घूसखोरी की चेन काफी लंबी है, जिसमें कई अधिकारी और कर्मचारी अपने आप को बचाने की कोशिश कर रहे हो। लिहाजा बिजली विभाग के अधिकारी भ्रष्टाचारियों के खिलाफ कार्रवाई करने से कतरा रहे हो। वही दूसरी तरफ खबर चलने के बाद से लगातार संवाददाता को धमकाने की भी कोशिश की जा रही है। खबर को हटाने को कहा जा रहा है। हालांकि खबर वाणी की तरफ से भ्रष्ट अधिकारियों के चमचों को ये स्पष्ट कर दिया गया कि खबर किसी भी हालातों में नहीं हटेगी।
◆ आखिर सच क्यों ना लिखे पत्रकार, सच दिखाना गुनाह है?
घूसकांड वीडियो के सामने आने के बाद अब ऐसा लग रहा है कि मानो उत्तर प्रदेश का बिजली विभाग और जिले का प्रशासन, पत्रकार के मुंह पर तमाचा मार कर कह रहे हो कि “हम सत्ता में हैं, हम ही सब कुछ है, और हम जो चाहेंगे सिर्फ वही होगा, कितनी भी खबर दिखा लो कार्रवाई नहीं होगी” इन हालातों में अगर पत्रकार कुछ कहता है तो प्रशासन उसे आपसी दुश्मनी मान लेता है और अगर ना कहें तो इन जैसे भ्रष्टाचार अधिकारी जमकर मलाई काटते हैं। बरहाल धमकाने वालो को ये स्पष्ट कर दें कि तुम्हारी गीदड़ भभकी से स्वतंत्र पत्रकार डरने वाला नहीं है।