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देखें लाइव वीडियो : मात्र 9 सेकेंड में कैसे गिरा ट्विन टावर” 3700 किलो बारूद से मुंह के बल गिरा ट्विन टावर

आज इतिहास बन गया भ्रष्टाचार का "ट्विन टॉवर"

अरुण प्रताप सिंह

नोएडा। गौतम बुध नगर में आज ट्विन टावर को 2:30 बजे ढहा दिया गया है, ट्विन टावर के ध्वस्तीकरण को देखने के लिए सुबह से ही हजारों की सँख्या में लोगों का जमावड़ा लगा गया, नोएडा के सेक्टर 93 ए में भ्रष्टाचार से बने ट्विन टावर के ध्वस्त होने पर लोगो मे खुशी का माहौल दिखाई दिया है। ट्वीट टावर को ध्वस्त होने से पहले टावर के आगे खड़े होकर लोगों ने सेल्फी भी ली है। बता दे कि आज सुपरटेक के ट्विन टावर को ढहाने से पहले 1396 फ्लैट खाली कराए गए। और 500 मीटर के इलाके को नो एंट्री जॉन बनाया गया है।

नोएडा में आज (रविवार) को दोपहर 2.30 बजे एक बड़ा विध्वंस हो गया, जब सेक्टर 93 ए में स्थित नियमों के खिलाफ बने ट्विन टॉवर को गिरा दिया गया। बिल्डिंग को 3700 किलोग्राम विस्फोटक से ब्लास्ट के ज़रिए उड़ाया गया है। ट्विन टावर के आसपास 10 ब्लैक बॉक्स लगाएं गया थे। जिनसे वाइब्रेशन रिकॉर्ड किया गया था, मात्र 9 सेकंड में ढह गया नोएडा का “बुर्ज खलीफा ट्विन टावर” जिसे देखने के लिए हजारों की संख्या में भीड़ पहुंची थी। इस बिल्डिंग से जुड़े फैक्ट्स और अन्य जानकारी बेहद अहम है।

• धमाके के लिए पूरी टीम को निर्देश
• कमांड सेंटर को पहुंच गया आदेश
• धमाके के लिए फाइनल राउंड रिव्यू
• धमाके की पूरी तैयारी कर ली गई है
• टीमें को अलर्ट कर दिया गया है
• धमाके बटन भी चेक कर लिये गये है
• धमाके के लिए सभी परीक्षाएं पूरी
• कमांट सेंटर की पूरी टीमों को मैसेज
• धमाका होने में महज कुछ ही मिनट बाकी
• मॉनिटरिंग कर रहे हैं सीनियर ऑफिसर
• किसी भी वक्त सायरन बजने वाला है
• सायरन बजने के कुछ ही देर में ब्लास्ट
• 12 सेकेंड में रेत के टीले की तरह ढह गया भ्रष्टाचार का बुर्ज खलिफा
• भ्रष्टाचार के ट्विन टावर ध्वस्त
• ब्लास्ट होते ही ध्वस्त हुआ ट्विन टावर
• बिल्डर के भ्रष्टाचार की इमारत जमींदोज
• नोएडा का ‘बुर्ज खलीफा’ मुंह के बल गिरा
• चंद सेकेंड में जमींदोज हुआ ट्विन टावर
• टावर गिरते ही उठा धूल का गुबार
• 3700 किलो विस्फोटक से टावर ध्वस्त
• 8 सेकेंड में मलबे में तब्दील हुआ ट्विन टावर।

◆आइये 10 अहम प्वाइंट्स के ज़रिए जानें इनके बारे में…

फ्लैट की संख्या मूल रूप से प्रत्येक टावर में 40 फ्लैट की संख्या निर्धारित की गई थी, हालांकि अदालत द्वारा निर्माण कार्य रोके जाने के बाद ऐसा हो नहीं सका। जबकि कुछ निर्माणों को पहले ही तोड़ दिया गया था, अब एपेक्स टावर में 32 फ्लैट हैं और सियेन में यह संख्या 29 है। इस योजना में 900 से ज्यादा फ्लैट होने थे, इनमें से दो-तिहाई बुक या बेच दिए गए थे।

एपेक्स टावर की ऊंचाई 103 मीटर है जबकि सियेन टॉवर 97 मीटर लंबा है, ट्विन टॉवर को उड़ाने के लिए एडिफिस इंजीनियरिंग ने दक्षिण अफ्रीका के विशेषज्ञों के साथ करार किया है। जिन्होंने 3 साल पहले जोहान्सबर्ग में एक बैंक बिल्डिंग को विस्फोट के जरिए गिराया था। इस इमारत की ऊंचाई 108 मीटर थी। इससे पहले भारत में ब्लास्ट के जरिए उड़ाई गई सबसे ऊंची इमारत केरल में 68 मीटर थी।

◆अन्य अपार्टमेंट को धूल से बचाने के लिए विशेष कपड़े से ढका गया…

ट्विन टॉवर के आसपास 8 मीटर की दूरी पर कुछ अपार्टमेंट भी बने हुए हैं। इसके अलावा 9 से 12 मीटर के अंदर भी कई अन्य बिल्डिंग्स हैं, धमाके के दौरान धूल के प्रकोप से बचने के लिए उन्हें एक विशेष कपड़े में ढंक दिया गया है।

◆3700 किलो विस्फोटक से ध्वस्त किया गया भ्रष्टाचार का ट्विन टावर

ट्विन टॉवर को ब्लास्ट के जरिए उड़ाने के लिए खंभों में करीब 7,000 छेद कर के उनमें विस्फोटक डाला गया, इन सबको एक साथ लाने के लिए 20,000 सर्किट बनाए गए थे। जैसे ही ब्लास्ट हुआ तो ये खंभों को इस तरह से टकराए कि टावर सीधे नीचे आ गिरा। इसे‘वाटरफॉल तकनीक’ कहा जाता है।

◆ट्विन टावर जमींदोज होने आधे घंटे तक आवाजाही रहेगी बंद…

ब्लास्ट की यह प्रोसेस कब तक चलेगी इस पर प्रोजेक्ट इंजीनियर ने कहा कि, आज दोपहर 2.15 से 2.45 बजे तक ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे पर आधे घंटे के लिए ट्रैफिक रोक दिया जाएगा। ब्लास्ट वाली साइट से 100 मीटर की दूरी पर अफ्रीका के तीन विशेषज्ञ और कुछ अन्य सरकारी अधिकारी कुल 10 लोगों से अधिक मौजूद नहीं होंगे।

◆55 हजार टन मलवे को ढोने में लगेंगे 3 हजार ट्रक

धूल जमने में इतना समय लगेगा? इस सवाल का जवाब देते एक्सपर्ट्स ने बताया यदि हवा की गति सामान्य नहीं रही तो थोड़ा समय लग सकता है। ब्लास्ट के बाद मजदूर आस-पास की इमारतों की जांच करने के लिए आगे बढ़ेंगे और तुरंत मलबे पर काम करने लगेंगे. बेशक, मलबे को साफ होने में अधिक समय लगेगा. क्योंकि 55,000 टन मलबा या 3,000 ट्रक, को ढोने में तीन महीने लगेंगे।

◆ट्विन टावर के जमींदोज होने पर महसूस हुआ भूकंप जैसा झटका

विस्फोट के बाद इसका कंपन कुछ सेंकड के लिए 30 मीटर तक महसूस किया गया है, सरल शब्दों में यह कंपन रिक्टर पैमाने पर 0.4 तीव्रता के भूकंप के बराबर है।

◆ट्वीट टावर को जमींदोज होने पर करीब-करीब 7,000 लोगों को छोड़ना पड़ा घर

नागरिक सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए आस-पास के इलाकों के निवासी आज सुबह 7 बजे अपने-अपने घरों से बाहर निकल चुके थे, परियोजना अधिकारियों ने कहा कि शाम 4 बजे तक गैस और बिजली वापस बहाल कर दी जाएगी। और निवासियों को करीब 5.30 बजे तक वापस जाने की अनुमति दी जाएगी।

◆आखिर ट्विन टावर की 9 साल क्यो चली कानूनी लड़ाई

9 साल तक चली कानूनी लड़ाई के बाद अगस्त 2021 में इस मामले में अंतिम अदालती का फैसला आया। सुपरटेक एमराल्ड कोर्ट सोसाइटी के निवासियों ने पहली बार 2012 में अदालत का रुख किया था, जब इन टावरों को एक संशोधित भवन योजना के हिस्से के रूप में मंजूरी दी गई थी।

ब्लास्ट के दौरान आसपास की इमारतों की सुरक्षा के लिए 100 करोड़ का बीमा है. इसकी प्रीमियम और अन्य लागतें सुपरटेक को वहन करनी होंगी। जबकि ट्विन टॉवर को ब्लास्ट करने की कुल लागत 20 करोड़ रुपये से अधिक हो सकती है, वहीं सुपरटेक की इस इमारत को बनाने में 800 करोड़ रूपए के करीब लगे थे। लेकिन इसे ध्वस्त करने में केवल 9 सेकेंड का समय लगा है, मात्र 9 सेकेंड में पूरी तरह जमींदोज हो गया ट्विन टावर, जमींदोज होने के बाद ट्विन टावर के आसपास काफी देर तक धूल का एक गुब्बार बना रहा है। बता दें कि ट्विन टॉवर को ब्लास्ट के जरिए उड़ाए जाने की खबर पिछले काफी दिनों से सुर्खियों में बनी हुई थी, इसे अंजाम देने के लिए देश और विदेश के टेक्निशयन ने काफी समय तक मंथन करके ब्लास्ट की योजना बनाई है, ताकि इससे किसी को कोई नुकसान नहीं पहुंचे।

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