चलते फिरते कॉल सेंटर से ठगी करने वाले तीन आरोपी गिरफ्तार
लोगों को कॉल करके क्रेडिट कार्ड के पॉइंट रिडीम करने के नाम पर करते थे ठगी
खबर वाणी संवाददाता
गाजियाबाद। पुलिस कमिश्नरेट ट्रांस हिंडन जोन अंतर्गत आने वाले इंदिरापुरम थाना पुलिस को एक बड़ी सफलता प्राप्त हुई। जब इंदिरापुरम थाना पुलिस गस्त कर रही थी तब एक चलता फिरता कॉल सेंटर हाथ लगा। आपको बता दे कि गाजियाबाद पुलिस कमिश्नरेट के इंदिरापुरम इलाके में तीन ग्रेजुएट युवकों मिनी बस में कॉल सेंटर बनाकर साइबर ठगी कर रहे थे।
जिन तीनो आरोपियों को पुलिस ने गस्त के दौरान गिरफ्तार किया है। यह तीनो साइबर ठग लोगों से करोड़ों रुपयों की ठगी कर चुके है। साइबर ठग ट्रेपो ट्रैवलर मिनी बस में बैठकर घूमते हुये टैली कॉलिंग कर क्रेडिट कार्ड धारकों को रिवार्ड पाइन्ट रिडीम करने का लालच देकर व उनको अपनी बातों में फसाकर साइबर ठगी कर रहे थे।
जानकारी मिली है की साइबर ठगों ने 2 हजार के प्रतिदिन टेंपो ट्रैवलर मिनी बस किराए पर ले रखी थी। तीनो आरोपी शातिर किस्म के है, यह लोगों को ठगने के लिए बस लेकर लोगों को कॉल करके क्रेडिट कार्ड के पॉइंट रिडीम करने के नाम पर ठगी करते थे। पत्रकार वार्ता में सहायक पुलिस आयुक्त इंदिरापुरम स्वतंत्र कुमार सिंह ने ठंगो में एक ठग से डेमो दिखाने के लिए बोला तो ठग ने डेमो दिखाते हुए फोन पर बात की और बोला की हैलो सर मैं राहुल बोल रहा हूं।
इंदिरापुरम पुलिस ने किराए पर चलाई जाने वाली टेंपो ट्रैवलर मिनी बस और मालिक को भी गिरफ्तार किया है। पुलिस ने तीनो साइबर ठगों के कब्जे से साइबर ठगी में प्रयुक्त 13 की-पैड मोबाइल फोन, 07 एन्ड्रॉइड मोबाइल फोन, 04 चेक बुक व अन्य दस्तावेज आदि बरामद किए है। गाजियाबाद में पकड़े न जाए इसीलिए मिनी बस में हाईटेक कॉल सेंटर चलते थे। कार्ड के प्वाइंटों को रिडीम करने के नाम पर तीनो आरोपी करोड़ो की ठगी कर चुके है।
स्वतंत्र कुमार सिंह सहायक पुलिस आयुक्त इंदिरापुरम ने बताया कि थाना इंदिरापुरम पुलिस गस्त कर रही थी इस दौरान उसे एक संदिध टेंपो ट्रैवलर खड़ी दिखाई दी। पुलिस ने जब इसके बारे में टेंपो ट्रैवलर में मौजूद लोगों से जानकारी ली तो वह कोई संतोषजनक जवाब नहीं दे पाए। पुलिस ने उसमें मौजूद सुशांत कुमार, सनी कश्यप और अमन गोस्वामी को थाने लाई तो एक बड़ा कॉल सेंटर का खुलासा हुआ। पुलिस के मुताबिक यह लोग क्रेडिट कार्ड के प्वाइंट रिडीम करने के नाम पर लोगों से पैसे ठगा करते थे। पुलिस की जानकारी में आया है कि डेढ़ से 2 साल से यह काम कर रहे थे और अब तक करोड़ों रुपए ठग चुके हैं। पुलिस अब उनके बचे हुए साथियों को तलाश कर रही है। पकड़े गए तीनों आरोपी ग्रेजुएट हैं।