लॉकडाउन में हुए भोजन घोटाले पर जिला प्रशासन के साथ सभी माननीयों ने ली मीटिंग
जाँच कार्यवाही बढ़ाने के साथ ही दिए आवश्यक दिशा निर्देश ।

खबर वाणी भगत सिंह
मुजफ्फरनगर। जनपद के विकास भवन में आज सभी माननीयों ने जिला प्रशासन के साथ एक आवश्यक मीटिंग की गयी। इस मीटिंग के दौरान सभी माननीयों ने जिला प्रशासन के अधिकारियों से जनपद में लोक डाऊन के दौरान बीते दिनों क्वॉरेंटाइन सेंटर में हुए भोजन घोटाले से संबंधित सभी जानकारी ली।
मीटिंग में उत्तर प्रदेश सरकार में राज्य मंत्री और मुजफ्फरनगर की नगर विधानसभा से विधायक कपिल देव अग्रवाल, राज्यमंत्री और मुजफ्फरनगर की चरथावल विधानसभा से विधायक विजय कश्यप,बुढ़ाना विधायक उमेश मलिक, पुरकाजी विधायक प्रमोद ऊंटवाल,खतौली विधायक विक्रम सैनी के साथ ही जिलाधिकारी एंव वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सहित जिला प्रशासन के सभी अधिकारी मौजूद रहे।मीटिंग में मुख्य विकास अधिकारी आलोक कुमार यादव, मुख्य चिकित्सा अधिकारी प्रवीण कुमार चोपड़ा, नगर मजिस्ट्रेट अतुल कुमार सहित कई प्रशासनिक अधिकारी भी मौजूद रहे। यहां केंद्रीय राज्य मंत्री डॉक्टर संजीव बालियान ने बताया कि अन्नपूर्णा नाम की एक फ्लोर मिल को भोजन देने का ठेका दिया गया था। उसके संबंध में कई दिन से जांच चल रही है, उसी संबंध में आज जिला प्रशासन के साथ एक आवश्यक मीटिंग की गई है और मामले की पूरी जानकारी ली गई है।
मंत्री संजीव बालियान ने बताया कि अपर जिलाधिकारी वित्त को इसकी जांच करने की जिम्मेदारी दी गई है। इस पूरे प्रकरण में जो भी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ कार्यवाही की जाएगी, इसमें तहसीलदार पहले ही सस्पेंड कर दिया गया है।उन्होंने आगे कहा कि एक बात मैं स्पष्ट करना चाहता हूं कि जिस दिन भोजन की शुरुआत की गई उसी दिन यह मामला पकड़ में आ गया। मात्र 1 दिन ही भोजन दिया गया उससे ज्यादा भोजन नहीं दिया गया उस दिन की पेमेंट भी उसे नहीं दी गई है। तो फाइनेंसियल लोस सरकार का कुछ नहीं हुआ है प्रोसीजर में जो भी कमी है उस पर उसी तरह कार्यवाही की जाएगी।