अस्पताल में लगी भीषण आग, आनन-फानन में खिड़की तोड़कर मरीजों को बाहर निकाला, दम घुटने से 2 की मौत
धुएं की वजह से दम घुटने से घाटमपुर के नौरंगा निवासी 80 वर्षीय रसूलन बीबी तथा हमीरपुर के राठ निवासी टेकचंद्र की मौत हो गई, जबकि टेकचंद्र की मौत की वजह अस्पताल प्रशासन ने हादसे की वजह नही बताई है

खबर वाणी ब्यूरो
कानपुर। कार्डियोलॉजी अस्पताल की बिल्डिंग में उस वक़्त भगदड़ मच गई जब अस्पताल की बिल्डिंग में अचानक से भीषण आग लग गई। अस्पताल में लगी भीषण आग से मची भगदड़ को देखते हुए आनन-फानन में मरीजों को बेड समेत अस्पताल से बाहर निकाला गया।
आग कार्डियोलॉजी अस्पताल के आईसीयू विभाग के फर्स्ट फ्लोर में लगी है। बता दें कि हॉस्पिटल के अंदर काफी संख्या में मरीज फंसे हैं मौके पर पहुंची दमकल विभाग की गाड़ी राहत कार्य में लगी हुई है।
और मरीजों का इलाज अस्पताल के बाहर सड़क किनारे रखकर चल रहा है। मिली जानकारी में इस हादसे में हमीरपुर निवासी एक मरीज की मौत हो गई ऐसा बताया जा रहा है।
अस्पताल में भर्ती मरीजों का कहना है कि अस्पताल में अग्निशमन की कोई सुविधा नहीं थी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कानपुर की आग दुर्घटना का संज्ञान लेते हुए।
#Lucknow
◆कानपुर के हृदय रोग संस्थान में आग का मामला
◆सीएम योगी ने आग की दुर्घटना का लिया संज्ञान
◆मुख्यमंत्री योगी ने जिला प्रशासन को दिए निर्देश
◆सभी घायलों का समुचित इलाज कराने का निर्देश
◆घटना की जांच कर रिपोर्ट देने के दिया निर्देश #Kanpur @myogiadityanath— खबर वाणी (@khabarvani) March 28, 2021
जिला प्रशासन को सख्त निर्देश दिए और घायलों का समुचित इलाज की व्यवस्था करने के साथ घटना की जांच के लिए उच्च स्तरीय समिति गठित कर संपूर्ण तथ्यों की जाँच के भी आदेश दिए है। दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही करने को भी कहा गया है।
● CM योगी ने कानपुर जनपद के हृदय रोग संस्थान में आग लगने की दुर्घटना अत्यंत दुःखद जताया
● जनपद कानपुर के हृदय रोग संस्थान में आग लगने की दुर्घटना अत्यंत दुःखद है।
● जिला प्रशासन द्वारा घायलों का समुचित इलाज कराया जा रहा है व इस दुःखद दुर्घटना के कारणों की जांच के लिए एक उच्चस्तरीय जांच समिति भी गठित की गयी है।
● ईश्वर से घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना करता हूँ।
जनपद कानपुर के हृदय रोग संस्थान में आग लगने की दुर्घटना अत्यंत दुःखद है।
जिला प्रशासन द्वारा घायलों का समुचित इलाज कराया जा रहा है व इस दुःखद दुर्घटना के कारणों की जांच के लिए एक उच्चस्तरीय जांच समिति भी गठित की गयी है।
ईश्वर से घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना करता हूँ।
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) March 28, 2021
अस्पताल प्रशासन ने बताया टेकचंद्र की मौत की वजह हादसा नहीं
कार्डियोलॉजी प्रशासन का कहना है कि टेकचंद्र की मौत की वजह हादसा नहीं है। टेकचंद की मृत्यु इस हादसे की वजह से नहीं हुई है बल्कि उनकी मौत सुबह हो चुकी थी। हादसा होने से ठीक पांच मिनट पहले ही परिवार को उनका मृत्यु सर्टिफिकेट दे दिया गया था। अस्पताल प्रशासन ने हादसे में उनकी मृत्यु से इनकार किया है।
अस्पताल के सफाई कर्मी के साहस से बची कई जान
आग लगने के बाद कार्डियोलॉजी के सफाई कर्मचारियों ने साहस का परिचय दिया। आग लगते ही सभी सफाई कर्मचारी मरीजों को अस्पताल के स्टॉफ की मदद से बाहर निकालने में जुट गए। इस दौरान कुछ कर्मचारियों की हल्की चोटें भी आई हैं।
नई बिल्डिंग में शिफ्ट हुए मरीज
अस्पताल में कुल 145 मरीज भर्ती हैं। इसमें 15 एनजीओ प्लास्टि, दो ओपन और छह हार्ट सर्जरी के पेशेंट भर्ती रहे। ऑपेरशन और एंजियोप्लास्टी के मरीजों को शिफ्ट किया गया। सामान्य मरीजों को हृदय रोग संस्थान की नई बिल्डिंग में शिफ्ट किया गया है। प्राचार्य ने बताया कि सभी सुरक्षित हैं, उन्हें किसी तरह की कोई दिक्क्त नहीं है।
दम घुटने से दो बुजुर्गों की हुई मौत
धुएं की वजह से दम घुटने से घाटमपुर के नौरंगा निवासी 80 वर्षीय रसूलन बीबी तथा हमीरपुर के राठ निवासी टेकचंद्र ने दम तोड़ दिया। टेकचंद्र के स्वजन के मुताबिक वह वेंटीलेटर पर थे। आग लगने के बाद धुआं भरते ही डाक्टरों ने उन्हें बाहर ले जाने के लिए कहा, लेकिन उनकी मौत हो चुकी थी। सूचना मिलने पर जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य प्रो. आरबी कमल एवं संस्थान के जिम्मेदार, पुलिस आयुक्त असीम अरुण, जिलाधिकारी आलोक कुमार तिवारी, अपर पुलिस आयुक्त आकाश कुलहरि समेत अन्य अधिकारी घटनास्थल पर पहुंच गए।