गाजियाबाद

विधायक नंदकिशोर गुर्जर का ड्रीम प्रोजेक्ट का सपना हुआ साकार

जीडीए ने एनएच-9 से दिल्ली-मेरठ-लोनी को एनपीआर के माध्यम से जोड़ने का निर्णय लिया है

खबर वाणी :- सचिन विशौरिया

ग़ाज़ीयाबाद। लोनी की जनता के लिए विधायक  बनते ही आवाज उठाते आ रहे हैं लोनी विधायक नंदकिशोर गुर्जर द्वारा लोनी की जनता के लिए कर आ रहे रात दिन संघर्ष में लोनी विधायक नंदकिशोर गुर्जर का संघर्ष करना आखिर कामयाब हो ही गया। जी हां  हम बात कर रहे हैं लोनी में जाम की किल्लत से जूझ रहे लोनी क्षेत्रवासियों के लिए विधायक नंदकिशोर गुर्जर काफी लंबे समय से संघर्ष करते आ रहे  हैं आखिरकार लोनी विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने लोनी की जनता को बहुत जल्द जाम से निजात दिलाने जा रहे हैं।आपको बता दे एक जनप्रतिनिधि के लिए उसके क्षेत्र के सर्वांगीण विकास के लिए संघर्ष से प्राप्त फल ही उसकी जमापूंजी होती है। आज से 2.5 वर्ष पूर्व और छात्रवस्था से ही में लोनी के विकास के लिए संघर्षरत रहा हूं। दिल्ली के नजदीक होने के बावजूद लोनी का पिछड़ापन देखकर मन व्यथित होता था, जनप्रतिनिधियों के उदासीन रवैया यह रहा कि उन्होंने कभी क्षेत्र के भविष्य को ध्यान में रखकर योजनाएं नहीं बनाई जिसका नतीजा है कि हम ज़ाम और जलभराव जैसी गम्भीर समस्या का सामना कर रहे है। लेकिन 2017 के बाद से आपके द्वारा दिये गए आशीर्वाद की बदौलत हम लोनी के भविष्य को ध्यान में रखकर लंबे समय के लिए उपयोगी योजनाओं के निर्माण को ध्यान में रखकर क्षेत्र के सर्वांगीण विकास का खाका खींच रहे है।

आज जी डी ए से मेरे संघर्ष और ड्रीम प्रोजेक्ट के सफल होने का दिन है। क्योंकि जिस लोनी से करोड़ों रुपये का राजस्व जी डी ए प्राप्त करती थी आज तक उस लोनी के लिए 1 रुपये का विकास कार्य नहीं किया और कभी किसी पूर्व जनप्रतिनिधियों ने इसका विरोध और आवाज तक नहीं उठाई। इस वर्ष जनवरी में लोनी के इतिहास में पहली बार जी डी ए के वी सी सहित सभी अधिकारियों को लोनी का दौरा करवाकर क्षेत्र के विकास और उसके जायज हक को सामने रखा आज वो मांग मान ली गई है।

जी डी ए ने बोर्ड बैठक में एनएच-9 से दिल्ली-मेरठ-लोनी को एनपीआर के माध्यम से जोड़ने का निर्णय लिया है। अब एनपीआर के निर्माण से बिना ज़ाम के लोनी के लाखों लोग लोनी से दिल्ली-मेरठ रोड़ तक आवागमन कर सकेंगे जिसपर करीब 242.54 कऱोड रुपये की लागत आएगी।

कुछ दिन पूर्व भी लोनी तिराहा सहित मुख्य पार्कों के लिए जी डी ए ने 100 कऱोड रूपये स्वीकृत किये थे। यह सभी व्यवस्थाएं पहले भी यथास्वरूप थी लेकिन पूर्व की सरकारों और जनप्रतिनिधियों की लोनी के विकास को लेकर साफ़_नियत नहीं थी, उन्होंने कभी लोनी को एनसीआर के अन्य विकसित होते हुए क्षेत्रों के समानांतर रखने की कोशिश ही नहीं की, स्थिति यह थी कि दिल्ली से पुश्ता मार्ग सहित अन्य मुख्य मार्ग जो लोनी की लाइफ लाइन कहे जाते है वो आज हमारे क्षेत्र को रफ्तार दे रहे है, कइयों पर कार्य चल रहे है कुछ पूर्ण हो चुके है जो पहले खड़ंजे और गड्ढों में तब्दील जानलेवा मार्ग हुआ करते थे।

आप लोगों के दिये गए एक-एक आशीर्वाद का मैं ऋणी हूँ जिसका मोल मैं अपने प्राण न्योछावर करके भी नहीं चुका सकता लेकिन आपको भरोसा दिलाता हूं कि मेरी ज़िद है कि लोनी की यह सूरत बदलनी चाहिए और हमें हमारा हक मिलना चाहिए, चाहे इसके लिए किसी भी मंच पर मुझे आवाज क्यों न उठानी पड़े।

Related Articles

Back to top button