दिल्ली एनसीआर में लूटपाट व स्नेचिंग करने वाले चार लुटेरे गिरफ्तार, लुटेरों से 41 मोबाइल व असला बरामद
मुंबई से जुड़े थे लुटेरों के तार, गैंग का सरगना चांद मुंबई में मोबाइल फोन के ईएमआई नंबर बदल कर बेच चुका है दस हजार से ज्यादा मोबाइल
खबर वाणी वैभव शर्मा
गाजियाबाद। पुलिस ने दिल्ली एनसीआर में मोबाइल लूटपाट व चोरी करने वाले चार शातिर लुटेरों को पुलिस ने किया गिरफ्तार,कब्जे से 41 एंड्राइड मोबाइल फोन और चोरी के वाहनों सहित अवैध असला किया बरामद किया है। साहिबाबाद थाना क्षेत्र की शालीमार गार्डन चौकी क्षेत्र में चार शातिर आरोपियों को गिरफ्तार किया है जो कि लूट के इरादे से पहुंचे थे मुखबिर की सूचना पर पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया गया जिनके नाम चांद इब्राहिम जुनैद चांद और अकाश है यह बड़े ही शातिर लुटेरे हैं इनके पास से पुलिस ने 41 एंड्राइड मोबाइल भी बरामद किए हैं जिनमें से एक मोबाइल को कनेक्ट भी कर लिया गया है इनके पास से पुलिस ने लूटी हुई स्कूटी और एक मोटरसाइकिल भी बरामद की है इसके साथ ही अवैध असला भी पुलिस ने इनके पास से बरामद किया है पकड़े गए अभियुक्तों में से चांद इस गैंग का लीडर है जो कि दिल्ली-एनसीआर में बाइक पर घूमते हुए महिलाओं को अपना निशाना बनाता था और मोबाइल की लूट की घटना को अंजाम दिया करता था पूरे एनसीआर में इन सभी का एक बड़ा नेटवर्क जुड़ा हुआ है चांद पर दिल्ली एनसीआर में 14 अपराधिक मुकदमे दर्ज हैं एक बड़ी कामयाबी गाजियाबाद पुलिस को इस गैंग को पकड़ने में हासिल हुई है।
एसएसपी सुधीर कुमार सिंह ने बताया कि एसपी सिटी मनीष मिश्रा द्वारा एक अभियान चलाया गया है जिसमें सेकंड हैंड मोबाइल का मोबाइल दुकानदारों पर पूरा रिकॉर्ड होना चाहिए मोबाइल रिपेयरिंग के लिए आए मोबाइलों का दुकानदारों पर रिकॉर्ड नहीं पाया गया था उन दोनों को जप्त कर लिया गया था जिसमें से एक फोन ट्रेस कर के पता चला कि चांद नाम के अभियुक्त बड़ा ही शातिर किस्म का मोबाइल इस नेचर वे लुटेरा है इस लुटेरे के तार मुंबई से जुड़े हैं चांद मोबाइलों के पार्ट्स व ईएमआई नंबर बदल कर मुंबई जैसे एरिया में भेज दिया करता था जिस कारण यह आरोपी पुलिस की गिरफ्त से दूर रहता था एसपी सिटी मनीष मिश्रा की इस पहल से एक बड़े शातिर को गिरफ्तार किया गया है और ऐसे ही अन्य लुटेरों व स्नैचिंग करने वाले बदमाशों को आसानी से पकड़ा जा सकता है जिससे शहर में हो रही लूट स्नैचिंग की घटनाओं पर कमी आएंगी और बदमाश आसानी से अपराधिक घटना को अंजाम देकर फरार नहीं हो सकते है।