गाजियाबाद

डबल मर्डर के हत्यारोपियो को आखिर क्यों नहीं पकड़ सकी पुलिस, हत्यारोपियों पर 25-25 हजार का ईनाम हुआ,घोषित

वैशाली में हुए मेहंदी रसम में डबल मर्डर वाले मामले में पुलिस के हाथ खाली

खबर वाणी अली खान नहटौरी

गाजियाबाद। इंदिरापुरम मेहंदी रस्म समारोह में शामिल होने आए दो भाइयों (मामा व फूफा के बेटे) की 30 नवंबर की देर रात अंब्रोसिया पैलेस, वैशाली सेक्टर-तीन के बाहर गोलियों से छलनी कर हत्या के मामले में नामजद आरोपियो को पुलिस अब तक पकड़ नहीं सकी है। हत्यारोपियो की गिरफ्तारी न होने पर पुलिस ने उन पर 25-25 हजार रुपये का इनाम घोषित कर दिया है। मृतकों के स्वजनों ने शनिवार को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सुधीर सिंह से मिलकर हत्यारोपियो की गिरफ्तारी की मांग की है।
एसएसपी सुधीर सिंह ने बताया कि मामले में मृतक कारोबारी विक्रम सिंह व आनंद के साथी मनोज यादव उर्फ फौजी, धीरज मिश्र व सुनील यादव के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज है। उनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस की टीमें लगी हैं। हत्यारोपियो पर 25-25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया गया है। मृत कारोबारियों के स्वजनों ने बताया है कि शनिवार को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक से मुलाकात कर हत्यारोपियो की गिरफ्तारी की मांग की है।

शातिर हैं अपराधी :- पुलिस का कहना है कि तीनों हत्यारोपी काफी शातिर किस्म के अपराधी हैं। उनका लोकेशन ट्रेस कर दिल्ली, गुरुग्राम, गौतमबुद्ध नगर, मुजफ्फर नगर, लोनी, अलीगढ़ में दर्जनों संभावित स्थानों पर दबिश दी गई, लेकिन पुलिस के पहुंचने से पहले फरार हो गए।

यह है मामला- अंब्रोसिया पैलेस, वैशाली सेक्टर-तीन में 30 नवंबर की रात आयोजित मेहंदी रस्म समारोह में गौतमबुद्ध नगर के गांव खेड़ा धर्मपुरा बादलपुर निवासी विक्रम सिंह 36 वर्ष अपने मामा के बेटे आनंद 36 वर्ष निवासी ग्राम घड़ौली गुर्जर बस्ती दिल्ली और मनोज यादव उर्फ फौजी निवासी निठारी थाना मुरादनगर, धीरज मिश्र निवासी पटेल नगर गाजियाबाद व सुनील यादव निवासी पंचशील कॉलोनी गौतमबुद्ध नगर के साथ अपनी इनोवा कार से शामिल होने आए थे। समारोह के दौरान अंब्रोसिया पैलेस के बाहर विक्रम सिंह व आनंद की ताबड़तोड़ गोलियां दागकर हत्या कर दी गई। मामले में मनोज यादव उर्फ फौजी, धीरज मिश्र व सुनील यादव के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज हुई।

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