देखे वीडियो कैसे स्वास्थ्य विभाग की बड़ी लापरवाही आई सामने,कोरोना संक्रमित मरीजो के इलाज में जुटे सफाईकर्मियों व नर्सिग स्टाफ को बिना जांच करे घर भेज रहा स्वास्थ्य विभाग
सफाई कर्मचारियों व नर्सिंग स्टाफ को अपना और अपने घर वालो के स्वास्थ्य पर भी संक्रमण खतरा सता रहा है

खबर वाणी वैभव शर्मा
गाजियाबाद। स्वास्थ्य विभाग की बड़ी लापरवाही सामने आई है। गाजियाबाद के जिला संयुक्त अस्पताल संजय नगर में कोरोना संक्रमित पेशंटो के इलाज में जुटे आधा दर्जन सफाई कर्मचारी और नर्सिंग स्टाफ को स्वास्थ्य विभाग में अपने-अपने घर जाने के लिए बोल दिया है जिसके बाद इन स्वास्थ्य कर्मचारियों डर और दहशत का माहौल है। अबतक इन कर्मचारियों को पास के एक होटल में बीते 4 दिनों से कोरेन्टीन किया गया था। लेकिन अब अचानक इन्हें होटल छोड़कर अपने घरों में जाने के लिए कह दिया गया। बिना किसी जांच के और क्वारटिंन पीरियड पूरा किये विना अचानक घर भेजे जाने से स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों ने नाराजगी जताई है। इनका आरोप है कोरोना पेसेंट को यहां से रेफर कर दिया गया हैं।जिसके बाद यह कदम उठाया गया है। स्वास्थ्य विभाग के इस कदम से एक बड़ा खतरा इन कर्मचारियों के परिवारों के स्वास्थ्य पर खड़ा हो गया है।

आप तस्वीरों में देख सकते हैं ये वो सफाई कर्मचारी और नर्स है जो अब तक यहां संजय नगर सयुंक्त अस्पताल में 4 दिन पहले तक ड्यूटी कर रहे थे। और बीते 4 दिन से गाजियाबाद के गोविंद पुरम इलाके स्थित कृष्णा सागर होटल में इन्हें रखा गया था। सयुंक्त अस्पताल में कार्यरत इन कर्मचारियों का कहना है कि अब तक यहां एडमिट कोरोना संक्रमित दो पेशेंट भर्ती थे जिनके इलाज में यहां सफाई में ये कर्मचारी जुटे थे। जिससे एक बड़ा खतरा इन कर्मचारियों के कोरोना संक्रमित होने का है। लेकिन अब संयुक्त अस्पताल के सीएमओ ने इन्हें घर जाने के लिए बोल दिया है। जिसके बाद यह कर्मचारी अस्पताल पहुंचे और अपनी नाराजगी जताते हुए वहां अधिकारियों को जानकारी दी। इन लोगों का आरोप है कि इन्हें कोरोना होने का खतरा बना हुआ है और इनकी एक भी बात नही सुनी गई। अभी सिर्फ 4 दिन ही इन्हें होटल में कोरेन्टीन किया गया हैं और अचानक घर चले जाने से उनके घर वालों पर भी संक्रमण का बड़ा खतरा हो सकता है। यहां सफाई कर्मियो आरोप हैं कि स्वास्थ्य विभाग में ये लोग एक ठेकेदार के अंडर में लगे हैं और इन्हें 6 हजार रुपये सेलरी मिलती है ऐसे में अगर ये लोग घर चले जायेंगे तो घर वालो के स्वास्थ्य पर भी खतरा खड़ा हो सकता है।

हालांकि काफी देर तक यहां रुकने के बाद 4 लोगो को होटल में रुकने के लिए अस्पताल के सीएमएस ने बोला है। वही कई कर्मचारी ऐसे भी जो इस आदेश के बाद कोई हल न मिलने पर अपने घर चले गये हैं।