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खुद कि सरकार में मंत्री-विधायकों नही सुनती पुलिस, क्षेत्र के लोगो को छुड़ाने के लिए विधायक को धरने पर पड़ रहा बैठना, SDM द्वारा जमानत देकर करना पड़ा रिहा

खबर वाणी भगत सिंह

मुज़फ्फरनगर। योगी सरकार में ही उनके मंत्रियों विधायकों की नहीं सुनती स्थानीय पुलिस, एक ही गांव के दो पक्षों में मामूली बात पर हो गया था झगड़ा, पुलिस ने दोनों ही पक्षों को शांतिभंग में चालान कर भेजा था जेल पीड़ितों और क्षेत्रीय विधायक का कहना था कि जब थाने में करा दिया था फैसला तो किस आधार पर भेजा गया जेल,क्षेत्रिये विधायक द्वारा लोगों की भीड़ के साथ एसडीएम के कार्यालय में करना पड़ा धरना प्रदर्शन, प्रदर्शन की सूचना पर एसडीएम ने तत्काल मोके पर पहुंचकर जमानत देखकर दोनों ही पक्षों के लोगों को कराया रिहा मामला खासा चर्चाओं में रहा है।

दरअसल पूरा मामला जनपद मुजफ्फरनगर के थाना छपार क्षेत्र अंतर्गत गांव दतियाना का बताया जा रहा है जहां बीते दिनों बच्चों में हुए विवाद के चलते दोनों ही पक्षों के बड़े लोग भी भिड़ गए थे जिसके बाद पुलिस ने दोनों ही पक्षों के आधा दर्जन लोगों को थाने लाकर बैठा दिया था जिसमे दोनों ही पक्षों के लोगों ने आपसी समझोते के तहत लिखित फैसला भी कर लिया था लेकिन आरोप है की पुलिस ने उनकी बात नही मानी और दोनों ही पक्षों के लोगों का शांति भंग के मामले में कार्यवाही करते हुए चालान कर उन्हें जेल भेजने की तैयारी कर दी।

उधर पुलिस सभी आरोपियों को जीप में लेकर एस डी एम कोर्ट पहुंची जहां समय खत्म होने और एस डी एम के न मिलने के चलते पुलिस उन्हें जेल ले जाने लगी।

मामला भाजपा के क्षेत्रीय विधायक प्रमोद उंटवाल के दरबार में भी जा पहुंचा जहां विधायक महोदय ने पुलिस पर आरोपियों को छोड़ने का दबाव बनाया लेकिन पुलिस ने उन्हें नही छोड़ा और गेंद एस डी एम सदर के पाले में डाल दी की पकड़े गए आरोपियों की जमानत एस डी एम कोर्ट से ही होगी जिसपर आग बबूला हुए विधायक प्रमोद उंटवाल समर्थकों सहित एस डी एम कोर्ट पहुंच गए जहां लगभग आधा घन्टे बाद एस डी एम सदर दीपक कुमार मोके पर पहुंचे और जेल जाते हुए सभी आरोपियों को कार्यालय बुलवाकर उनकी जमानत भरवा उन्हें रिहा कराया।

जब इस सम्बन्ध में पुरकाजी विधायक से भीड़ के साथ एस डी एम कार्यालय आने का कारण पूछा तो उन्होंने साफ तोर पर पुलिस पर लापरवाही के आरोप लगाते हुए बताया की बीते दिन बच्चों के विवाद में बड़ो में भी झगड़ा हो गया था सभी लोग हमारे क्षेत्रीय कार्यकर्ता पदाधिकारी है जिनका थाने स्तर पर भी बैठकर फैसला हो गया था लेकिन न जाने क्यों थाना प्रभारी ने किसके कहने पर इन्हें जेल भेजने की तैयारी कर ली थी लेकिन हमने यहां पहुंचकर इनकी जमानत भरवा इन्हें रिहा करा दिया।

अब बड़ा सवाल की आखिर ऐसी क्या वजय रही की योगी सरकार में खुद उनके ही विधायक की नही सुनती स्थानीय पुलिस जिस कारण विधायक को लोगो को छुड़ाने के लिए अपनी ही सरकार में धरना प्रदर्शन करना पड़ा ये एक बड़ा सवाल, एसडीएम कार्यालय के बाहर दो दर्जन से अधिक की भीड़, एस डी एम ऑफिस में समर्थकों सहित नाराज बैठे पुरकाजी विधायक प्रमोद उंटवाल

 

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