किसी हादसे में कट जाए हाथ या पैर तो न हो निराश, पहुँच जाए आर एस मैत्री हेल्थकेयर
खबर वाणी संवाददाता
गाजियाबाद। आज संजय नगर के फॉर्च्यून होटल में आरएस मैत्री हेल्थकेयर प्लास्टिक सर्जरी टीम ने प्रेस वार्ता का आयोजन किया है। जिसमे आरएस मैत्री हेल्थकेयर टीम ने जिले के पत्रकारों से जानकारी साझा करते हुए बताया कि कुछ दिन पूर्व एक 23 साल के युवक जो कि एक दुर्घटना में अपना हाथ पूरी तरीके से क्षतिग्रस्त कर कटा चुका था।
जिसके बाद वह दिल्ली एनसीआर के समस्त अस्पतालों में चक्कर काट लगभग 18 घंटे बाद किसी माध्यम से आर एस मैत्री हेल्थकेयर में प्लास्टिक सर्जरी टीम के संपर्क में आया। जिसके बाद डॉक्टर्स की एक टीम ने तुरंत आपस में विचार विमर्श कर 11 घंटे के जटिल ऑपरेशन के बाद युवक के हाथ को बचाने का कार्य किया।
ऑपरेशन के दौरान हाथ के घायल हिस्से को साफ करने, हड्डियों और कोमल ऊतकों को ठीक करने और रक्त वाहिकाओं और नसों को फिर से जोड़ना डॉक्टरों के सामने एक जटिल चुनौती थी जिसको नशे टीम ने बखूबी निभाया बल्कि संक्रमण, गुर्दे की चोट और प्रत्यारोपण विफलता जैसी संभावित जटिलताओं से बचने के लिए कठिन कार्य के बाद सर्जिकल आईसीयू में उनकी बारीकी से निगरानी की गई थी।
अब जबकि प्रक्रिया के बाद 2 सप्ताह बीत चुके हैं, मरीज छुट्टी पाने के लिए फिट है। शहर की जनता को अपने क्षेत्र में संचालित हो हॉस्पिटल के बारे में जानना महत्वपूर्ण है, कि अक्सर ऐसी विकृत चोटों में भी बचाव की उम्मीद होती है। यदि रोगी को कटे हुए हिस्से के उचित संरक्षण के साथ तुरंत विशेष केंद्रों में लाया जाता है। यदि भविष्य में किसी के साथ ऐसी दुर्घटना होती है तो पीड़ित मरीज व उसके परिजनों को घटना के बाद इस प्रक्रिया के तहत अपने कटे हुए अंग को अस्पताल लेकर आना चाहिए।
घायल हिस्से की उचित सफाई एक दम साफ कपड़े में लपेटकर, इसे एक पॉलिथीन बैग में रख कर आइस बॉक्स में रखकर लेकर आए। इसी तरह शरीर के कई अन्य अंग जिन्हें आमतौर पर फिर से प्रत्यारोपित किया जाता है, वे हैं उंगली, हाथ, पैर, खोपड़ी और कान आदि।
इस प्रेस वार्ता का आयोजन करने में आरएस मैत्री हेल्थकेयर टीम में डायरेक्टर आरएस मैत्री डॉक्टर वैभव सक्सैना, प्लास्टिक सर्जन डॉ नंदिनी आर, डॉक्टर संजय मिश्रा, डॉ राघवेंद्र कालागड़ी, ऑर्थोपेडिक सर्जन डॉक्टर संजय गोयल, एनेस्थेटिक डॉक्टर पवन कुमार, इंटेंसिविस्त डॉ अरविंद डोगरा, ऑपरेशन मैनेजर अरुण कौशिक मौजूद रहे है।