धरना प्रदर्शन को सफल बनाने में सभी साथियो का सहयोग जरूरी आनंद सिंह

खबर वाणी सदर सैफी
पीलीभीत। प्रदेश में मंहगाई, भ्रष्टाचार, कानून व्यवस्था, किसान उत्पीड़न आदि जन समस्याओं से सम्बंधित समाजवादी पार्टी पीलीभीत का 1अक्तूबर 2019को पीलीभीत तहसील पर शांतिपूर्ण धरने को सफल बनाने की रणनीति तय की गई ।
27/9/2019को समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव जी के निर्देश पर समाजवादी पार्टी के नि.जिलाध्यक्ष आनन्द सिंह यादव की अध्यक्षता में में सपा कार्यालय पर पार्टी के वरिष्ठ नेताओं और पूर्व सक्रिय कार्यकर्ताओं के साथ बैठक की गई ।बैठक में नि.जिलाध्यक्ष आनन्द सिंह यादव ने कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि आज प्रदेश में मंहगाई व भ्रष्टाचार चरम सीमा पर है, कानून व्यवस्था चरमरा गयी है, किसान उत्पीड़न व किसान आत्महत्या में बृद्धि हो गयी है, यातायात के नियमों नियमों के नाम पर वाहन मालिकों का उत्पीड़न और बिजली की दरों में बेतहाशा वृद्धि आदि जन समस्याओं के विरोध में 1अक्तूबर 2019को पीलीभीत तहसील परिसर में शांतिपूर्ण धरना दिया जाएगा ।धरने की अध्यक्षता नि.जिलाध्यक्ष आनन्द सिंह यादव करेंगे, धरने का नेतृत्व पूर्व राज्य मंत्री मा.हेमराज वर्मा जी करेंगे,धरने में सहयोगी के रूप में विशेष रूप से ब्लाक प्रमुख अरूण वर्मा, नि.सपा शहर अध्यक्ष इम्तियाज अल्वी एवं नि.विधानसभा अध्यक्ष बरखेड़ा छत्रपाल वर्मा धरना स्थल पर उपस्थित रहेंगे ।
बैठक में प्रदेश सरकार की नाकामियों पर जमकर प्रहार करते हुए पूर्व राज्य मंत्री मा.हेमराज वर्मा जी कहा कि इस भाजपा सरकार में महिला उत्पीड़न एवं बच्चियों के साथ दुष्कर्म की घटनाओं में अप्रत्याशित रूप से बड़ोत्तरी हुई है, जन समस्याएं बढ़ी है जिसके विरोध में तहसील पीलीभीत में शांतिपूर्ण धरना दिया जाएगा, धरने का समय प्रातः 10बजे से अपराह्न दो बजे तक होगा, धरना स्थल पर ही दो बजे जन समस्याओं से सम्बंधित, महामहिम राज्यपाल महोदय के नाम सम्बोधित ज्ञापन भी उप जिलाधिकारी को सौंपा जाएगा ।धरने को सफल बनाने के लिए कार्यकर्ताओं से धरना स्थल पर अधिक संख्या में पंहुचने की अपील की।
बैठक में ब्लाक प्रमुख अरूण वर्मा, इम्तियाज अल्वी, सुरेश कश्यप, संतोष वाल्मिकि, धर्मेन्द्र भदौरिया, मान सिंह यादव, अनिल कश्यप, हरप्रसाद वर्मा, राजकुमारी यादव, शक्ति गुप्ता,गीता गुप्ता, कमलेश परिहार, डिम्पल गौड़, गुरमेल सिंह, सोनपाल राना, सै.उवैश अली, शमशाद हुसैन, धर्मेन्द्र लोधी, नफीस अहमद, मुन्नालाल, रामचंद्र, माखनलाल, नन्हे लाल, आशीष सिंह चौहान, आदि ने विचार व्यक्त किये