आमजन ने घरों में चोरी कर रहे चोरों को किया पुलिस के हवाले, पुलिस ने एनकाउंटर में दिखाया गिरफ्तार
सोशल मीडिया पर वायरल हुए वीडियो से खोला फर्जी एनकाउंटर का राज

खबर वाणी संवाददाता
ग़ाज़ियाबाद। यूपी पुलिस पर लगातार पिछले कई महीनों से फर्जी एनकाउंटर के आरोप लगते आ रहे हैं। कुछ महीने पहले मानवाधिकार ने जो यूपी में फर्जी एनकाउंटर की रिपोर्ट पेश की थी वह वाकई हैरान कर देने वाले आंकड़े थे। रिपोर्ट के मुताबिक आयोग के पास एनकाउंटर की जितनी भी शिकायते आई थी। उनमें सबसे ज्यादा शिकायतें यूपी के एनकाउंटर की थी। ऐसा ही एक ताजा मामला इंदिरापुरम थाने का सामने आया है।कुछ दिन पहले इंदिरापुरम पुलिस ने रविवार को एक सुनियोजित एनकाउंटर करके एक बदमाश के पैर में गोली मारी थी। जबकि दूसरे बदमाश को फरार होने के बाद गिरफ्तार कर लिया। दोनों आरोपी 30 अगस्त को गोविंदपुरम में हुए पंकज धवन के हत्याकांड के मामले में वांछित चल रहे थे। पुलिस ने एनकाउंटर के दौरान उस बदमाश को गिरफ्तार किया जिसे 17 अक्टूूबर को आम लोगों ने वैशाली सेक्टर 3 कालोनी के घर में घुस कर चोरी करने के दौरान पकड़ा था। पुलिस की कर्मठता सामने आने के बाद जिले में हुए एनकाउंटरों पर सवाल उठने लगे हैं। पिछले कई एनकाउंटरों में पुलिस लगातार एक ही कहानी दोहरा रही है।
गाजियाबाद पुलिस द्वारा जारी किया जा रहा प्रेसनोट में बताया गया कि इंदिरापुरम पुलिस ने रविवार को रात 9:15 बजे चेकिंग के दौरान दो स्कूटी सवार बदमाशों को रोका, इस दौरान एक आरोपी ने पुलिस पर फायरिंग कर दी और भागने लगे। पुलिस ने आरोपी को घेर कर गिरफ्तार किया इस दौरान जवाबी फायरिंग में आरोपी शनि की बाईं टांग में गोली लग गई जबकि उसका साथी आकाश फरार हो गया जिसे पुलिस ने 9:45 बजे शिव हनुमान मंदिर के पास से गिरफ्तार किया। पुलिस ने बताया कि दोनो आरोपी 30 अगस्त को गोविंदपुरम इलाके में लूट के दौरान हुई हत्या के मामले में 25-25 हजार रूपए के इनामी थे।

आमजन द्वारा वायरल की गई वीडियो से सामने आई कर्मठता
पुलिस की कर्मठता आमजन के द्वारा वायरल किए गए वीडियो से सामने आई, जिसमें वैशाली सेक्टर 3 में 17 अक्टूबर को दिनदहाड़े घर में घुसकर चोरी करते हुए दो चोरों को कालोनी के लोगो द्वारा पकड़ा गया था जिनमें से एक आरोपी आकाश के पास से पेचकस, रिंच, हथाौडा आदि बरामद किया गया था आमजन ने इस दौरान आकाश का वीडियो भी बना लिया था। जिसे सोशल मीडिया पर खूब वायरल भी किया गया था। जिसके चलते रविवार रात को पुलिस की मीडिया सेल द्वारा जारी किए तस्वीर से सामने आया कि पुलिस की गिरफ्त में दिख रहे आरोपी आकाश को तो 17 अक्टूबर को ही आमजन ने वैशाली से पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया था। जिसे पुलिस ने मुठभेड़ के दौरान गिरफ्तार दिखाया है।
आखिर क्यो बनाई पुलिस ने नई कहानी
मामला मीडिया में तूल पकड़ने के दौरान पुलिस ने अपने काम को सही साबित करने के लिए एक नई कहानी सामने लाकर रख दी। पुलिस ने स्वीकार किया कि आरोपी को लोगों ने पकड़कर उनके हवाले किया था पूछताछ करने के दौरान सामने आया कि आरोपी गोविंदपुरम इलाके में लूट के दौरान हुई पंकज धवन की हत्या के मामले में आरोपी है। आरोपी के दूसरे साथी को पकड़ने के लिए उसे छोड़ा गया था और दूसरे साथी के साथ घटना करने जाने के दौरान पुलिस ने मुठभेड में उसे पकड़ लिया। हालांकि पुलिस अधिकारी इस मामले को सुबह से दबाने मेंं जुटे रहे।

गाजियाबाद एसएसपी सुधीर सिंह ने बताया कि लोगों ने एक आरोपी आकाश को पकड़कर पुलिस को सौंपा था। पूछताछ के दौरानन सामने आया कि आरोपी पंकज धवन हत्या मामले में वांछित है जिसके बाद आरोपी के साथी को ट्रैप करने के लिए आरोपी को पुलिस ने छोड़ा और दूसरी वारदात करने जाने के दौरान मुठभेड में दोनों को गिरफ्तार कर लिया।