गाजियाबाद

आखिर गृह सचिव के आदेश के बाद भी क्यों नहीं बना शालीमार गार्डन थाना,साढे चार लाख से ज्यादा आबादी की सुरक्षा भगवान भरोसे,

युनाईटेड फोरम ऑफ ट्रांस हिंडन एसोसिएशन शालीमार गार्डन थाना बनने की लगातार कर रहा मांग

खबर वाणी संवाददाता

गाजियाबाद। जिले में  चार नए  थाने बनने प्रस्ताव आया था जिसमें  28 जनवरी को नवनियुक्त एसएसपी कलानिधि नैथानी ने पदभार  संभालते ही गाजियाबाद को 2 नए थाने कौशांबी व टीला मोड़ तो मुहैया करा दिए है। जिसमें अभी दो नए थाने और बनने बाकी रह गए हैं। जिसमें शालीमार गार्डन और नंद ग्राम थाना बनना बाकी रह गया है। पूर्व में 19 सितंबर को गाजियाबाद के इंदिरापुरम थानेे में आए गृह सचिव अवनीश अवस्थी ने शालीमार गार्डन निवासियों को आश्वासन दिया था कि  बहुत जल्द शालीमार गार्डन  की  साढे चार लाख आबादी को  थाना मिल जाएगा। मगर गृह सचिव अवनीश अवस्थी के आदेश के बावजूद जेडीए और नगर निगम के अधिकारी शालीमार गार्डन को अभी तक थाना नही दिला पाए हैं।

आपको बता दें कि पिछले 7 वर्षों से शालीमार गार्डन में प्रस्तावित थाना आज तक नही बन पाया है। यहाँ रह रहे 4.5+ आबादी की सुरक्षा मात्र 5 पुलिसकर्मियों के भरोसे किया जा रहा है। इतनी बड़ी आबादी होने की वजह से हर रोज शालीमार गार्डन इलाके में हो रही चेन स्नेचिंग, मोबाइल लूट तथा चोरी की घटनाए। इन सभी पर अंकुश नही लगने का मुख्य कारण पुलिसबल की भारी कमी है। लेकिन बिडम्बना ऐसी की गृह सचिव अवनीश अवस्थी ने पूर्व सितंबर’19 में अपने गाजियाबाद प्रवास में प्रेसवार्ता के दौरान बड़े साफ शब्दों में कहा था कि जीडीए और नगर निगम को साफ निर्देशित कर दिया है कि 15 दिन के भीतर शालीमार गार्डन थाना के लिए जमीन मुहैया कराई जाए। लेकिन आज लगभग पांच महीने से भी अधिक दिन बीत जाने के बावजूद, इस दिशा में कोई कार्यवाही नही हो पाई है।

युनाईटेड फोरम ऑफ ट्रांस हिंडन एसोसिएशन ने द्वारा जिलाधिकारी अजय शंकर पांडे को लिखित में गया पत्र

युनाईटेड फोरम ऑफ ट्रांस हिंडन एसोसिएशन, नागरिक सुरक्षा से जुड़े इस मुद्दे को जिले से लेकर प्रदेश तक जनप्रतिनिधियों से मंत्री, मुख्यमंत्री समेत प्रदेश के आला अधिकारियों समेत पुलिस महाप्रबंधक तक पिछले वर्षों से लगातार निवासियों की आवाज उठाता आ रहा है। लेकिन अभी तक कोई ठोस कार्यवाही होते हुए नही दिख रही है। नागरिक सुरक्षा के दृष्टिगत शासन प्रशासन द्वारा लगातार हो रही इस लापरवाही से आम नागरिक में डर का माहौल व्याप्त है।

Related Articles

Back to top button