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कैलास मानसरोवर भवन का मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया लोकार्पण

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ग़ाज़ियाबाद को दिया 750 करोड़ की 30 परियोजनाओं का तोहफा

खबर वाणी संवाददाता

ग़ाज़ियाबाद।  विकास के पंख पर उड़ रहा जिला ग़ाज़ियाबाद 761 करोड से अधिक लागत की परियोजनाओं का मुख्यमंत्री के द्वारा शिलान्यास एवं लोकार्पण किया गया है। उत्‍तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ ने शनिवार देर शाम इंदिरापुरम शक्ति खंड 4 स्थित कैलाश मानसरोवर भवन का लोकार्पण किया। गाजियाबाद के इंदिरापुरम में बना यह भवन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ड्रीम प्रोजेक्‍ट में एक है।

इस कैलाश मानसरोवर भवन को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आने से पहले फूल-माला व लाइटों से सजा दिया गया था। मुख्यमंत्री शनिवार की देर शाम को भवन का लोकार्पण ग़ाज़ियाबाद के इंदिरापुरम शक्ति खंड 4 स्थित पहुँचे। गाजियाबाद में 132 करोड़ की लागत से तैयार हुए कैलाश मानसरोवर यात्रा भवन का लोकार्पण किया गया है।

भारत के प्रधानमंत्री के नेतृत्व में देश भर ने कोरोना से जंग जीती है। आपको बता दे कि अगले महीने तक कोरोना की वैक्सीन भी आ जाएगी। कोरोना काल में जनपद गाजियाबाद में अच्छा कार्य होने पर तथा स्वच्छता को लेकर 3 वर्ष में गाजियाबाद की सुधरी व्यवस्था पर मुख्यमंत्री ने खुशी की जाहिर है।

उत्तर प्रदेश सरकार के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज देशभर के कावड़ यात्रियों को एक बड़ी सौगात देते हुए इंदिरापुरम गाजियाबाद में 132 करोड़ की लागत से तैयार हुए कैलाश मानसरोवर यात्रा भवन का लोकार्पण करते हुए कहां की आज इस अवसर पर बहुत ही खुशी की अनुभूति हो रही है।

कैलाश मानसरोवर यात्रा भारत की आस्था का केंद्र है और प्रत्येक भारतवासी कैलाश मानसरोवर यात्रा करना चाहता है। 2017 में महत्वपूर्ण निर्णय लेने के उपरांत कैलाश मानसरोवर यात्रा भवन का शिलान्यास किया गया जो आज बहुत कम समय में बनकर एक भव्य परियोजना तैयार हुई है।

जिससे भारतवर्ष की कैलाश मानसरोवर यात्रियों, चार धाम की यात्रा तथा अन्य यात्राओं के यात्रियों को सुविधा प्राप्त होगी और इस केंद्र को रोजगार का सृजन बनाते हुए यहां पर विभिन्न यात्रा में जाने वाले यात्रियों को सहयोग प्रदान सरकार के द्वारा किए जाने का मुख्यमंत्री के द्वारा घोषणा की गई।

उन्होंने कहा कि प्रदेश में ऐतिहासिक कार्य पूर्ण होने पर कुछ लोगों को चिढ़ हो रही है। जो कार्य सदियों से नहीं हुए वह उत्तर प्रदेश सरकार के द्वारा पूर्ण किए जा रहे हैं मुख्यमंत्री ने कहा कि जिन्हें देश की खुशहाली अच्छी नहीं लगती उनकी नींद खराब हुई है कैलाश मानसरोवर में जाने वाले यात्रियों को एक लाख रुपये की धनराशि सरकार के द्वारा बढ़ाकर की गई है।

और उनकी सुविधाओं के लिए ही यह भवन तैयार किया गया है हमने सभी नियमों का पालन सुनिश्चित करते हुए इस ऐतिहासिक भवन को तैयार किया है जिसमें जमीन सहित 132 करोड़ पर की लागत आई है। उन्होंने कहा कि यात्रियों को जानकारी देने के लिए यहां पर इस कार्य को किया जाएगा इसमें पूर्ण भवन में ध्यान केंद्र भी बनाया गया है।

तैयार किए गए ऐतिहासिक भवन में 280 यात्रियों के रुकने की व्यवस्था सुनिश्चित है। मुख्यमंत्री ने कहा कि कुछ लोग देश में अराजकता फैलाने का प्रयास कर रहे हैं। परंतु देश के लोग भारत के प्रधानमंत्री पर विश्वास करते हैं और पूरे भारत वासियों के द्वारा प्रधानमंत्री के द्वारा किए जा रहे विकास कार्यों को निरंतर समर्थन प्रदान किया जा रहा है उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में हमने कोरोना की जंग जीती है। कोरोना को लेकर उत्तर प्रदेश में भी बहुत अच्छा कार्य हुआ है।

जिसके लिए सभी अधिकारी गण बधाई के पात्र हैं मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना काल में गाजियाबाद के अधिकारियों द्वारा अच्छा कार्य का प्रदर्शन करते हुए नागरिकों को इस बीमारी से बचाने के लिए विशेष प्रयास किए गए हैं। उन्होंने कहा कि आने वाले 1 माह के अंदर कोरोना की वैक्सीन भी आ जाएगी।

अतः आम नागरिक और कुछ दिन तक सतर्कता बरतें तथा सभी जन सामान्य सावधानी बरतते हुए 2 गज की दूरी बनाकर रखें तथा मास्क का प्रयोग करने का भी उन्होंने आह्वान किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज से 3 वर्ष पूर्व गाजियाबाद गंदगी के साम्राज्य के लिए जाना जाता था। 3 वर्ष में जनपद गाजियाबाद में स्वच्छता में प्रथम स्थान पाकर एक अच्छा कार्य किया गया है जिसके लिए सभी संबंधित अधिकारी एवं यहां के नागरिक सभी बधाई के पात्र हैं।

मुख्यमंत्री के द्वारा जनपद गाजियाबाद के विकास को पंख लगाने के उद्देश्य से 15 परियोजनाओं का शिलान्यास करते हुए 15 कार्यों का लोकार्पण भी इस अवसर पर किया गया, जिनकी कुल लागत 761 करोड़ 45 लाख रुपए है। इससे जनपद गाजियाबाद का विकास और तेजी से आगे बढ़ सकेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार के द्वारा निरंतर रूप से भारत के प्रधानमंत्री  के नेतृत्व में रोजगार के नए सृजन किए जा रहे हैं।

इस अवसर पर जनरल वीके सिंह केंद्रीय मंत्री भारत सरकार, उत्तर प्रदेश के भाजपा के अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह के द्वारा भी अपने ओजस्वी विचार प्रकट किए गए। समापन अवसर पर क्षेत्रीय विधायक सुनील कुमार के द्वारा धन्यवाद भाषण प्रस्तुत किया गया। कार्यक्रम को सफल बनाने में जिला प्रशासन पुलिस एवं अधिकारियों के द्वारा संपूर्ण तैयारियां सुनिश्चित की गई थी। इस अवसर पर प्रभारी आयुक्त मेरठ मंडल रितु महेश्वरी, आईजी पुलिस मेरठ जोन प्रवीण कुमार , नोडल अधिकारी सेंथिल पांडियन सी जिलाधिकारी अजय शंकर पांडे एसएसपी कलानिधि नैथानी तथा अन्य वरिष्ठ अधिकारीगण उपस्थित रहे।

बता दे वहीं, कैलाश मानसरोवार भवन को आने वाले मार्गो पर खराब स्ट्रीट लाइटों को ठीक कर दिया गया है। सड़क के डिवाइडर पर फूलदार गमले रख दिए गए हैं। साफ-सफाई कर सड़कों को चमका दिया गया है। भवन के पास खाली स्थान पर कुछ मिट्टी व अन्य निर्माण सामग्री पड़ी हुई थी। सामग्री हटाकर उसे समतल कर दिया गया है। कैलाश मानसरोवर भवन के आगे कच्चा फुटपाथ था। इस फुटपाथ पर शुक्रवार को टाइल्स लगाई गईं। टाइल्स लगाने के लिए दो दर्जन से ज्यादा मजदूर लगाए गए। आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को गाजियाबाद के इंदिरापुरम में एक नई इबारत लिखी हैं। इंदिरापुरम के शक्ति खंड चार में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने देश के पहले कैलास मानसरोवर भवन का लोकार्पण किया है। फाइव स्टार होटल की सुविधाओं वाले भवन में यात्रियों को रहने के साथ योग और ध्यान लगाने जैसी सुविधाएं भी मिलेंगी। सिर्फ कैलास मानसरोवर ही नहीं बल्कि चार धाम और लेह लद्दाख की यात्रा पर जाने वाले लोग भी इसका लाभ ले सकेंगे।

अयोध्या में 500 वर्ष पुरानी समस्या का हुआ समाधान

उन्होंने इस अवसर पर यह भी उल्लेख किया कि अयोध्या में 500 वर्ष पुराने विवाद का निपटारा सरकार के द्वारा किया गया है जो एक ऐतिहासिक कार्य है। मुख्यमंत्री ने यहां पर यह भी उल्लेख किया कि भारत के माननीय प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में प्रयागराज में भव्य कुंभ का आयोजन करते हुए वहां पर रोजगार के अवसर सजन किए गए तथा ऐतिहासिक कुंभ का आयोजन करते हुए देश विदेश में एक संदेश देने का कार्य सरकार के द्वारा सुनिश्चित किया गया है। महत्वपूर्ण कार्यक्रम में पर्यटन मंत्री नीलकंठ तिवारी के द्वारा स्वागत भाषण प्रस्तुत किया गया।

जाने क्‍या है मानसरोवर भवन की खासियत

उत्‍तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ ने शनिवार देर शाम इंदिरापुरम शक्ति खंड 4 स्थित कैलाश मानसरोवर भवन का लोकार्पण किया। गाजियाबाद के इंदिरापुरम में बना यह भवन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ड्रीम प्रोजेक्‍ट में एक है। इस कैलाश मानसरोवर भवन को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आने से पहले फूल-माला व लाइटों से सजा दिया गया था। मुख्यमंत्री शनिवार की देर शाम को भवन का लोकार्पण ग़ाज़ियाबाद के इंदिरापुरम शक्ति खंड 4 स्थित पहुँचे। गाजियाबाद में 132 करोड़ की लागत से तैयार हुए कैलाश मानसरोवर यात्रा भवन का लोकार्पण किया गया है।

फूलमालाओं से सजाया भवन

भवन को सजाने के लिए बड़ी संख्या में फूल की मालाएं बनवाई गईं। भवन को कई तरह के फूल से बनी मालाओं से सजाया गया। इसके अलावा भवन में भोजन की व्यवस्था भी रही। भवन को रंगीन लाइटों से भी सजाया गया है। रात में भवन जगमग हो रहा है। भोजन के लिए भवन में ही व्यवस्था की गई है।

कोरोना के कारण कुछ चुनिंदा अधिकारी ही रहें मौजूद

कैलास मानसरोवर भवन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की महत्वाकांक्षी योजनाओं में शामिल है। सितंबर 2017 में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ही इसका शिलान्यास किया था। दावा किया गया था कि महज एक से डेढ़ साल में इसका निर्माण पूरा कर लिया जाएगा। लाकडाउन की बाधा के बाद भी दो साल चार माह में इसका निर्माण पूरा कर लिया गया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को इसका लोकार्पण किया हैं। हालांकि कोरोना महामारी के नियमों को देखते हुए चुनिंदा अधिकारी, भाजपा पदाधिकारी और 30 कैलास मानसरोवर यात्री ही लोकार्पण कार्यक्रम में मौजूद रहें।

● भक्ति और योग का दिखेगा अद्भुत संगम

नौ हजार वर्गमीटर भूमि पर बने भवन का निर्माण जयपुरी पत्थरों से किया गया है। इसमें कुल 46 कमरे चार सीटर, 48 कमरे दो सीटर हैं। एक बार में कुल 280 लोग यहां रुक सकेंगे। भवन की एंट्री से लेकर हर कमरे तक में भगवान शंकर के भक्ति गीत सुनाई देंगे। इसके साथ ही यहां आने वाले यात्री योग और ध्यान का भी लाभ ले सकें, इसके लिए अलग-अलग हाल का निर्माण किया गया है। यहां आने वाले यात्रियों के लिए 188 कारों की पार्किग भी बनाई गई है। चार मंजिला भवन केंद्रीयकृत वातानुकूलित होगा।

● स्वीकृत से भी कम लागत में तैयार हुआ भवन

कैलास मानसरोवर भवन उन परियोजनाओं में भी शामिल हो गया है जो स्वीकृत से भी काम लागत में पूरी कर ली गईं हैं। भवन निर्माण के लिए 69.48 करोड़ रुपये स्वीकृत किए गए थे। इसका निर्माण 62.34 करोड़ रुपये में पूरा कर लिया गया है। यह भवन करीब 132 करोड़ रुपये की लागत में पूरी तरह से तैयार हुआ है।

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