इस्लाम धर्म मे शराब पीना ही हराम है या फिर बेचना भी ?
खबर वाणी सवांददाता
ग़ाज़ियाबाद। योगी सरकार मे प्रदेश के कुछ मुस्लिमो की शिकायत ये है कि जब से प्रदेश में योगी सरकार आयी है मुसलमान अपने आपको ठगा / डरा हुआ महसूस कर रहे है , वही भाजपा का दावा है कि उनकी सरकार सबका साथ सबका विकास के एजेंडे पर कार्य कर रही है।
मगर उत्तराखण्ड का मुसलमान योगी सरकार में ही अपने आपको सुरक्षित महसूस कर रहा है जब ही तो हरिद्वार निवासी अली हसन पुत्र नूर हसन ने उत्तराखण्ड से उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद स्थित दिल्ली बॉर्डर पर आकर शराब का ठेका खोला है वो भी 33 % कोटे के साथ क्योंकि 3 दुकानों में से एक दुकान अली हसन को मिली है एक दुकान छतीसगढ़ के जनपद रायपुर निवासी अमर जीत को एवम एक दुकान मेरठ निवासी लक्ष्मी को मिली है।
दुकानों का आवंटन इस गुणा गणित के साथ हुआ है कि 33 % महिला के हिस्से में, 33 % मुस्लिम के हिस्से में और 66% प्रतिशत हिन्दू के हिस्से में आया है ।
वैसे इस्लाम धर्म मे दीन के अनुसार शराब पीना / मदिरा पान को हराम बताया गया है, मगर शायद शराब बेचना जायज हो तभी तो हरि के द्वार से उत्तर प्रदेश के द्वार पर आकर योगी राज में अली हसन साहब ने मधुशाला की स्थापना कर डाली वो भी निडर होकर।
इसी को तो कहते है सबका साथ सबका विकास।