भारतीय किसान यूनियन तोमर के सैंकड़ों पदाधिकारियों एंव कार्यकर्ताओं ने रोहाना टोल कराया फ्री
घंटो धरना प्रदर्शन के बाद जिला प्रशासनिक अधिकारीयों को सौंपा ज्ञापन
खबर वाणी भगत सिंह
मुजफ्फरनगर। जनपद में आए दिन किसानों के विभिन्न संगठनों द्वारा टोल पर धरना प्रदर्शन एवं टोल फ्री कराए जाने से जहां टोल कर्मचारियों में भय बना हुआ है तो वही लाखों का नुकसान भी हो रहा है, यहीं नही नेशनल हाइवेज और स्टेट हाईवे पर लगने वाले इन जाम और धरना प्रदर्शन से वाहनों चालकों का भी बड़ा नुकसान हो रहा है उन्हें भारी ईंधन फुंकर और कई कई सौ किलोमीटर अन्य मार्गों से अपनी मंजिल तय करनी पड़ रही है,अब बात अगर जिला प्रशासन की करें तो यहाँ आम जनमानस के लिए तो तमाम कानून जैसे धारा 144 लगे होना आचार संहिता आदि का कड़ाई से पालन कराया जाता है लेकिन हाईवे ओर अन्य मार्गों को जाम करने से लेकर टोल फ्री कराये जाने तक इन धरना प्रदर्शन करने वालों के खिलाफ जिला प्रशासन सख्त नही होता ,आखिर क्या वजह है जो इन तमाम संगठनो के आगे जिला प्रशासनिक अधिकारी नमस्तक होते दिखाई दे रहे हैं आज भी किसान यूनियन तोमर के सैंकड़ों पदाधिकारियों एंव कार्यकर्ताओं ने देवबन्द – सहारनपुर स्टेट हाईवे टोल को लगभग एक से डेड घन्टे न सिर्फ टोल फ्री कराया बल्कि वहां धरना प्रदर्शन भी किया, अब बड़ा सवाल की आखिर जब जिले में 144 के साथ आचार संहिता लगी हुई है और तो और कोरोना के भी संकट यहां गहरा रहे है बावजूद इसकी इतनी भीड़ का यहां क्या ओचतय है आखिर इनके ऊपर क़ानूनी प्रकिर्या क्यों सख्ती से नही की जाती।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, आज देवबन्द – सहारनपुर स्टेट हाईवे पर उस वक्त हड़कंप मच गया जब पूर्व घोषणा के तहत आज सैंकड़ों से भी अधिक की संख्या में पहुंचे भारतीय किसान यूनियन तोमर के पदाधिकारियों एंव कार्यकर्ताओं ने टोल पर पहुंचकर जबरन टोल फ्री करा वहां धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया।
डरे सहमे टोल कर्मियों की सूचना पर सबसे पहले चौकी रोहाना इंचार्ज प्रवेश शर्मा दलबल के साथ मोके पर पहुंचे और उग्र किसानो को समझा बुझाकर टोल से हटने का आग्रह किया लेकिन यहां सैंकड़ों की संख्या में पहुंचे किसानो ने उनकी एक न सुनी।
जिसके बाद सूचना जिला पुलिस एंव प्रशासनिक अधिकारीयों को भी दी गई सूचना मिलते ही ऐ डी एम प्रशासन अमित सिंह, सीओ सिटी कुलदीप कुमार थाना प्रभारी शहर कोतवाली भारी पुलिस फोर्स के साथ मोके पर पहुंचे और किसानो को समझा बुझाकर शांत करा टोल से हटने की बात कही है।
लेकिन यहां एक बार फिर जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन की उग्र किसानो ने एक नही सुनी यहां काफी देर तक किसानो और प्रशासनिक अधिकारीयों के बीच तीखी झड़प भी हुई यहाँ धरना प्रदर्शन करने वाले किसानो ने टोल मैनेजर पर आरोप लगाते हुए कहा की मैनेजर यहाँ किसानो के वाहनों से भी टोल वसूलना चाहता है जिसे हम लोग कभी भी सफल नही होने देंगे।
उधर जब टोल अधिकारीयों और कर्मरियों से बात की गई तो उन्होंने दबी जुबान से कहा की यहां टोल पर आये दिन विभिन्न किसान संगठनो के धरना प्रदर्शन और टोल फ्री कराये जाने से जहां एक तरफ लाखों का नुकसान तो हो ही रहा है वहीं दूसरी तरफ यहां कर्मचारियों में भी भय बना हुआ है यहां आये दिन किसान संगठनो के लोग मार पीट तक पर उतारू रहते है।
इधर जब टोल फ्री कराये जाने की बाबत ऐ डी एम प्रशासन से बात की गई तो उन्होंने बताया की किसान संगठनो के लोगों ने टोल मैनेजर पर किसानो से टोल वसूलने सहित दुर्व्यवहार के कई गम्भीर आरोप लगाये है जिनके सम्बन्ध में टोल मैनेजर को समझा दिया गया है किसानो ने अपनी मांगो के सम्बन्ध में ज्ञापन दिया है जिस पर संज्ञान लिया जायेगा हमारे द्वारा किसानो को समझा बुझाकर शांत करा टोल फिर से चालू करा दिया गया है।