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पुलिस ने लुटे हुए 32 ट्रक किए बरामद, 3 आरोपियों को किया गिरफ्तार, अन्य आरोपियों की तलाश में जुटी पुलिस

चेचिस नंबर बदलकर पुलिस की आंखों में धूलझोंक कर सरकारी माल की कर रहे थे सप्लाई, जांच के लिए ग़ाज़ियाबाद पुलिस जाएगी नागालैंड

खबर वाणी संवाददाता

गाजियाबाद। जनपद में स्वाट टीम ने बड़ी कार्रवाई करते हुए 32 ट्रकों को पकड़ा है। स्वाट टीम ने 32 ट्रकों के साथ तीन आरोपियों को भी गिरफ्तार किया है। और अन्य आरोपियों की तलाश में पुलिस जुटी है। बता दे कि ट्रांसपोर्ट में व्यवसाय करने के लिए विभिन्न जगह से चोरी वह लुटे हुए ट्रकों के नंबर बदलकर सरकारी विभाग के ठेकों में काम करते थे। स्वाट टीम ने कविनगर से एक ट्रक को पकड़ा। जिसकी निशानदेही पर तीन आरोपियों के पास से 32 ट्रक बरामद किए हैं, और बाकी गैंग के सदस्यों को पकड़ने की तलाश में पुलिस जुटी हुई है। पकड़े गए तीनों आरोपी ट्रांसपोर्टर है।

आपको बता दे कि नागालैंड और हिमाचल प्रदेश के परिवहन विभाग से संलिप्ता कर के चोरी वह लुटे हुए ट्रकों के असली कागजात बनाकर सरकारी विभाग के ठेकों में काम किया करते थे। परिवहन विभाग द्वारा बनाए गए दस्तावेज के कारण ट्रक पुलिस की आंखों में धूल झोंक कर निकल जाते थे।

एसपी क्राइम दीक्षा शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि स्वाट टीम नागालैंड और हिमाचल प्रदेश के परिवहन विभाग से पूछताछ करने के लिए जाएगी। आरोपियों ने पूछताछ में परिवहन विभाग से जुड़े कई लोगों के नाम भी लिए हैं जो दस्तावेज बनवाने में आरोपियों की मदद करते थे। साथ ही गैंग के 9 आरोपी अभी भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं।पुलिस का दावा है जल्द उन्हें भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

आपको यह भी बता दे कि गाजियाबाद पुलिस की क्राइम ब्रांच टीम ने एक ऐसे शातिर गैंग का पर्दाफाश किया है। जो पिछले करीब 7 साल से चोरी के ट्रक या ट्रॉला पर फर्जी नंबर प्लेट लगाकर उनके बाकायदा आरटीओ ऑफिस से रजिस्ट्रेशन कराने के बाद खुलेआम बाजार में चलाते थे। किसी को इन पर शक ना हो इसलिए यह लोग ज्यादातर सरकारी माल ही सप्लाई किया करते थे। पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए आरोपियों के कब्जे से 32 ट्रक और ट्राला बरामद किए हैं। जिनकी बाजार में कीमत करीब दस करोड़ आंकी जा रही है।

एसपी क्राइम ने यह बताया कि इनके इस गैंग का खुलासा तब हुआ जब मुखबिर द्वारा पता चला कि थाना कवि नगर क्षेत्र में एक ट्राला है। जिसे पकड़ा गया और वह सीज किया गया था।

इसकी जानकारी उसकी कंपनी से ली गई तो पता चला कि इस कंपनी का चेचिस नंबर रजिस्ट्रेशन नंबर इस गाड़ी का नहीं है। उसके बाद एफएसएल टीम से भी इसकी जांच कराई गई तो पता चला कि उसके चेचिस नंबर को टेम्पर्ड कर चेचिस नंबर बदला हुआ है। लेकिन उसके चेचिस नंबर और कागजात की गहनता से जांच की गई तो यह पूरा राज खुला।

उन्होंने यह भी बताया कि गाजियाबाद के विभिन्न थाना क्षेत्र में इस तरह के ट्रक या ट्राला की जांच की गई तो कुल 32 ट्रक और ट्राला इस तरह के पाए गए हैं। जिन की बाजार में कीमत करीब दस करोड़ रुपये की आंकी जा रही है। इन्हीं के द्वारा इस तरह का गैंग पिछले करीब 6 से 7 साल से संचालित हो रहा था। उन्होंने बताया कि अभी सभी जगह के आरटीओ ऑफिस को इस तरह की सूचना दी जाएगी। खासतौर से अभी तक जो ट्रक और ट्राला पकड़े गए हैं। उनके रजिस्ट्रेशन फर्जी तरह से पंजाब आरटीओ कार्यालय और नागालैंड आरटीओ कार्यालय के बने हुए हैं।

एसपी क्राइम ने बताया कि अभी इनके द्वारा बताए गए 9 अन्य लोगों के नाम भी प्रकाश में आए हैं। जिनकी तलाश शुरू कर दी गई है उन्हें भी जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा। स्वर टीम द्वारा पकड़ा गया गैंग सरकारी विभाग पर कई सवाल खड़े करता है। जो निजी लालच के कारण किसी भी काम को अंजाम देने से पीछे नहीं हटते हैं। स्वाट टीम कई अन्य पहलू पर भी जांच कर रही है और आने वाले समय में और भी कई बड़े खुलासे हो सकते हैं।

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