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वाहन चेकिंग कर रही पुलिस को भाजपा नेता को रोकना पड़ा भरी, पुलिस पर भाजपा नेताओ ने बनाया दबाव

शहर के महावीर चौक पर संदिग्ध व्यक्तियों की वाहन चेकिंग कर रही ट्रैफिक पुलिस, तेजी से मोबाईल पर बात करते आ रहे एक भाजपा एवं संघ के नेता को ट्रैफिक पुलिस ने रोकर वाहन चलाने के नियम-कानून समझाये

खबर वाणी भगत सिंह

मुजफ्फरनगर। उत्तर प्रदेश के जनपद मुजफ्फरनगर के महावीर चौक पर स्थानीय पुलिस के साथ ही ट्रैफिक पुलिस वाहन चेकिंग कर रही थी इस वाहन चेकिंग में ऐसे वाहन चालकों को रोका जा रहा था जो ट्रिपल राइडिंग, बिना हेलमेट के वाहन चलाना और वाहन चलाते समय मोबाइल का प्रयोग कर रहे थे। इस वाहन चेकिंग मैं एक ऐसे वाहन चालक भी पुलिस के कब्जे में आ गए जो मोबाइल से बात कर अपना वाहन महावीर चौक से निकाल रहे थे। जैसे ही वाहन चेकिंग कर रही पुलिस की नजर इन महाशय पर पड़ी तो पुलिस ने उन्हें रोक लिया और बकायदा रोक कर तसल्ली बक्श उन्हें वाहन चलाने के नियम कायदे और कानून समझा दिए। पुलिस द्वारा रोके जाने को नेता जी अपने मान प्रतिष्ठा पर ले गए और देखते ही देखते कई छूट भैया नेताओ के साथ ही बड़े स्तर के नेताओं को भी फोन लगा दिया।

देखते ही देखते शहर के महावीर चौक पर भाजपा नेताओं का जमावड़ा लग गया जहां नेताओं ने वाहन चेकिंग के नियम समझाने वाले दरोगा जी से सबके सामने अपना गुस्सा जाहिर किया जिसके बाद मान मुन्नवल का ड्रामा चला और बाद में यह मामला निपट गया। जिस वक्त यह घटना हो रही थी उस वक्त आसपास से गुजर रहे कई राहगीर कहते सुने गए कि इस तरह तो भाजपा की ही किरकिरी हो रही है कि आखिर योगी सरकार में सही काम कर रही पुलिस को किस तरह भाजपा के नेता दबाव में लेकर अपने नेता का पक्ष सरेआम धर रहे हैं।

क्या ट्रैफिक पुलिस स्थानीय पुलिस और अन्य पुलिस अधिकारियों को संदिग्ध वाहन व्यक्तियों को रोक कर तलाशी एवं चेकिंग अभियान नहीं चलाना चाहिए?आए दिन सड़क हादसों की रोकथाम के लिए जहां आला अधिकारी अधीनस्थ पुलिस अधिकारियों/ कर्मचारियों को सख्त आदेश-निर्देश देकर जिले भर की पुलिस को थाना वार संदिग्ध वाहन /व्यक्तियों की चेकिंग एवं तलाशी अभियान चलाए जाने के दिशा निर्देश दे रहे हैं इससे अपराध में तो कमी आएगी ही साथ ही साथ सड़क हादसों में भी कमी आएगी।

अकेले उत्तर प्रदेश का जनपद मुजफ्फरनगर ऐसा जिला है जहां के लोग ट्रिपल राइडिंग, बिना हेलमेट के दुपहिया वाहन चलाना, बिना सीट बेल्ट के चार पहिया वाहन चलाना आम हो गया है जबकि मुजफ्फरनगर को दिल्ली एनसीआर जिला भी घोषित हुए काफी समय हो चुका है लेकिन यहां चंद लोग पुलिस को अपना सही काम नहीं करने दे रहे पुलिस और ट्रैफिक पुलिस वाहनों की चेकिंग कर रही है तो इसमें बुराई क्या है। देखें तस्वीरों में किस तरह महावीर चौक पर वाहन चेकिंग कर रही पुलिस पर दबाव बनाने के लिए कई भाजपा नेताओं का जमावड़ा लगा रहा।

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