उत्तरप्रदेश

पीलीभीत नगर पालिका के भ्रष्टाचार की शिकायत मुख्यमंत्री से लेकर कई उच्च अधिकारियों तक पहुँची

 

एक तरफ देश में मोदी सरकार और सूबे की योगी सरकार भ्रष्टाचार के खिलाफ जंग लड़ रही है वही उन्हीं के सरकार के कुछ अफसर भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने में लगे हैं जिससे भाजपा सरकार की छवि धूमिल हो रही है

पीलीभीत- सदर सैफी नगर पालिका में टेंडर में गड़बड़ी व भ्रष्टाचार के विरुद्ध जिले के एक भाजपा नेता मुख्यमंत्री से लेकर कई अन्य उच्च अधिकारियों से शिकायत की है जिसमे पालिक के कई अधिकारियों व कर्मचारियों पर गंभीर आरोप लगाए गए है
एक तरफ देश में मोदी सरकार और सूबे की योगी सरकार भ्रष्टाचार के खिलाफ जंग लड़ रही है वही उन्हीं के सरकार के कुछ अफसर भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने में लगे हैं जिससे भाजपा सरकार की छवि धूमिल हो रही है ताजा मामला पीलीभीत नगर पालिका से जुड़ा हुआ है जहां सांठगांठ कर मिलीभगत कर नगर पालिका में ना रजिस्टर्ड फर्म को गलत और मनमाने तरीके से दे दिया टेंडर मिलने वाली फर्म रमन सिक्योरिटी गार्ड सर्विसेज की बैलेंस शीट से लेकर कई अन्य महत्वपूर्ण कागजात फर्जी पूरे प्रकरण की शिकायत सूबे के मुख्यमंत्री से लेकर अन्य बडे अधिकारियों से की गई है
भारतीय जनता पार्टी पीलीभीत के जिला उपाध्यक्ष तुलाराम लोधी ने नगर पालिका में टेंडर में किये गए भ्रष्टाचार की शिकायत मुख्यमंत्री से लेकर कई अन्य बड़े अधिकारियों से की है शिकायत में नगर पालिका पीलीभीत पर भ्रष्टाचार में लिप्त होने के कई संगीन आरोप लगाए गए भाजपा नेता द्वारा दी गई शिकायत में हाल ही में नगर पालिका में आउटसोर्सिंग के ठेके को लेकर अनियमित्ताओं की शिकायत की गई है जिसमें कहा गया है नगर पालिका अधिकारियों व कर्मचारियों द्वारा ई-टेंडरिंग के बावजूद भ्रष्टाचार कर लखनऊ की फर्म रमन सिक्योरिटी गार्ड सर्विसेज को नियमों को ताक पर रख करोड़ों का टेंडर दे दिया गया।
शिकायत में नगर पालिका की ईओ,ए-ई,जेई,एस-आई से लेकर कई अन्य लोगों पर गंभीर आरोप लगाए गए हैं इसमें कहा गया है ठेकेदार से मोटी रकम लेकर मनमाने तरीके से भाजपा सरकार की भ्रष्टाचार विरोधी नीतियों को ताक पर रखकर सरकारी रुपए का घोटाला करने में यह लोग लगे हैं ऐसे ही कर्मचारी व्यक्ति भ्रष्टाचार कर हिंदुस्तान को आगे बढ़ने में अवरोध उत्पन्न कर रहे हैं जैसा कि पीलीभीत नगर पालिका में हुआ यह घोर अनियमितता को दर्शाता है इसीलिए ऐसे अधिकारी कर्मचारियों की जांच कराकर इन को तत्काल निलंबित कर इन पर कठोर कानूनी कार्रवाई करना चाहिए और ऐसे ठेकेदार को ब्लैक लिस्ट कर इन पर भी कठोर कानूनी कार्रवाई करनी चाहिए जिसने सत्यता को छुपाकर फर्जी दस्तावेज लगाकर करोड़ों के टेंडर हासिल किए हैं एवं उन अधिकारियों पर भी कार्रवाई होनी चाहिए जिन अधिकारियों की सिफारिशों पर ऐसे भ्रष्टाचार करने वाले लोगों को ठेके मिल जाते हैं शिकायत में कहा गया आउटसोर्सिंग लेबर का ठेका लगभग 1 करोड़ 66 लाख रुपए का है जो मात्र 7 महीने का टेंडर है जिसको भ्रष्टाचार कर इन अधिकारियों व कर्मचारियों द्वारा अंजाम दिया गया है पास और भी टेंडरों के सबूत हैं जिसमें अनेकों सरकारी रुपयों का घोटाला किया गया है
शिकायत में कहा गया है वित्तीय वर्ष 2019-20 के लिए दिनांक 11-7-2019 को दोपहर 1:00 बजे आउटसोर्सिंग ठेका ई-निविदा द्वारा डाला गया था जिसमें कई नियम व शर्तें नगर पालिका द्वारा रखी गई थी नगर पालिका पीलीभीत अधिकारी ईओ,ए ई,जेई,एसआई ने ठेकेदार से मोटी रकम लेकर आउटसोर्सिंग के ठेके में अनियमितताओं के बावजूद सांठगांठ कर पालिका द्वारा दी गई शर्तों को पूर्णा न करने वाले लखनऊ के ठेकेदार को आउटसोर्सिंग का ठेका दे दिया गया और जब पालिका में ऑनलाइन टेंडर खोले गए तो इन लोगों ने सभी ठेकेदारों को बुलाकर पहले नंबर पे आई फर्म/एजेंसी से रुपए की मांग की जब वह पूरी ना हो सकी उसके बाद पालिका की शर्तों व टेंडर के नियम कानूनों को ताक पर रखकर इन लोगों ने L2 दूसरे नंबर वाले ठेकेदार से मोटी रकम लेकर मनमाने तरीके पालिका द्वारा दी गई शर्तों को पूर्ण न करने वाले लखनऊ के ठेकेदार को आउटसोर्सिंग का ठेका दे दिया जिसकी गहनता से जांच होनी चाहिए दोषियों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की जानी चाहिए हेराफेरी कर ठेका हासिल करने वाले ठेकेदार का टेंडर कैंसिल उसके अन्य टेंडरों की भी जांच की जानी चाहिए
रजिस्ट्री के माध्यम से शिकायत मुख्यमंत्री,उपमुख्यमंत्री, प्रमुख सचिव नगर विकास एवं कमिश्नर बरेली को की गई है ।
नगर पालिका के भ्रष्ट अधिकारी व कर्मचारियों द्वारा भ्रष्टाचार कर लगातार भाजपा साकार की भ्रष्टाचार विरोधी नीतियों को ताक पे रख सरकार की छबि को धूमिल करने का कार्य किया जा रहा है जो भाजपा सरकार में किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नही किया जाएगा मेरे द्वारा पीलीभीत नगर पालिका में व्याप्त भ्रष्टाचार व करोड़ो के टेंडर में मिलीभगत कर की गई गड़बड़ी की शिकायत माननीय मुख्यमंत्री से लेकर कई अन्य बड़े अधिकारियों से की गयी है जिसे गंभीरतापूर्वक लिया गया है आश्वासन मिला है भ्रष्टाचार करने वाले अधिकारियों-कर्मचारियों एवं ठेकेदार का टेंडर निरस्त कर जल्द कार्रवाई की जाएगी।

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