गाजियाबाद

बकाया वेतन मांगने पर पति पत्नी को मालिक दंपत्ति ने बुरी तरह पीटा

खबर वाणी संवाददाता

ग़ाज़ियाबाद। साहिबाबाद थाना क्षेत्र के राजेन्दर नगर सेक्टर 5 में एक जिम और ब्यूटी पार्लर चलाने वाले एक दंपति के यहा काम करते है। और दीवाली के लिए अनुसूचित जाति के पति पत्नी को अपना वेतन मांगना महंगा पड़ गया।अनुसूचित जाति के पति पत्नी का अपने मालिक पर आरोप है कि उसने अपने यहां काम करने वाले पति पत्नी द्वारा वेतन का पैसे मांगने पर महिला की पिटाई कर दी। महिला को बचाने आए उसके पति की भी पिटाई कर दी गई।पति ने किसी तरह भाग कर वहां से अपनी जान बचाई।और इस घटना की सूचना थाना साहिबाबाद क्षेत्र में आने वाली करन गेट पुलिस चौकी पर दी।चौकी पर तैनात पुलिसकर्मियों ने वहां से उसे थाना साहिबाबाद भेज दिया गया। अनुसूचित जाति दंपति का आरोप है कि बुधवार की रात से लगातार साहिबाबाद थाने और चौकी के चक्कर काट रहा है। मगर उनकी रिपोर्ट नहीं लिखी जा रही, जानकारी के अनुसार, आगरा जिले की रहने वाली मीना पत्नी सुभाष अपने परिवार के साथ राजेन्द्र नगर सेक्टर 5 के तीन ब्लॉक भवन सँख्या 87 स्थित गैलेक्सी जिम लुक एंड लाइव सलून में काम करते थे। महिला के पति सुभाष का कहना है कि जिम मालिक विपिन गुप्ता ने उन्हें 12 हजार रुपये महीने के वेतन पर जिम में और उसकी पत्नी मीना को दस हजार रुपये महीने के वेतन पर रखा गया था। तथा उनके परिवार को रहने के लिए उन दोनों को एक कमरा मालिकों ने दे रखा था। जिसमे पति पत्नी अपने बच्चों के साथ रहते थे।बुधवार की देर शाम ब्यूटी पार्लर की मालकिन अलका गुप्ता ने मीना को त्यौहार पर अपना बकाया वेतन का पैसा मांगा तो अलका गुप्ता ने उन को बुरा भला कहने लगी और उनके काम मे बुराइयां निकलने लगी जैसे ही पीड़ित महिला ने अपनी मालकिन से कहा कि त्यौहार आ रहा है हमे हमारा बकाया वेतन दे दीजिए। इतना कहते ही अल्का गुप्ता ने उसकी पिटाई कर दी, शोर शराबा सुनकर जब महिला का पति आया तो उसे भी पीटना सुरु कर दिया। पिटाई मकान मालकिन अलका गुप्ता के पति विपिन गुप्ता और उसके दोनों बच्चों ने की है। सुभाष किसी तरह से अपनी जान बचाकर वहां से भागा और पुलिस को सूचना दी। सूचना मिलते ही पुलिस ने पीड़ित को साहिबाबाद थाने भेज दिया गया। रात 9:30 बजे तक पति-पत्नी बच्चों समेत थाना साहिबाबाद में रहे बाद में उन्हें अगले दिन यानी बृहस्पतिवार को सुबह 9:30 बजे थाने आने को कहा गया । ब्रहस्पतिवार को यहां से फिर उन्हें चौकी राजेन्दर नगर भेज दिया गया। क्योंकि वहां चौकी इंचार्ज नहीं थे। फिर थाना साहिबाबाद लोटे तो फिर से पीडित परिवार को थाने पर मौजूद एसआई शिव भूषण दीक्षित ने उनकी एक नहीं सुनी और फिर से चौकी राजेंद्र नगर जाने का आदेश दे दिया कि जाओ वही तुम्हारा फैसला होगा।पीड़ित अनुसूचित जाति का का आरोप है कि पूरा परिवार जिनमें तीन छोटे-छोटे बच्चे हैं कल से आज तक थाने और पुलिस चौकी के चक्कर काट रहा है मगर पीड़ित की ओर से साहिबाबाद थाने में रिपोर्ट नहीं लिखी जा रही है।

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