Breaking Newsउत्तरप्रदेश

कोरोना वायरस के चलते जिले में भटक रहे मध्यप्रदेश के करीब दो दर्जन से अधिक महिला पुरुष व छोटे छोटे बच्चे, दूध से भी तरसे बच्चे

खबर वाणी भगत सिंह

मुज़फ्फरनगर। कोरोना वायरस के भय से जहां सभी लोग डरे और सहमे नजर आ रहे है तो वहीं दूर दराज से जनपद व् इसके आस पास आने वाले इलाकों में काम करने वाले दिहाड़ी मजदुर भी अब मजबूर होकर अपने घरों को लौटने लगे है कुछ ऐसे ही दिहाड़ी मजदूरों का एक जत्था आज दोपहर बाद शहर कोतवाली अंतर्गत गांव शाहबुदीनपुर पहुंचा और अपनी व्यथा सुनाई यहां पहुंचे दिहाड़ी मजदूरों ने बताया की वे अभी लोग चरथावल के बधाई कला बिजली घर से आ रहे है तथा सभी लोग एम पी निवासी है और सभी पैदल ही शहर के बस स्टेन्ड पर जा रहे और वहां से आगे की और रवाना होंगे उन्होंने बताया की हमारे साथ दो दर्जन महिला पुरुष और छोटे छोटे बच्चे भी है जिन्होंने दो दिनों से खाना तक भी नही खाया है।

दरअसल मामला जनपद मु0 नगर के थाना शहर कोतवाली अंतर्गत शाहबुदीनपुर रोड का है जहां दोपहर के वक्त मद्य्यपर्देश निवासी लगभग दो दर्जन से अधिक महिला पुरुष एंव छोटे छोटे बच्चे पैदल ही शहर की तरफ रोडवेज बस स्टेंड पर जा रहे थे। यहां पहुंचने पर दिहाड़ी मजदुर सुरेश ने बताया की वे सभी एम पी के निवासी हैं तथा यहां थाना चरथावल के पास बधाई में एक बिजली घर में दिहाड़ी मजदूरी किया करते थे। कोरोना के भय के कारण जहां बिजली घर बन्द हो गया था तो हमारे लिए भी रोजी रोटी का संकट खड़ा हो गया जिस कारण हम लोग पैदल ही अपने प्रदेश लोट रहे है और सुबह के चलते हुए आज दोपहर में शहर में दाखिल हुए हैं। उन्होंने बताया की हम दो दिनों से भुखे प्यासे फिर रहे है लेकिन किसी ने भी हमारी मदद नही की

बता दें जब इस सम्बन्ध में जिले के आलाधिकारियों एस एस पी अभिषेक यादव, एस पी सिटी सतपाल अंतिल, थाना प्रभारी शहर कोतवाली सहित नगर मजिस्ट्रेट को फोन किया गया तो यकीन मानिए किसी भी अधिकारी ने फोन तक उठाने की जहमत नही की बाद में जब जिलाधिकारी को फोन किया गया तो जिलाधिकारी के बजाय किसी और ने फोन उठाया और कार्यवाही का भरोसा दिया लेकिन घन्टो बीत जाने के बाद भी जब दिहाड़ी मजदूरों की किसी ने भी कोई मदद नही की तो मोहल्ला वासियों के दिल पसीजे और उन्होंने दिहाड़ी मजदूरों को न सिर्फ खाना खिलाया बल्कि उनके हाथों को सेंट्राइज से भी धुलवाया यहीं नही उनके साथ आये छोटे छोटे बच्चों के लिए दूध भी उपलब्ध कराया तब कहीं जाकर सभी दिहाड़ी मजदुर आगे के लिए रवाना हुए।

Related Articles

Back to top button