खिले उठे किसानों के चेहरे सरकार द्वारा गेहूं बेचने की अनुमति मिलने से
खबर वाणी संवाददाता
ग़ाज़ियाबाद। लोनी लॉकडाउन के चलते सरकारी गैर सरकारी प्रतिष्ठान बंद होने के बावजूद फसल काटने की अनुमति मिलने पर किसान खुश हैं। किसान अपनी और अपने परिवार की सुरक्षा के मद्देनजर शारीरिक दूरी का ध्यान रख रहे हैं। फसल काटने की अनुमति दिए जाने पर किसानों ने सरकार का आभार प्रकट किया है।
लॉकडाउन के चलते लोगों को घरों से अनुमति नहीं दी जा रही थी। ऐसे में किसान पकी फसल की कटाई को लेकर परेशान थे। कटाई न होने पर फसल के नष्ट होने की संभावना बनी हुई थी। किसानों का कहना है कि समय रहते सरकार ने फसल काटने की अनुमति दे दी है। किसानों को मिली अनुमति से नुकसान होने से बच गया है। अनुमति मिलने से किसानों के चेहरे खिले हुए हैं। पचायरा गांव के कुछ किसानों ने अपनी फसल का कुछ हिस्सा जरूरतमंदों को देने का निर्णय लिया है। वहीं, किसान फसल काटने के दौरान शारीरिक दूरी का भी ध्यान रख रहे हैं।
फसल पकने के बाद हुए लॉकडाउन से चिता सता रही थी। यदि किसानों को फसल काटने की अनुमति नहीं मिलती तो लाखों का नुकसान हो जाता। फसल काटने की अनुमति देकर नुकसान बचाने पर किसान सरकार के आभारी है।
इस वर्ष मौसम ने काफी आंख मिचौली खेली हैं। उधर, कोरोना के चलते हुए लॉकडाउन से फसल के खेत में ही खराब होने के आसार बन चले थे। फसल काटने की अनुमति देने पर किसान सरकार का आभार प्रकट कर रहे हैं।