SDM और CO ने कि पत्रकार से बदतमीजी, पत्रकारिता निकालने की दी धमकी
पत्रकार के कपड़ों पर भी दोनों अधिकारियों ने उठाया सवाल
खबर वाणी संवाददाता
गाज़ियाबाद। देशभर में लॉकडाउन के दरमियान पुलिस और प्रशासन मसीहा बनाकर लोगो की मदद कर रहे है तो वहीं दूसरी तरफ देशभर में पत्रकार भी जान की बाजी लगा कर लोगों तक ख़बरें पहुंचा रहे है।
इसी बीच खबरों को लेकर अगर कोई पुलिसकर्मी और एसडीएम पत्रकार से बदतमीजी कर बैठे तो आप इसे क्या कहेंगे। क्या केंद्र सरकार की तरफ से मिली छूट के आगे पुलिस और प्रशासन पत्रकारों को बौना समझ बैठा है? दरअसल हम बात कर रहे है गाज़ियाबाद के पत्रकार राहुल शुक्ला की जो कई न्यूज़ चैनलों में वरिष्ट संवाददाता के तौर पर अपनी सेवाएं दे चुके है। आज गाज़ियाबाद की खोड़ा कॉलोनी में खबर करने के दौरान CO 3 इंदिरापुरम अंशु जैन और एसडीएम आदित्य प्रजापति ने उनके साथ बहुत बदतमीजी करते हुए पत्रकार को धमकाने लगे कि हाफ पैंट पहन कर पत्रकारिता करते हो सारी पत्रकारिता निकल दूंगा।
दरअसल मंगलवार को गाज़ियाबाद की खोड़ा कॉलोनी में एसडीएम आदित्य प्रजापति द्वारा कोरोना टेस्ट के लिए 5 मेडिकल टीम नियुक्त कि गई है। इन पांचों टीम को खोड़ा के अलग अलग स्थान पर लगवाया गया। और तभी इन टीमों के निरक्षण के लिए गाजियाबद की CO 3 इंदिरापुरम अंशु जैन और आदित्य प्रजापति प्रगति विहार चौकी क्षेत्र शिव पार्क मैन रोड मेडिकल कैंप पहुंचे वहां राहुल शुक्ला पहले से ही अपनी खबर कर रहे थे इसी बीच राहुल शुक्ला ने जब अंशु जैन और आदित्य प्रजापति की फोटो खींचनी शुरू की तो SDM आदित्य प्रजापति राहुल शुक्ला को जबरदस्त धमकाने लगे। आदित्य प्रजापति ने कहा हाफ पैंट में पत्रकारिता करते हो तुम्हारी सारी पत्रकारिता निकाल दूंगा वहीं दूसरी तरफ CO 3 इंदिरापुरम अंशु जैन ने पत्रकार राहुल शुक्ला को धमकाते हुए कहा कि किस से पूछ कर कवरेज कर रहे हो ? परमिशन लेकर कवरेज करनी चाहिए। लेकिन बड़ा सवाल अब यह खड़ा होता है कि क्या वाकई अब पत्रकार को पूछ पूछ कर खबर कवरेज करनी पड़ेगी। पत्रकार के साथ घटित घटना के बाद पत्रकार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुखिया सीएम योगी आदित्यनाथ समेत यूपी के डीजीपी और गाजियाबाद के आला अधिकारियों को ट्वीट कर अपनी बात पहुंचाई है।
पत्रकार राहुल शुक्ला ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से न्याय की गुहार लगाते हुए कहा है कि या तो उन्हें न्याय दिलाया जाए या फिर हमेशा की तरह पत्रकारों पर हावी हुए पुलिस रवैया से पत्रकार राहुल शुक्ला को प्रताड़ित करवाना शुरू कर दिया जाए।
लेकिन देखना यह होगा कि क्या वाकई प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और योगी आदित्यनाथ व डीएम और एसएसपी गाजियाबाद पत्रकारों की इज्जत करते है? या बस पत्रकार उनके लिए पैरों की बेड़ियां सामान है।
राहुल शुक्ला ने बहुत ही उम्मीद लगाई है कि इन दोनों अधिकारियों पर कार्यवाही की जाएगी। राहुल शुक्ला यह भी सवाल खड़ा कर रहे हैं की रेड जोन होने के चलते गाजियाबाद खोड़ा कॉलोनी को पूरी तरह सील कर दिया गया है ऐसे में कोई भी व्यक्ति खोड़ा से बाहर नहीं जा सकता इसी को देखते हुए हर एक व्यक्ति को घर से ही दफ्तर का काम करना पड़ रहा है। राहुल शुक्ला भी घर से काम कर रहे थे और उन्होंने हाफ पैंट पहनी हुई थी इसी को लेकर एसडीएम आदित्य प्रजापति ने राहुल शुक्ला को बहुत धमकाया और पत्रकारिता निकालने की धमकी दे तक दें डाली लेकिन अब देखना यह होगा कि क्या वाकई गाजियाबाद पुलिस और प्रशासन इन दोनों अधिकारियों पर नकेल कस पाएगा।