Breaking Newsउत्तरप्रदेश

मानव जाति को बुराइयों से बचाया जाए व अच्छे कामों से सजाया जाये : कारी

खबर वाणी संवाददाता

मुज़फ्फरनगर। बुढ़ाना अखिल भारतीय सुधार समिति द्वारा आयोजित शैक्षिक जागरूकता और सुधार समाज की बैठक में उलेमाओं ने अपने अपने विचार व्यक्त किए। मिली जानकारी के अनुसार बीती सोमवार की देर रात ईशा की नमाज के बाद अखिल भारतीय इस्लाह ए मुस्लीमीन समिति के बेनर तले मदीना मस्जिद लुहसाना रोड बुढाना में एक सुधारात्मक बैठक आयोजित की गई। जिसमें मोलाना आसिफ इस्लाही ने निज़ामत के फ़राईज अंजाम दिये। मोहम्मद ओवैस ने बैठक की शुरुआत कलाम-उल-अल्लाह शरीफ के पाठ से की। समिति के कोषाध्यक्ष मौलाना मुहम्मद सालिम कासमी अक्सा मस्जिद बुढ़ाना के इमाम व खतीब ने समिति के उद्देश्यों पर विस्तार से चर्चा करते हुए कहा कि समिति की गतिविधियों ने मुसलमानों के अन्दर लोगों की सेवा प्रदान करने और मानवता को जिंदा रखने के लिए एक जुनून पैदा किया है।

युवाओं को नेकी के अच्छे रास्ते पर लाना, खासकर युवाओं को विनाश के रास्ते से बचाना और नेकी के रास्ते पर लाना बुढ़ाना ब्लाक कमेटी का पहला उद्देश्य है। उन्होंने मुसलमानों से फालतू खर्च से बचने और अपने बच्चों की शिक्षा पर उदारता से खर्च करने का आग्रह किया। यह दोनों उनके लिए आय का एक स्रोत होगा। समिति के उपाध्यक्ष मौलाना आस मोहम्मद ने कहा कि हमारा देश एक लोकतांत्रिक देश है इसलिए हमें वोट की शक्ति के साथ सरकार बनाने का अधिकार है और साथ ही साथ भ्रष्ट सरकार को भी उखाड़ फेंका जा सकता है। यह समझें कि हम इस देश में केवल मतदान के द्वारा जाने जाते हैं इसलिए 18 वर्ष की आयु तक पहुंचने वालों को अपना वोट डालना चाहिए और जो मतदाता सूची से गायब हैं या उनके नाम और पते को सुधारा जाना चाहिए। समिति के महासचिव कारी मुहम्मद राशिद बुढानवी ने कुरान और हदीस के प्रकाश में अपने विस्तृत संबोधन में कहा कि संसार के निर्माण का उद्देश्य केवल और केवल ईश्वर की विशेषताओं के ज्ञान के माध्यम से है और यह तब तक असंभव है जब तक कि मानव जाति बुराइयों और गंदगी को साफ करके अच्छाई और सद्गुणों से सजी न हो जाए।

विज्ञापन

उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि पूजा को लोकप्रिय बनाने के लिए ईश्वर की रचना से हृदय को शुद्ध करना आवश्यक है। हमें अपने समाज में अच्छाई का प्रसार करना चाहिए और बुराई के उन्मूलन के लिए प्रयास करना चाहिए। बैठक हजरत कारी अब्दुल कादिर की प्रार्थनाओं के साथ समाप्त हुई। यहां समिति के उपाध्यक्ष मुफ्ती मुहम्मद गुलफाम (अधीक्षक मदरसा सिद्दीकिया दावत उल-ईमान बुढानवी) ने आभार व्यक्त किया। इस मौके पर मुफ्ती मोहम्मद वसीम, मुफ्ती मोहम्मद फैजान, क़ारी मोहम्मद आज़ाद, क़ारी मोहम्मद आकिल, कारी रियाज़-उल-हक़, क़ारी ख़ान मोहम्मद, हाफ़िज़ मोहम्मद अहमद, हाफ़िज़ मोहम्मद, हाफ़िज़ आज़म, शमीम, तैय्यब सैफ़ी, हाफ़िज़ नवाब, मोहम्मद हारून, हाजी शहजा़द, हाजी अब्दुल कय्यूम, साजिद, अलमदीन, सोनू, हाजी अब्दुल लतीफ व काफी उलेमाओं ने भाग लिया।

Related Articles

Back to top button