पूर्वांचल के लोगों को पसंद नहीं विधायक सुनील शर्मा, पूर्व डीआईजी सच्चिदानंद राय को पूर्वांचल के लोग कर रहे पसंद
पूर्वांचल के लोगों ने विधायक सुनील शर्मा का किया विरोध, पूर्व डीआईजी सच्चिदानंद राय को दे रहे समर्थन
खबर वाणी संवाददाता
गाजियाबाद। प्रदेश की सबसे बड़ी विधानसभा साहिबाबाद 55 से विधायक रहे सुनील शर्मा का भाजपा से टिकट की घोषणा होते ही विरोध होना शुरू हो गया है बता दे पूर्वांचल समिति के लोगों द्वारा आज 1:00 बजे महावीर पार्क में प्रेस वार्ता का आयोजन रखा था जिसमें पूर्वांचल के लोग बीजेपी विधायक सुनील शर्मा का विरोध कर रहे हैं और पूर्व सच्चिदानंद राय का समर्थन कर रहे हैं पूर्वांचल समिति के लोगों का कहना है कि साहिबाबाद विधानसभा सीट से सुनील शर्मा का टिकट नही होना चाहिए, पूर्व डीआईजी सच्चिदानंद राय का होना चाहिए था।
पिछली बार विधायक होने के चलते सुनील शर्मा ने पूर्वांचल के लोगों की कोई समस्या नहीं सुनी थी जिस कारण आज पूर्वांचल के लोग विधायक सुनील शर्मा का विरोध कर रहे हैं और पूर्व डीआईजी सच्चिदानंद राय का समर्थन कर रहे हैं।
भारतीय जनता पार्टी के द्वारा जैसे ही जिला गाजियाबाद की विधानसभाओं पर पुराने प्रत्याशियों की लिस्ट जारी की गयी, उनमें से उत्तर प्रदेश की सबसे बड़ी साहिबाबाद विधानसभा क्षेत्र से घोषित किए गए सुनील शर्मा का विरोध शुरू हो गया है। सुनील शर्मा का विरोध पूर्वांचल के लोग खास तौर पर कर रहे हैं।अचानक ही रविवार को सुबह पूर्वांचल समिति के लोग थाना इंदिरापुरम के बाहर पहुंचे और उन्होंने सुनील शर्मा के खिलाफ जमकर नारेबाजी शुरू कर दी।
हालांकि मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने उन्हें ऐसा करने से रोका तो पुलिस के साथ भी उनकी काफी झड़प हुई। इस दौरान करीब आधा दर्जन लोगों को पुलिस ने हिरासत में लिया और प्रदर्शन कर रहे लोगों को शांत किया।
पूर्वांचल समिति के पदाधिकारी सुबोध गुप्ता ने बताया कि साहिबाबाद विधानसभा गाजियाबाद ही नहीं बल्कि उत्तर प्रदेश की सबसे बड़ी विधानसभा है और इस विधानसभा में सबसे ज्यादा यानी 95% प्रवासी लोग ही रहते हैं।उनमें भी 70% लोग पूर्वांचल और बिहारी है। सुबोध गुप्ता ने सुनील शर्मा पर आरोप लगाते हुए कहा कि पूर्वांचल के अधिकतर लोग भाजपा का ही समर्थन करने वाले हैं।
लेकिन उनका नेतृत्व करने वाला कोई नहीं है।उनका आरोप है कि मौजूदा विधायक पूर्वांचल के लोगों की हमेशा ही अनदेखी करते हैं।उन्होंने कहा कि सुनील शर्मा ने पूर्वांचल के लोगों के लिए कोई ठोस कार्य नहीं किया है। इस इलाके में छठ घाट हो, या पोस्ट ऑफिस हो, या उन लोगों को पूजा अर्चना करने के लिए मंदिर निर्माण का कार्य हो इनमें से कोई भी कार्य मौजूदा विधायक के द्वारा नहीं कराया गया है और इन सब बातों का जिक्र भाजपा के हाईकमान तक भी किया जा चुका है और इस बार प्रत्याशी बदले जाने की भी बात कही गई थी।
लेकिन दोबारा से सुनील शर्मा को ही प्रत्याशी घोषित कर दिया गया है। जिससे पूर्वांचल के लोग बेहद दुखी है। इसीलिए आज पूर्वांचल के लोगों को सुनील शर्मा के खिलाफ उतरना पड़ा है। बहरहाल जिस तरह से सुनील शर्मा का विरोध अभी से ही शुरू हो गया है उससे लगता है कि कहीं ना कहीं इस बार सुनील शर्मा को जीत के लिए काफी मुश्किल का सामना करना पड़ सकता है।