साधू के भेष में घूम रहे थे बदमाश, ग्रामीणों को देख जंगल में हुए फरार, स्थानीय पुलिस बदमाशों की तलाश में जुटी
तमंचा और जिन्दा कारतूस छोड़ ईख के खेतों में से फरार हुए बदमाशों
खबर वाणी भगत सिंह
मुजफ्फरनगर। जनपद के मीरापुर थाना क्षेत्र में स्थित बीआईटी कॉलेज के पास ग्रामीणों एवं छात्र छात्राओं में उस वक्त हड़कंप मच गया जब साधु के भेष में दो अज्ञात बदमाश ग्रामीणों को देख मौके पर ही साधु के वस्त्र कमंडल, और तमंचा -कई जिन्दा कारतूस छोड़ ईख के खेत में घुस कर फरार हो गए उधर घटना की सूचना मिलते ही हालाँकि स्थानीय पुलिस भी मोके पर पहुंची लेकिन ईख के खेतों में घुसने की जहमत न उठाकर मोके पर पड़ा हुआ सारा सामान लेकर चौकी पर चली गई उधर जब इस सम्बन्ध में थाना प्रभारी मीरापुर से जानकारी ली गई तो उनका कहना था कि उनके तो संज्ञान में अभी तक यह मामला आया ही नही, व चौकी से जानकारी कर आगे कुछ बता पाएंगे।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, आज प्रातः लगभग 11 बजे के आसपास मीरापुर थाना क्षेत्र अंतर्गत बीआईटी चौकी से चंद कदमों की दूरी पर बीआईटी कॉलेज में कुछ छात्र छात्राएं पेपर देने के लिए आए हुए थे।
तभी अचानक ग्रामीणों व छात्र छात्राओं को आता देख दो भगवाधारी अज्ञात युवक अपने भगवा वस्त्र उतार व अन्य सामान मौके पर ही छोड़ ईख के खेत में घुसकर फरार हो गए एका -एक दो साधुओं को इस तरह कपड़े उतारकर व अन्य सामान फेंकर ईख के खेतों में फरार होता देख छात्र छात्राओं में हड़कंप मच गया।
किसी ने घटना की सूचना स्थानीय बीआईटी चौकी पुलिस को भी दे दी जहां चौकी पुलिस सूचना मिलते ही आनन-फानन में ही मौके पर पहुंची और पाया कि वहां ईख के खेत के बाहर साधु के वस्त्र, कमंडल ,तमंचा व कुछ जिंदा कारतूस सहित एक टोपी और अन्य सामान पढ़ा हुआ था।
यहां मौके पर पहुंचे दो पुलिसकर्मियों ने न ही तो इस घटना की आला अधिकारियों को कोई सूचना दी और ना ही ग्रामीणों के सहयोग या अन्य पुलिस अधिकारी/ कर्मचारियों के सहयोग से ईख के खेत में घुसे बदमाशों को पकड़ने की जहमत उठाई।
बताया जा रहा है कि मौके पर पहुंची चौकी पुलिस सारा सामान अपने कब्जे में लेकर चौकी पर चली गई उधर जब इस घटना के बारे में थाना प्रभारी मीरापुर से इसकी जानकारी लेनी चाहिए तो थाना प्रभारी ने यह कहकर अपना पल्ला झाड़ लिया कि उनकी तो जानकारी में अभी यह मामला है ही नहीं वह चौकी से इस पूरे मामले की जानकारी लेकर आगे कुछ इस मामले में बता पाएंगे।
बड़ा सवाल कि आखिर ग्रामीण इलाकों में दिन दहाड़े इस तरह भगवाधारी अवैध असलोहं के साथ घूम रहे है और मांगने खाने के काम कर रहे है आखिर पुलिस की वाहन चेकिंग और संदिग्ध वाहन/ व्यक्तियों की तलाशी व् चेकिंग अभियान ग्रामीण इलाकों में स्थित कॉलेज के आस पास क्यों नहीं हो रही है।
ग्रामीणों का दबी जुबान से कहना था कि भगवाधारी दोनों बदमाश थे जो कि ग्रामीणों और स्कूली छात्र – छात्राओं को देख भगवाधारी वस्त्र, कमंडल, अवैध असलाह व जिंदा कारतूस मौके पर छोड़ फरार हो गए, कहीं ना कहीं यह लोग किसी बड़ी घटना को भी अंजाम दे सकते थे अभी तक पुलिस के आला अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचे हैं।