सिक्किम में हुए दुःखद हादसे में मुज़फ्फरनगर का लाल भी हुआ शहीद, हादसे में 16 जवानों की गई जान
खबर वाणी भगत सिंह
मुज़फ्फरनगर। सिक्किम में शुक्रवार को हुए एक दुःखद हादसे में सेना के काफिले का एक ट्रक खाई में गिर गया था। इस हादसे में 16 जवानों की जान चली गई थी। जिसमें उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जनपद के भोपा थाना क्षेत्र के गांव यूसुफपुर निवासी नायक लोकेश कुमार सहरावत भी शहीद हो गए थे। घटना के बाद जैसे ही सूचना शहीद नायक लोकेश कुमार के गांव यूसुफपुर में पहुंची तो मानो गांव में शोक की लहर दौड़ गई। घटना के बाद से शहीद हुए नायक के परिवार का रो रो कर बुरा हाल है।
बताया जा रहा है कि शहीद का पार्थिव शरीर देर रात तक उनके पैतृक गांव यूसुफपुर में पहुँचने की आशंका है जहां पूरे सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।
जानकारी के मुताबिक यूसुफपुर निवासी किसान उदयवीर सिंह के इकलौते पुत्र शहीद लोकेश कुमार 9 साल पहले 25 ग्रेनेडियर्स में भर्ती हुए थे और 10 दिन पहले ही वे छुट्टी काट कर ड्यूटी पर लौटे थे उनके परिवार में उनके पिता उदयवीर सिंह के अलावा मां कुसुम और पत्नी तनु के साथ साथ शहीद की एक बहन रश्मि भी है।
वही घटना की सुचना पर प्रदेश सरकार में स्वतंत्र प्रभार राज्य मंत्री कपिल देव अग्रवाल भी शहीद के गाँव युसुफपुर में पहुँचे जहाँ उन्होंने ग़मगीन माहौल में शहीद के परिवार से बातचीत कर उन्हें ढांढस पहुंचाने का काम किया।
इस दौरान मंत्री कपिल देव अग्रवाल ने मीडिया से बात करते हुए कहाँ की हमारे मुजफ्फरनगर जनपद के यूसुफपुर गांव का एक नौजवान लोकेश शेरावत सिक्किम के अंदर जो सेना में अपनी ड्यूटी पर था जो हादसे में शहीद हुआ है निश्चित रूप से जो जवान देश की सीमा पर लगातार परिश्रम करते हैं चाक-चौबंद रहते हैं उसी में जवान शहीद हुआ है जिसकी सहादत में पूरा गांव पूरा जनपद बहुत दुःखी है।
मैं अपनी श्रद्धांजलि शहीद को अर्पित करता हूं उनके परिवार के प्रति मेरी संवेदनाएं हैं सरकार की तरफ से जो भी हो सकेगा वह मदद कराई जाएगी।
शहीद लोकेश कुमार के एक पारिवारिक भाई विजय कुमार सहरावत की माने तो शहीद रिश्ते में मेरा भाई लगता है मिजोरम हुआ है यह हादसा यहां पर हेड क्वार्टर से फोन आया था उन्होंने बताया था कि इस तरीके से हादसा हो गया है वहां पर और यह लड़का भी गाड़ी में था शहीद लोकेश कुमार 2013 में भर्ती हुआ था और इनकी दो-तीन साल पहले ही शादी हुई थी।
इनके बच्चा कोई नहीं है बहुत बड़ा गम है गांव में अधिकारी आएंगे अभी थाना अध्यक्ष ही आए थे अभी 9 तारीख में ही छुट्टी से गया था लोकेश यह सैनिक के पद पर तैनात था।