कुर्सी से तेजस्वी के नाम की पर्ची हटाकर CM नीतीश के बगल में बैठ गए अशोक चौधरी
खबर वाणी संवाददाता
पटना। बिहार प्रदेश में एक बार फिर से सियासी का बड़ा खेल शुरू हो गया है…… राज्य में सत्ता की चाबी कभी भी इधर से उधर हो सकती है….. अब तो स्थिति ऐसा प्रतीत होता दिख रहा है कि नीतीश सरकार कभी भी पलटकर एनडीए में शामिल होकर नई सरकार बना सकती है. राजद से नीतीश की दूरियां और इस वक्त बिहार की राजनीतिक हालातों को देखने के बाद यह बात जगजाहिर होता है कि नीतीश कभी भी आरजेडी का साथ छोड़कर एनडीए के साथ मिल सकते है।
कहा जा रहा है कि सीएम नीतीश और डिप्टी सीएम तेजस्वी के बीच बातचीत भी बंद हो गई है….. इसका साफ-साफ नजारा आज शाम (शुक्रवार, 26 जनवरी) को बिहार के राजभव में देखने को मिला….दरअसल, हुआ यह कि, राजभव में एक आयोजन के बाद राजभवन परिसर में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपनी सीट पर बैठे थे और उनके बगल में एक कुर्सी खाली थी जिसके हेड पर एक स्ट्रिप में डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव का नाम लिखा हुआ था।
कहा जा रहा है कि इस बीच वहां अशोक चौधरी आए और उन्होंने नीतीश के बगल वाले कुर्सी से तेजस्वी यादव के नाम की स्ट्रिप हटा दी और वे उस कुर्सी पर बैठ गए…. इसके बाद वे नीतीश कुमार से कुछ बात करने लगे और अपने फोन में सीएम नीतीश को कुछ दिखाने लगे…. रिपोर्ट्स के मुताबिक, 26 जनवरी को एक अणे मार्ग पर ध्वजारोहण किया गया…. जिसके बाद शाम को राजभवन में हाइटी का आयोजन किया गया….. जिसमें बिहार के डिप्टी सीएम नहीं दिखे….. इतना ही नहीं वहां सीएम नीतीश के बगल वाले कुर्सी में उनके नाम की पर्ची थी उसे भी हटा दिया गया…..
उस कुर्सी में अशोक कुमार बैठे इसके बाद वे नीतीश से कुछ बातें करते हुए और अपने फोन में उन्हें कुछ दिखाते हुए नजर आए…. इस आयोजन में कांग्रेस के भी नेता शामिल नहीं हुए….. सूत्रों के मुताबिक, इस समारोह में पहली बार ऐसा नजारा दिखा जह सरकार के सहयोगी गणतंत्र दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में नहीं शामिल हुए।