प्लास्टिक के सामान उपयोग करना स्वास्थ के लिए होता है हानिकारक : डॉ मोबिन खान

खबर वाणी संवाददाता
ग़ाज़ियाबाद। प्लास्टिक के बढ़ते चलन से भले ही लोग इसका इस्तेमाल धड़ल्ले से कर रहें हैं, लेकिन प्लास्टिक के नुकसान के बारे में हम कभी सोचते नहीं , ”प्लास्टिक के डिब्बों में खाने पीने का सामान रखने से पहले उसे ठंडा रखना चाहिए वरना प्लास्टिक के रासायनिक पदार्थ खाने में मिल जाते हैं और शरीर के अंदर पहुंच कर कैंसर, आंत संबधी कई बीमारी पैदा कर सकते हैं। इन बर्तनों की सफाई का भी विशेष ध्यान रखना चाहिए इन्हें हमेशा गर्म पानी में धोकर ही इस्तेमाल करना चाहिए वरना ये नुकसान पहुंचा सकते हैं,
और इसकी ज्यादा प्रयोग से पर्यावरण और मानव जीवन पर बहुत ही ज्यादा असर पड़ सकता है!
प्लास्टिक एक पालीमर है, जोकि कई पदार्थों के मिश्रण से बनता है, प्लास्टिक बनाने में नायलॉन, फिनोलिक, पौलीसट्राइन, पौलीथाईलीन, पौलीविनायल, क्लोराइड, यूरिया फार्मेलीडहाइड व अन्य पदार्थों का इस्तेमाल किया जाता है। उदाहरण के लिए कुछ तरह के जूते चप्पल पहनने से हमारे पैरों में एलर्जी और त्वचा में खुजली और जलन होती है। ऐसा इसलिए होता है कि उन जूते चप्पलों में इस्तेमाल होने वाला प्लास्टिक घटिया किस्म का होता है। इतने सारे रसायनों से बने पदार्थ में जब हम खाने पीने क़ी चीजें रखेंगे तो जाहिर है कि इन रसायनों के कुछ पदार्थ खाने पीने की चीजों में मिल जाएंगे। प्लास्टिक का पुन:चक्रीकरण नहीं हो पाता। कूड़े में पड़े प्लास्टिक को जानवर खाकर मर जाते हैं।
रिसर्च से ये बात सामने आई है कि प्लास्टिक के बोतल और कंटेनर के इस्तेमाल से कैंसर हो सकता है। प्लास्टिक के बर्तन में खाना गर्म करना और कार में रखे बोतल का पानी कैंसर की वजह हो सकते हैं। कार में रखी प्लास्टिक की बोतल जब धूप या ज्यादा तापमान की वजह से गर्म होती है तो प्लास्टिक में मौजूद नुकसानदेह केमिकल डाइऑक्सिन का रिसाव शुरू हो जाता है। ये डाईऑक्सिन पानी में घुलकर हमारे शरीर में पहुंचता है। इसकी वजह से महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर का खतरा बढ़ जाता है।
सूत्रों के अनुसार प्लास्टिक मुक्त संदेश को लेकर भारत सरकार 2 अक्टूबर करेंगे प्लास्टिक मुक्त अभियान, आइए हम सब बढ़-चढ़कर इस अभियान में हिस्सा ले और प्लास्टिक मुक्त भारत बनाएं।