एसडीएम प्रशांत तिवारी की कड़ी कार्रवाई पर पानी फेर रहे फर्रुखनगर चौकी इंचार्ज अतुल चौहान
चौकी में रह रहे प्राइवेट आदमी से फर्रुखनगर चौकी प्रभारी करा रहे चौकी में ठेकेदारी

खबर वाणी संवाददाता
गाजियाबाद। सुप्रीम कोर्ट ने बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए दिल्ली एनसीआर में दिवाली पर बिकने वाले पटाखों पर रोक लगा दी है। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद भी गाजियाबाद में लगातार धड़ल्ले से बेचे जा रहेे है।पटाखो पर गाजियाबाद प्रशासन भी कड़ी नजरें बनाए बैठा है गाजियाबाद में लगातार चोरी-छिपे पटाखे बेचे जाने की सूचनाएं आ रही है। प्रशासन भी लगातार छापेमारी कर बड़ी कार्रवाई कर रहा है। जानकारी के अनुसार, दिवाली में पटाखों पर सुप्रीम कोर्ट ने पहले ही बैन लगा चुका है। अब केवल ग्रीन पटाखे ही बेचे और खरीदे जा सकते हैं। लेकिन इसके बावजूद भी नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए अवैध पटाखे बेचे जा रहे हैं। लेकिन प्रशासन भी चौकन्ना है, इसी के चलते एसडीएम लोनी प्रशांत तिवारी को सूचना मिली कि साहिबाबाद थाना क्षेत्र के फर्रुखनगर इलाके में चोरी-छिपे पटाखे बेचे जा रहे है।एसडीएम ने सूचना मिलते ही तत्काल प्रभाव से पुलिस बल के साथ फर्रुखनगर गांव में चोरी छिपे बेचे जा रहे पटाखों पर बड़ी कार्यवाही कर घरों में बेचे जा रहे भारी मात्रा में पटाखे बरामद किया थे।
मगर फर्रुखनगर चौकी प्रभारी अतुल चौहान एसडीएम प्रशांत तिवारी की कड़ी मेहनत पर लगातार पानी फेर रहे हैं। पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार फर्रुखनगर चौकी प्रभारी अतुल चौहान ने अपनी चौकी पर अपने साथ एक अपना पर्शनल प्राइवेट आदमी साथ रखा हुआ जो शाम होते ही अपने करीबियों व मिलने झूलने वाले को चौकी में रखे पटाखे बांटते हैं आपको बता दें कि एसडीएम लगातार फर्रुखनगर में बेचे जा रहे चोरी-छिपे पटाखों पर कार्यवाही कर रहे हैं तो वहीं एसडीएम कि कड़ी मेहनत पर पानी फेर रहे हैं फर्रुखनगर चौकी प्रभारी, सूत्रों की माने तो अपने साथ रख रखा प्राइवेट आदमी के द्वारा चौकी में कराई जाती है ठेकेदारी जहां पिछले कुछ साल पहले से गाजियाबाद में सभी थाना क्षेत्र में ठेकेदारी की प्रथा खत्म कर दी गई थी। वही फिर से ठेकेदारी करने का ऐसा ही ताजा मामला फर्रुखनगर चौकी का सामने आया है। फर्रुखनगर चौकी प्रभारी अपने प्राइवेट आदमी के द्वारा फर्रुखनगर चौकी में करा रहे हैं ठेकेदारी, अधिकारीगण फर्रुखनगर चौकी में चल रही अवैध ठेकेदारी की प्रथा को खत्म कर आएंगे।