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पटाखा कारोबारियों ने राज्यमंत्री के आवास के बाहर दिया धरना, ग्रीन पटाखों की मांगी अनुमति

खबर वाणी भगत सिंह

मुज़फ्फरनगर। दिल्ली एनसीआर एरिया में एन०जी०टी० द्वारा पटाखों की बिक्री पर प्रतिबंध लगाने के आदेश के बाद मंगलवार को पश्चिमी क्षेत्र आतिशबाजी विक्रेता वेलफेयर एसोसिएशन के नेतृत्व में दर्जनों पटाखा व्यापारियों ने उत्तर प्रदेश सरकार में राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार और मुजफ्फरनगर के नगर विधायक कपिल देव अग्रवाल के आवास पर धरना दिया। पटाखा व्यापारियों की मांग है कि उन्हें मार्केट में ग्रीन पटाखा बेचने की अनुमति दी जाए, कोरोना काल में व्यापारी वैसे ही बहुत ज्यादा नुकसान में है, रोजी रोटी का संकट छाया हुआ है, ऐसे में ग्रीन पटाखा बेचने की अनुमति प्रदान कराई जाए।

घन्टो के धरना देने के बाद पटाखा व्यापारियों ने राज्यमंत्री कपिल देव अग्रवाल को अपनी मांगों का ज्ञापन सौंपा। उधर राज्य मंत्री कपिल देव अग्रवाल ने बताया कि कुछ पटाखा व्यापारी मेरे आवास पर अपनी समस्याओं को लेकर आए थे। उनका कहना है कि एनजीटी ने ग्रीन पटाखा छोड़ने की परमिशन पहले दी थी, सुप्रीम कोर्ट ने भी परमिशन दी थी, मैंने इनकी बातों को सुना है जो इन्होंने लिख कर दिया है।

माननीय मुख्यमंत्री जी को प्रेषित कर रहा हूं, जो भी कार्यवाही होगी एनजीटी या शासन स्तर से ही होगी। आतिशबाजी विक्रेता वेलफेयर एसोसिएशन के जिला अध्यक्ष सचिन अग्रवाल ने कहा कि सन 2017 में उच्चतम न्यायालय सुप्रीम कोर्ट द्वारा दिल्ली एनसीआर क्षेत्र में पर्यावरण को देखते हुए पटाखों पर बैन लगाया गया था।

लेकिन 2018 में सर्वोच्च न्यायालय के निर्देश पर CSIR, NEERI और एनजीटी के द्वारा मानकों के अनुसार ग्रीन पटाखे का( जो कि प्रदूषण रहित है) निर्माण कराया गया जोकि तैयार माल 18% आईजीएसटी देकर व्यापारियों की दुकान पर पहुंच चुका है। ऐसी परिस्थितियों में एनजीटी द्वारा ग्रीन पटाखों पर बैन करने का निर्णय बिलकुल गलत है व सुप्रीम कोर्ट के आदेशों की अवहेलना है।

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