आखिर कौन है शमशान घाट कांड का जिम्मेदार, जानिए 16 लाख की घुस से कैसे तैयार हुआ मौत का मंजर
सोशल मीडिया पर वायरल हुई दो शिकायती पत्रों ने कर दिए जिले का कई अधिकारियों पर सवालिया निशान खड़े
खबर वाणी संवाददाता
गाजियाबाद। मुरादनगर के उखलारसी शमशान घाट की गैलरी का लेंटर गिरने के मामले सोशल मीडिया पर वायरल हुए दो शिकायती पत्र से एक नया खुलासा हुआ है। जिसमें घटिया निर्माण को लेकर जून के महीने में जिलाधिकारी से शिकायत की गई थी। जुलाई के महीने में मुरादनगर नगर पालिका की अधिशासी अधिकारी से शिकायत की गई थी। शिकायत करने के बावजूद दोनों अधिकारियों में से किसी ने मामले को संज्ञान में नहीं लिया। जिस कारण रविवार दोपहर को भ्रष्टाचार की भेंट में 25 लोग मौत की सूली पर चढ़ गए।
बता दें कि डॉ विजयपाल ने बताया कि उन्होंने निर्माण कार्य के दौरान घटिया सामग्री को लेकर जिलाधिकारी को जून के महीने में शिकायत दर्ज कराई थी शिकायत में लिखा था कि निर्माण कार्य में 10:01 का मसाला लगाया जा रहा है लेकिन इस शिकायत जिलाधिकारी ने कोई कार्यवाही नहीं काश अगर जिलाधिकारी इस शिकायत पर पहले ही उचित कार्रवाई कर देते तो शायद 25 लोगों की मौत नही हो पाती।
आपको बता दें कि नव वर्ष के पहले हफ्ते में उत्तरप्रदेश के गाजियाबाद जिले के मुरादनगर उखलारसी गांव में एक दर्दनाक हादसा हुआ था। जिसमे 25 लोगो की मौत हो गयी और दर्जनों लोग गंभीर रूप से घायल हो गए है। किसी का हाथ टूटा तो किसी की रीढ़ की हड्डी टूट गयी, तो किसी का पैर टूटा बता दें कि यह हादसा रविवार की दोपहर मुरादनगर इलाके के उखलारसी गांव में जयराम के अंतिम संस्कार के दौरान हुआ था।
◆ ऐसे पढ़े पूरा मामला
◆(1)दरअसल डॉ विजय पाल ने 16 जून 2020 को जिलाधिकारी को पहला पत्र लिखा जिसकी प्रतिलिपि प्रमुख सचिव नगर विकास को भी भेजी गई।
◆(2) दरअसल 10 जुलाई को डॉ विजयपाल ने नगर पालिका की यो को भी एक शिकायत पत्र लिखा था दोनों ही पत्रों में विजयपाल ने घटिया निर्माण कार्य की शिकायत की थी दावा यह भी किया जा रहा अधिकारियों ने दोनों पत्रों पर कोई कार्रवाई नहीं की थी मिली जानकारी के मुताबिक शिकायतकर्ता डॉ विजयपाल मुरादनगर नगर पालिका से सभासद भी बताया जा रहा है।